
9 अप्रैल 2025:- खरमास एक ऐसा समय होता है. जिसमें किसी भी प्रकार के शुभ कार्य जैसे शादी विवाह मुंडन और गृह प्रवेश आदि नहीं किए जाते हैं. कहते हैं कि इन दिनों में ग्रहों की नकारात्मक ऊर्जा प्रभावशाली रहती है. इसलिए कोई भी शुभ कार्य इस वक्त संपन्न नहीं किया जाता है. खरमास साल में दो बार लगता है. पहला जब सूर्य धनु राशि में प्रवेश करते हैं और दूसरा मीन राशि में प्रवेश करने पर लगता है. इस दौरान सूर्य की ऊर्जा काफी कम होती है. कहा जाता है कि शुभ कार्य के संपन्न होने के लिए सूर्य का तेजस्वी होना जरूरी होता है.
खरमास कब खत्म होगा:- हिंदू पंचांग के अनुसार, खरमास की शुरुआत 14 मार्च को हुई थी, जिसका समापन 14 अप्रैल को खत्म होगा. वहीं इसके बाद है. शुभ कार्यों की शुरुआत हो जाएगी.
अप्रैल 2025 के विवाह मुहूर्त
14 अप्रैल, सोमवार
16 अप्रैल, बुधवार
17 अप्रैल, बृहस्पतिवार 18 अप्रैल, शुक्रवार 19 अप्रैल, शनिवार 20 अप्रैल, रविवार 21 अप्रैल, सोमवार 25 अप्रैल, शुक्रवार 29 अप्रैल, मंगलवार 30 अप्रैल, बुधवारको अक्षय तृतीया का अबूझ मुहूर्त है. अक्षय तृतीया का दिन शादी विवाह के लिए सबसे शुभ मुहूर्त में से एक माना जाता है.
जून के बाद शुभ कार्यों पर फिर लगेगी रोक
हिंदू धर्म में खरमास के अलावा देवशयनी एकादशी के बाद सभी प्रकार का शुभ कार्यों पर रोक लग जाती है. कहते हैं कि देवशयनी एकादशी यानी 6 जुलाई से भगवान विष्णु 4 महीने के लिए योग निद्रा में चले जाएंगे. इस समय को चातुर्मास कहा जाता है. इस दौरान मांगलिक कार्यों की मनाही होती है. वहीं जब देवउठनी एकादशी यानी 1 नवंबर को भगवान विष्णु योग निद्रा से बाहर आएंगे, तब मांगलिक कार्य फिर से शुरु हो जाएंगे.