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बारिश होते ही किसानों के चेहरों पर दिखी ख़ुशी फसल के रोपाई बुनाई के लिए तैयार किए कृषिभूमि

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एस एच अजहर किरंदुल-लौहनगरी किरंदुल एवं निकटवर्ती ग्रामों में हो रही बारिश ने सभी किसानों की चिंता दूर कर दी है।पिछले तीन दिनों से हो रही बारिश से अब फसल लगाने की राह आसान कर दी तो वहीं बारिश होने के पहले लगाए फसल निकलने लगे हैं।
किरंदुल में पूरे दिन रिमझिम बारिश ने लोगों को गर्मी से राहत भी दिलाई है साथ ही यह बारिश खेती कार्य में सहायक भी सिद्ध होगा। बारिश की राह देखने वाले किसान अब खेती बाड़ी में सब्जी एवम् धान की फसल लगाने में जुट गए हैं एवं जमीन को समतल कर रोपाई बुनाई की तैयारी कर रहे है।
मौसम विभाग द्वारा इस सप्ताह भारी वर्षा का संकेत दी गई है। इस वर्ष सही समय में वर्षा होने से किसानों के चेहरे खिल उठे है और किसान अपने खेती कार्य में लग गए हैं।

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कांग्रेस सरकार के कान में कब सुनाई देगी छत्तीसगढ़ की बेटियों की चीख  : दीपेश अरोरा

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कोंडागाँव  : कांग्रेस पार्टी के नेता मल्लिकार्जुन खडगे, राहुल गांधी और प्रियंका वाड्रा को मध्यप्रदेश में एक बेटी के साथ हुई दुर्भाग्यजनक घटना दिखाई देती है लेकिन छत्तीसगढ़ में नवमीं में पढ़ने वाली बच्ची से बलात्कार के बारे में चुप्पी साध लिया । भारतीय जनता पार्टी के जिला अध्यक्ष दीपेश अरोरा ने कांग्रेस नेताओं से सवाल किया है कि छत्तीसगढ़ की दुष्कर्म पीड़ित बेटियों की चीख उन्हें क्यों सुनाई नही देतीं ? छत्तीसगढ़ के दौरे पर आए खड़गे जी भाजपा शासन में क्या हो रहा इसकी जानकारी तो रखते हैं लेकिन जिस राज्य से बयान दे रहे हैं वहां की स्थिति उन्हें मालूम नहीं है या यहां की की बेटियों, बहनों, बुजुर्ग महतारियों की तकलीफों से उन्हें कोई लेना देना नहीं है । राजधानी के करीब धरसीवां में पांच साल की बच्ची से बलात्कार होता है, लेकिन कांग्रेस के नेता चुप हैं । उन्हें सुकमा के पोटा केबिन में नन्हीं बच्ची की पीड़ा का एहसास नहीं है, आरंग के पास राखी के दिन एक बहन के साथ सामूहिक बलात्कार की घटना पर आंख बंद कर रखी है।

राहुल गांधी ने दुष्कर्म के एक मामले में मध्यप्रदेश की भाजपा सरकार को गुनाहगार बता दिया तो वह खड़गे जी को सुनाई दे गया। गांधी परिवार जो कहे, उसे दोहराना खड़गे जी का मुख्य कर्म है। नित्य कर्म है । रोज ही उन्हें गांधी परिवार के वचनों का भजन गाना ही पड़ता है । न जाने कब केसरी जी की गति को प्राप्त हो जाएं, इसलिए उतना ही सुनते हैं, जितना राहुल, सोनिया, प्रियंका बोलें। उतना ही कहते हैं, जितना गांधी परिवार कहता है।

दीपेश अरोरा ने कहा कि कांग्रेस सांसद राहुल गांधी और बहिन प्रियंका तो युवा हैं। उन्हें तो छत्तीसगढ़ की मासूम बच्चियों से लेकर उम्रदराज माताओं तक की चीख सुनाई पड़नी चाहिए। कमाल है कि इनके करुणामयी नेत्रों में न तो छत्तीसगढ़ की भूपेश बघेल सरकार की हकीकत दिखाई देती है और न ही बेटियों की चीखें इनके कान में प्रवेश करती हैं। कारण यह है कि आंखों पर एटीएम की पट्टी बंधी हुई है और कानों में रुई घुसी हुई है। ये छत्तीसगढ़ में मां बहिन बेटियों के साथ हर रोज हो रहे दुष्कर्म के खिलाफ कुछ बोलने की हिम्मत नहीं करते। कारण यह है कि मुंह पर सोने का ताला जड़ दिया गया है।

