
12 अप्रैल 2025:- भारत में धूमधाम से हनुमान जयंती मनाई जाती है. इस बार ये त्योहार आज यानी 12 अप्रैल फरवरी को है. कई भारतीय क्रिकेटर इस दिन हनुमान जी की पूजा-अर्चना करते हैं. हार्दिक पांड्या, सुरेश रैना, गौतम गंभीर और विराट कोहली जैसे खिलाड़ी पहले खुलासा कर चुके हैं कि हनुमान जी में उनकी आस्था है और मैदान पर सफलता के लिए उनके आशीर्वाद का सहारा लेते हैं. उनसे जुड़े हुए मंत्र पढ़ते हैं. लेकिन क्या आप जानते हैं कि एक पाकिस्तानी खिलाड़ी भी हनुमान जी का परमभक्त है? हम बात कर रहे हैं दानिश कनेरिया की. वो अक्सर हिंदू त्योहार को धूमधाम मनाते हैं.
1500 साल पुराने हनुमान मंदिर में किया दर्शन
पाकिस्तान क्रिकेट टीम में भले ही हिंदू क्रिकेटरों की एंट्री मुश्किल होती है. इसके बावजूद दानिश कनेरिया कभी भी अपनी आस्था से पीछे नहीं हटे. उन्हें कुछ साल पहले कराची में मौजूद पाकिस्तान के सबसे भव्य और प्राचीन पंचमुखी हनुमान जी के मंदिर में दर्शन किया था. ये मंदिर 1500 साल पुराना है. कनेरिया ने इस मंदिर में जाकर पूजा की और एक वीडियो बनाकर इसकी खासियत भी बताई. दानिश कनेरिया ने मंदिर के पुजारी और वर्ल्ड हिंदू फेडरेशन के अध्यक्ष से बातचीत की. उनके मुताबिक इस मंदिर में मौजूद मूर्ति किसी ने बनाई नहीं है, वो प्राकृतिक है. ऐसी मान्यता है कि श्री पंचमुखी हनुमान जी वहां प्रकट हुए थे. इसके बाद से ही उनकी पूजा-अर्चना की जाती है. ये भी मान्यता है कि इस मंदिर में भगवान राम पूरे परिवार के साथ आए थे. उनके साथ भगवान लक्ष्मण और सीता माता भी थीं. उन्होंने खुलासा किया कि इस मंदिर पर कब्जा जमा लिया गया था. लेकिन सालों की लड़ाई के बाद छुड़ाया गया, जिसके बाद यहां पर कई दूसरे भगवान की भी मूर्तियां मिली हैं.
अयोध्या आना चाहते हैं कनेरिया
कनेरिया की भगवान राम में भी बहुत आस्था है. उन्होंने एक इंटरव्यू के दौरान अयोध्या में राम मंदिर बनने पर खुशी जाहिर की थी. साथ ही इच्छा जताई थी कि वो भारत में कुछ धार्मिक स्थलों का दर्शन करना चाहते हैं. उन्होंने कहा था कि अगर उन्हें मौका मिला तो वे अयोध्या जरूर जाएंगे और रामलला के दर्शन करेंगे.
छोड़ना पड़ा देश
पाकिस्तान के क्रिकेट इतिहास में अब तक दो ही हिंदू क्रिकेटर हुए हैं. पहले थे दानिश के मामा अनिल दलपत जिन्होंने पाकिस्तान क्रिकेट टीम के लिए खेला. इसके बाद दानिश कनेरिया भी पाकिस्तान की राष्ट्रीय टीम के लिए खेल चुके हैं. हालांकि दानिश के बाद पाकिस्तान की क्रिकेट टीम में किसी हिंदू क्रिकेटर की एंट्री नहीं हुई. बता दें कि, दानिश अपने धर्म में गहरी आस्था और विश्वास रखते हैं. कनेरिया आरोप लगा चुके हैं कि उन पर धर्म परिवर्तन का दबाव बनाया जाता था. हिंदू होने की वजह से उनके साथ भेदभाव हुआ और इतने अत्याचार हुए अंत में उन्हें देश छोड़ना पड़ा.