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दिल्ली में टमाटर की कीमत में लगी आग, 90 रुपए पहुंचे दाम…

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देश के कई राज्यों में मानसून की बारिश के कारण आपूर्ति प्रभावित होने से राजधानी के बाजारों में टमाटर की कीमतें 90 रुपये प्रति किलोग्राम पर पहुंच गई हैं. जानकारी के अनुसार आजादपुर मंडी, गाजीपुर मंडी और ओखला सब्जी मंडी सहित दिल्ली की प्रमुख थोक सब्जी मंडियों में भी टमाटर की कीमतों में बढ़ोतरी हुई है. शहर के कई निवासियों ने अपने स्थानीय बाजारों और ऑनलाइन खुदरा बिक्री मंचों पर टमाटर की बढ़ती कीमतों पर निराशा व्यक्त की. खास बात तो ये है कि मिनिस्ट्री ऑफ कंज्यूमर अफेयर की वेबसाइट के अनुसार जुलाई के महीने में टमाटर की कीमत में 25 रुपए प्रति किलोग्राम का इजाफा देखने को मिल चुका है

दिल्ली में 90 रुपए टमाटर की कीमत

लक्ष्मी नगर इलाके के एक स्थानीय निवासी ने कहा कि कुछ दिन पहले ही हमने 28 रुपए किलो में टमाटर खरीदा था, लेकिन अब यह ऑनलाइन और स्थानीय बाजार में 90 रुपए किलो बिक रहा है. सब्जियां महंगी हो गई हैं. आजादपुर मंडी में थोक सब्जी विक्रेता संजय भगत ने कहा कि बारिश के कारण थोक बाजारों में भी टमाटर के दाम 50 रुपए किलो तक बढ़ गए हैं. ऐसा इसलिए है क्योंकि पिछले एक सप्ताह में टमाटर की सप्लाई कम हो गई है. महाराष्ट्र, कर्नाटक और हिमाचल जैसे राज्यों से इस कृषि उपज को लाने वाले ट्रक की संख्या भारी बारिश के कारण कम हो गई है.

थोक बाजारों में दोगुने हुए दाम

गाजीपुर सब्जी मंडी के विक्रेता परवीत ने कहा कि पहले टमाटर के दाम 30-35 रुपए किलो के आसपास थे, लेकिन पिछले एक सप्ताह में थोक बाजारों में यह 60-70 रुपए तक बढ़ गए हैं. ओखला सब्जी मंडी के एक अन्य विक्रेता के अनुसार, पिछले एक सप्ताह में टमाटर की कीमतों में भारी उछाल आया है क्योंकि बारिश के कारण फसल खराब हो गई है. विक्रेता ने कहा कि टमाटर को लंबे समय तक चलने वाली सब्जी नहीं होती है और इसलिए वे बहुत जल्दी खराब हो जाते हैं. बारिश के कारण आपूर्ति प्रभावित हुई है, जिससे कीमतों में उछाल आया है. मानसून के आगमन के कारण देश के कई राज्यों में भारी बारिश हो रही है.

क्या कहते हैं सरकारी आंकड़ें

मिनिस्ट्री ऑफ कंज्यूमर अफेयर के आंकड़ों के अनुसार 9 जुलाई को दिल्ली में टमाटर की कीमत 65 रुपए प्रति किलोग्राम हो गई है. जुलाई के महीने में ही दिल्ली में टमाटर की कीमत में 25 रुपए प्रति किलोग्राम का इजाफा देखने को मिल चुका है. जून के आखिरी कारोबारी दिन यानी 30 जून को टमाटर की कीमत 40 रुपए प्रति किलोग्राम थे. वहीं देश की औसत कीमत की बात करें तो जुलाई के महीने में 11.63 रुपए का इजाफा देखने को मिल चुका है. 9 जुलाई को टमाटर की औसत कीमत 62.45 रुपए प्रति किलोग्राम थी. वहीं 30 जून को औसम दाम 50.82 रुपए प्रति किलोग्राम देखने को मिले थे.

