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कांग्रेस के नक्सलियों से मिलीभगत के आरोप.. मंत्री ने कहा, ‘सरकार में रहते जवानों के हाथ बांध रखे थे, संरक्षण भी था’

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 रायपुर: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दौरे, उस पर हो रही राजनीति और कांग्रेस के आरोपों पर डिप्टी सीएम अरुण साव ने तीखा हमला बोला है। सबसे पहले थर्मल पावर प्लांट के शिलान्यास को लेकर हो रही सियासत पर उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार के पांच साल के कार्यकाल में कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया।

सरकार के अंतिम दिनों में बिना टेंडर और वर्क ऑर्डर के शिलान्यास किया गया, जो सही नहीं था। उन्होंने स्पष्ट किया कि प्रधानमंत्री मोदी ने शिलान्यास नहीं, बल्कि उस परियोजना के कार्य शुभारंभ का ऐलान किया है। चार दिन पहले उस कार्य के लिए वर्क ऑर्डर जारी किया गया था और उसी के तहत पीएम ने इसकी शुरुआत की है। कांग्रेस को पहले वास्तविकता को समझना चाहिए। कांग्रेस को विकास स्वीकार नहीं होता, इसलिए वह झूठ फैलाकर जनता को भ्रमित करने का प्रयास कर रही है।

जनता ने किया सत्ता से बाहर

मेमू ट्रेन और रेल लाइन को लेकर हो रही राजनीति पर उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने अपने पांच साल के शासन में कुछ नहीं किया, इसलिए जनता ने उन्हें सत्ता से बाहर कर दिया। चुनावों में उनकी विश्वसनीयता पूरी तरह खत्म हो गई। जब जनहित में कोई कार्य होता है तो कांग्रेस बेचैन हो जाती है और झूठे आरोप लगाने लगती है। यही स्थिति रेल परियोजनाओं को लेकर भी देखने को मिल रही है।

 नागपुर दौरे के बाद पीएम मोदी के हड़बड़ाने और गड़बड़ाने के कांग्रेस के आरोपों पर उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री पूरी तरह स्थिर और दृढ़ हैं। देशभर में कांग्रेस का जनाधार खत्म हो गया है। यह सबसे पुरानी राजनीतिक पार्टी अब राजधानी दिल्ली में भी शून्य हो गई है। छत्तीसगढ़ में भी नगर निगम चुनावों में कांग्रेस को हमने शून्य पर ला दिया है। जनता ने कांग्रेस को पूरी तरह नकार दिया है, जिससे कांग्रेस खुद हड़बड़ाहट और गड़बड़ाहट में है।

कांग्रेस का नक्सलवाद का समर्थन

डबल इंजन सरकार पर नक्सलवाद को बढ़ावा देने के कांग्रेस के आरोपों पर उन्होंने कहा कि नक्सली गतिविधियों को कांग्रेस के संरक्षण में बढ़ावा मिला था। कांग्रेस ने नक्सलियों को अपने कैडर के रूप में इस्तेमाल किया और अपने कार्यकाल में पुलिस और सुरक्षाबलों को कार्रवाई करने से रोका। कांग्रेस सरकार के दौरान नक्सलवाद को परोक्ष रूप से समर्थन दिया गया, लेकिन हमारी सरकार के आने के बाद सुरक्षाबलों को खुलकर कार्रवाई करने का अवसर मिला है। कांग्रेस केवल झूठ, भ्रम और भ्रष्टाचार की राजनीति कर सकती है, इससे ज्यादा कुछ नहीं कर सकती। यही कारण है कि जनता लगातार कांग्रेस को नकार रही है।

18 लाख प्रधानमंत्री आवासों को स्वीकृति

 प्रधानमंत्री आवास योजना को लेकर कांग्रेस के आरोपों पर उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने अपने कार्यकाल में गरीबों को आवास से वंचित रखा और अब इस योजना पर सवाल उठा रही है। प्रधानमंत्री मोदी ने तीन लाख परिवारों को गृह प्रवेश कराया है। हमारी सरकार बनने के बाद 18 लाख प्रधानमंत्री आवासों को स्वीकृति दी गई थी, और उसी के तहत अब तक तीन लाख परिवारों को उनके घर मिले हैं। नवरात्र और हिंदू नववर्ष के पहले दिन तीन लाख गरीब परिवारों को अपने घर मिलने से कांग्रेस बेचैन हो गई है। यही कारण है कि कांग्रेस इस तरह के आधारहीन आरोप लगा रही है।

रामविचार नेताम भी बिफरे

पूर्व पीसीसी चीफ धनेंद्र साहू के थर्मल पावर प्लांट को लेकर दिए गए बयान पर रामविचार नेताम ने भी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि देश के लोकप्रिय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जहां भी जाते हैं, वहां हजारों-हजार करोड़ रुपये की सौगात देते हैं। केंद्र और राज्य की भाजपा सरकार द्वारा किए जा रहे विकास कार्यों को देखकर कांग्रेस इसे पचा नहीं पा रही है। यही कारण है कि छत्तीसगढ़ में भाजपा सरकार के विकास कार्यों को लेकर विपक्षी दल अनर्गल बयानबाजी कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस जो भी आरोप लगाती है, पहले उसे अपने ही आरोपों की तह तक जाना चाहिए, क्योंकि कांग्रेस हमेशा नकारात्मक राजनीति करती है। छत्तीसगढ़ में प्रधानमंत्री मोदी के सफल कार्यक्रम पर सवाल उठाकर कांग्रेस खुद ही हास्यास्पद स्थिति में आ रही है। कांग्रेस लगातार झूठे आरोप लगाती रही है और यही कारण है कि छत्तीसगढ़ से लेकर दिल्ली तक उसकी स्थिति शून्य पर पहुंच गई है। कांग्रेस को जमीन पर रहकर वास्तविकता के आधार पर बात करनी चाहिए।

छत्तीसगढ़ में नक्सलवाद के खात्मे को लेकर पूर्व पीसीसी चीफ धनेंद्र साहू द्वारा भाजपा सरकार पर लगाए गए आरोपों पर प्रतिक्रिया देते हुए कृषि मंत्री रामविचार नेताम ने कहा कि कांग्रेस नेता दावा कर रहे हैं कि उनकी सरकार के दौरान केंद्र ने नक्सल उन्मूलन के लिए पर्याप्त फोर्स उपलब्ध नहीं कराई। लेकिन कांग्रेस को यह समझना चाहिए कि सिर्फ फोर्स की उपस्थिति से नक्सलवाद खत्म नहीं होता, इसके लिए मजबूत इच्छाशक्ति की आवश्यकता होती है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की दृढ़ इच्छाशक्ति के कारण नक्सल उन्मूलन के लिए लगातार ठोस कदम उठाए जा रहे हैं।

रामविचार नेताम ने कहा कि केंद्र सरकार ने छत्तीसगढ़ में नक्सलवाद खत्म करने के लिए मार्च 2026 तक का लक्ष्य निर्धारित किया है और इसके लिए विशेष टास्क फोर्स को जिम्मेदारी सौंपी गई है। आज हमारे वीर जवान नक्सलियों को हर जगह खोजकर मार रहे हैं, चाहे वे जंगलों में हों या गुफाओं में छिपे हों। कांग्रेस को यह हकीकत नजर नहीं आती। बस्तर से लेकर दंतेवाड़ा तक अब सड़क मार्ग से निर्बाध आवागमन संभव हो गया है, क्योंकि छत्तीसगढ़ में नक्सलियों का प्रभाव पहले जैसा नहीं रहा। इसलिए विपक्ष को बेबुनियाद आरोप लगाने की बजाय सच्चाई को स्वीकार करना चाहिए।

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