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देश-विदेश

सोने-चांदी में आज हो गया भारी उलटफेर, कीमतें फ्रेश ऑलटाइम हाई पर

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सोने-चांदी की कीमत थमने का नाम नहीं ले रही। सोना लगातार छह दिनों से और महंगा होता जा रहा है। दोनों बहुमूल्य धातुओं ने बुधवार को फिर नए फ्रेश ऑलटाइम हाई पर पहुंच गए। फेस्टिवल और शादी-विवाद के मौसम को देखते हुए सोने की डिमांड भी तेज हो गई है। अखिल भारतीय सर्राफा संघ के मुताबिक, राष्ट्रीय राजधानी में लगातार छठे सत्र में तेजी के साथ सोने और चांदी की कीमतों ने नए रिकॉर्ड स्तर को पार कर लिया। सोने की कीमत 500 रुपये बढ़कर 81,500 रुपये प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गई, जबकि चांदी 1,000 रुपये बढ़कर 1.02 लाख रुपये प्रति किलोग्राम पर पहुंच गई। पीटीआई की खबर के मुताबिक, पिछले छह कारोबारी सत्रों में चांदी की कीमतों में 10,000 रुपये प्रति किलोग्राम की तेजी आई है। 16 अक्टूबर से सोने में 2,850 रुपये प्रति 10 ग्राम की तेजी आई है।

99.9% और 99.5% शुद्धता वाले सोने की कीमत

बुधवार को 99.9 प्रतिशत और 99.5 प्रतिशत शुद्धता वाले सोने की कीमतें 500-500 रुपये बढ़कर क्रमश: 81,500 रुपये प्रति 10 ग्राम और 81,100 रुपये प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गईं। चांदी की कीमत 1,000 रुपये बढ़कर 1.02 लाख रुपये प्रति किलोग्राम पर पहुंच गई, जबकि मंगलवार को इसकी कीमत 1.01 लाख रुपये प्रति किलोग्राम पर बंद हुई थी। आगामी अमेरिकी राष्ट्रपति चुनावों के नतीजों को लेकर अनिश्चितता सोने की कीमतों को ऊंचा रखने में भूमिका निभा रही है।

मूल सीमा शुल्क में कटौती के बाद घटी थी कीमतें

एसकेआई कैपिटल के एमडी नरिंदर वाधवा के मुताबिक, भौतिक बाजार और एमसीएक्स पर चांदी की कीमतों का 1 लाख रुपये तक पहुंचना भारत में मौसमी मांग और पश्चिम एशिया संघर्ष से भू-राजनीतिक जोखिम जैसे कई कारकों का स्पष्ट प्रतिबिंब है। जुलाई में, सरकार द्वारा सोने और अन्य धातुओं पर मूल सीमा शुल्क में कटौती के बाद स्थानीय बाजारों में सोने और चांदी की कीमतों में 7 प्रतिशत की तेज गिरावट आई। हालांकि, चल रहे त्योहारों, अमेरिका में ब्याज दरों में कटौती की उम्मीद और भू-राजनीतिक तनाव बढ़ने के कारण भारतीय उपभोक्ताओं की मांग बढ़ने से सर्राफा की कीमतों में तेजी आई।

वायदा बाजार में सोने का भाव

एमसीएक्स पर वायदा कारोबार में दिसंबर डिलीवरी वाले सोने के अनुबंध 112 रुपये या 0. 14 प्रतिशत बढ़कर 78,768 रुपये प्रति 10 ग्राम हो गए। दिन के दौरान कीमती धातु 263 रुपये या 0. 33 प्रतिशत उछलकर 78,919 रुपये प्रति 10 ग्राम के सर्वकालिक उच्च स्तर पर पहुंच गई थी। कॉमेक्स में बढ़त के कारण सोने की कीमतों में एक और सकारात्मक बदलाव देखने को मिला, जहां सोना 2,750 अमेरिकी डॉलर के करीब पहुंच गया। इससे एमसीएक्स पर सोने का भाव 78,750 रुपये से ऊपर बना रहा, जो अंतर्निहित तेजी की भावना को दर्शाता है।

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10 महीने में सोने ने बनाया 15,000 की कमाई का रिकॉर्ड, दिवाली मे कहां तक जाएगा गोल्ड..

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गोल्ड की कीमतें रॉकेट की रफ्तार की तरह भाग रही हैं. मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज पर सोने के दाम 78 हजार रुपए के लेवल को पार कर नए रिकॉर्ड लेवल पर पहुंए गए हैं. खास बात तो ये है कि वायदा बाजार में मौजूदा साल में गोल्ड ने निवेशकों को 10 ग्राम पर 15 हजार रुपए से ज्यादा की कमाई करा दी है. इसका मतलब है कि करीब 10 महीनों में निवेशकों को 10 ग्राम गोल्ड पर 24 फीसदी का रिटर्न मिल चुका है. अब सबसे बड़ा सवाल ये है कि आखिर दिवाली के दिन गोल्ड 80 हजार रुपए के लेवल को पार करेगा. इसका मतलब है कि आने वाले दिनों में गोल्ड की कीमतों में और 2000 रुपए तक की तेजी देखने को मिलेगी.

वास्तव में गोल्ड की डिमांड में काफी इजाफा देखने को मिल रहा है. इसके प्रमुख कारण फेस्टिव सीजन के अलावा यूरोपीय सेंट्रल बैंक की ओर ब्याज दरों में कटौती और आने वाले समय में फेड की ओर से पॉलिसी रेट में कट की संभावना है. इन दो कारणों के अलावा जियो पॉलिटिकल टेंशन भी गोल्ड को काफी सपोर्ट कर रहा है. वहीं अमेरिकी प्रेसीडेंशियल इलेक्शन से पहले निवेशक गोल्ड को सेफ हैवन के तौर देख रहे हैं. जिसका असर गोल्ड की बढ़ती कीमतों के रूप में देखने को मिल रहा है. जानकारों का कहना है कि दिवाली तक देश के वायदा बाजार में गोल्ड के दाम 80 हजार रुपए तक जा सकते हैें. आइए आंकड़ों से समझने की कोशिश करते हैं कि आखिर मौजूदा साल में गोल्ड की कीमतों ने कितनी कमाई कराई है और कैसे गोल्ड के दाम 80 हजार रुपए के लेवल पर पहुंच सकते हैं?

वायदा बाजार में गोल्ड के मौजूदा दाम

मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज पर देर रात भले ही मुनाफावसूली देखने को मिली हो और 9 रुपए की मामूली गिरावट के साथ गोल्ड का कारोबार बंद हुआ. लेकिन सोमवार को सोने की कीमत 78,460 रुपए के साथ रिकॉर्ड लेवल पर पहुंच गए थे. वैसे सोना 78,077 रुपए पर ओपन हुआ था और कारोबारी सत्र के दौरान 77,868 रुपए के दिन के लोअर लेवल पर भी पहुंच गया. जब बाजार बंद हुआ तो गोल्ड की कीमत 78,030 रुपए देखने को मिल रही थी. जानकारों की मानें तो गोल्ड में निवेशकों ने बाद में मुनाफावसूली शुरू कर दी. जिसकी वजह से कीमतों पर दबाव देखने को मिला. आने वाले दिनों में गोल्ड की की कीमत में तेजी देखने को मिलेगी.

दिवाली तक होगा 2000 रुपए तक इजाफा

अब सबसे बड़ा सवाल ये है कि क्या दिवाली तक गोल्ड की कीमत में 2000 रुपए प्रति दस ग्राम का इजाफा देखने को मिलेगा? जी हां, ये सवाल इसलिए भी अहम है क्योंकि अगर ऐसा होता है तो गोल्ड की कीमतें 80 हजार रुपए के पार पहुंच जाएंगी. जिसके आसार काफी ज्यादा दिखाई दे रहे हैं. आंकड़ों को देखें तो मौजूदा महीने में गोल्ड की कीमतों में 2,849 रुपए का इजाफा देखने को मिला है. वहीं बीते 10 दिन में गोल्ड के दाम में 3,163 रुपए की तेजी देखने को मिली है. अगर रफ्तार ऐसी ही रही हो गोल्ड की कीमतों को 80 हजार रुपए के लेवल पर जाने से कोई नहीं रोक सकता है.

क्यों आ रही है तेजी?

एचडीएफसी सिक्योरिटीज में कमोडिटी करेंसी के हेड अनुज गुप्ता के अनुसार गोल्ड की कीमतों में तेजी का प्रमुख कारण फेस्टिव डिमांड तो है ही साथ में जियो पॉलिटिकल टेंशन भी बड़ा फैक्टर माना जा रहा है. इसके अलावा हाल ही में यूरोपियन सेंट्रल बैंक की ओर से ब्याज दरों में कटौती की है. जिसका असर भी गोल्ड की कीमतों में देखने को मिल रहा है. उन्होंने आगे कहा कि यूएस प्रेसीडेंशियल इलेक्शन के दौरान इंवेस्टर भी गोल्ड को सेफ हैवन के तौर पर देख रहे हैं. ग्लोबली शेयर बाजार में गिरावट का माहौल देखा जा रहा है, जिसकी वजह से निवेशक इक्विटी को छोड़ गोल्ड में निवेश कर रहे हैं.

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दिवाली के पहले मिलेगा ‘सस्ता’ प्याज, आज से ‘कांदा एक्सप्रेस’ महंगाई पर लगाएगी लगाम..

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भारतीय इतिहास में पहली बार ऐसा हुआ है जब एक ट्रेन प्याज देश की राजधानी दिल्ली पहुंची है. सरकार ने ऐसा कदम बढ़ती प्याज की कीमतों को कम करने के उद्देश्य से उठाया है. व्यापारियों से लेकर आम आदमी तक के लिए फेस्टिव सीजन में मोदी सरकार की बड़ी सौगात है. सरकार की कोशिश दिवाली से पहले प्याज की कीमतों को कम करने की है. इसके लिए भारतीय रेलवे के सहारे 1,600 टन प्याज दिल्ली के थोक बाजारों में आपूर्ति करने का फैसला लिया गया है. कांदा एक्सप्रेस नाम की विशेष ट्रेन महाराष्ट्र के लासलगांव रेलवे स्टेशन से देर रात दिल्ली पहुंची है.

इतनी होगी प्याज की कीमत

दिल्ली के किशनगंज रेलवे स्टेशन पर कांदा एक्सप्रेस ट्रेन देर रात प्याज लेकर पहुंची. प्याज नासिक से ट्रेन के 42 डिब्बों में लदकर दिल्ली आई है. दिल्ली में प्याज पहुंचने पर दिल्ली और इसके आसपास के बाजारों में 2,500 से 2,600 टन प्याज की डेली सप्लाई की जाएगी. प्याज बाजार में 35 रुपए किलों पर आम आम लोगों को मिलेगा. बता दें कि इस समय दिल्ली के खुदरा बाजार में प्याज का दाम 75 रुपए किलो से ज्यादा है. पिछले दिनों उपभोक्ता मामलों की सचिव निधि खरे ने इसके बारे में जानकारी दी थी.

प्याज को लेकर सरकार बना रही ये प्लान

इसी तरह की व्यवस्था लखनऊ, वाराणसी, असम, नागालैंड और मणिपुर सहित पूर्वोत्तर राज्यों तक विस्तार किया जाएगा. सरकार परिवहन में प्याज के नुकसान को कम करने के लिए सील बंद कंटेनर परिवहन के लिए कॉनकॉर्ड के साथ भी बातचीत कर रही है. आम लोगों को राहत देने के लिए सरकार दिवाली से पहले मोबाइल वैन, एनसीसीएफ और एनएएफईडी के जरिए प्याज का वितरण करेगी. बता दें कि भारत में पहली बार ट्रेन से प्याज मंगाई गई है. दिल्ली के किशनगंज रेलवे स्टेशन पर कांदा एक्सप्रेस ट्रेन प्याज लेकर जब पहुंची तो उपभोक्ता मंत्रालय के अधिकारियों ने ट्रेन का स्वागत किया.

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