मध्यप्रदेश की घटना राहुल गांधी को भारत माता के हृदय पर आघात लगती है और छत्तीसगढ़ महतारी की बेटियों की अस्मिता पर कांग्रेस राज में जो वज्राघात हो रहा है, वह उन्हें क्या लगता है, यह छत्तीसगढ़ महतारी की संतानें पूछ रही है । राहुल, प्रियंका, खड़गे बताएं कि इन दुष्कर्म के लिए छत्तीसगढ़ की कांग्रेस सरकार को गुनाहगार कब कहेंगे ? जिस दिन प्रियंका गांधी आईं, उस दिन राजधानी में एडिशनल एसपी के दफ्तर की पार्किंग में मासूम बच्ची से रेप हुआ । रक्षाबंधन पर बेटियों के साथ रेप हुआ, शिक्षक दिवस पर शिक्षिका के साथ गैंगरेप हुआ। पोटाकेबिन में छह साल की बच्ची से रेप हुआ। खड़गे, राहुल प्रियंका को छत्तीसगढ़ में महिलाओं पर बढ़े अपराध के आंकड़े दिखाई नहीं दे सकते क्योंकि यह इनकी मजबूरी है। कांग्रेस का खर्चा लेना है तो भूपेश बघेल को सारी छूट देना है। लेकिन छत्तीसगढ़ की बेटियों, बहनों और महतारियों के धैर्य का बांध अब टूट गया है। वे कांग्रेस सरकार को उखाड़ फेंकने हुंकार भर रही हैं।

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नौ खेल विधाओं में सम्मिलित होकर आठ खेल विधा में हासिल किए मेडल

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बेमेतरा(खिलेश्वर घृतलहरे)  : छत्तीसगढ़ी खेल परंपराओं को बढ़ावा देने के उद्देश्यों से विभिन्न आयु वर्ग स्तर पर खेले गये छत्तीसगढ़िया ओलंपिक का राज्य स्तरीय आयोजन रायपुर में 24 से 27 सितंबर बलबीर जुनेजा स्टेडियम बुढ़ातालाब में आयोजित हुई। जिसमें जिले के संभाग स्तर दुर्ग में प्रथम स्थान प्राप्त करने वाले प्रतिभागी राज्य स्तर अपनी खेल कौशल का शानदार प्रदर्शन किया। गिल्ली डंडा पुरुष वर्ग में दानीलाल, रामकृष्ण, सुखचैन, राजकुमार तथा रामफल ध्रुव ने प्रथम स्थान प्राप्त किए जबकि महिला वर्ग एकल विधा में आरती साहू ने कुश्ती में प्रथम स्थान पर अपना नाम दर्ज की। गिल्ली डंडा महिला वर्ग में दुलारी यादव, दुकलहीन, यशोदा देवांगन, रमला तथा आरती कुर्रे, बांटी महिला में दुलारी बाई, गीता निषाद, सेवती बाई तथा रामेश्वरी निषाद वहीं एकल खेल में 100 मीटर दौड़ में बिसाहू धु्रव तथा संतोष साहू ने कुश्ती में सभी ने द्वितीय स्थान हासिल करने में सफल रहे।मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने विजय प्रतिभगियों को पुरस्कृत किया। वहीं बहुत कम फासला से कबड्डी में तृतीय स्थान पर रहने वाले प्रतिभागियों में उमेश वर्मा, अरुण कुमार, विनय कुमार, जयकिशन, मुनेश, नितेश, डिगेश्वर, कृष्ण कुमार, महेश्वर तथा विरेन्द्र थे।

एकल खेल में विरेन्द्र साहू को गेड़ी दौड़ में तृतीय स्थान पर संतोष करना पड़ा। राज्य स्तर पर खेल को संपादित कराने में जिले से कमल नारायण शर्मा उप पुलिस अधीक्षक, दिनेश शर्मा, नारायण यादव, पवन साहू, चोवाराम मधुकर, संजय कोसले, प्रभुराम जावेद उमा साहू, वंदना लाउने, अमोल सलाम, रुपेश यादव ने प्रशिक्षक एवं प्रबंधक के रूप में खान, सम्मिलित रहे। इस प्रदर्शन पर विघायक आशिष छाबड़ा, कलेक्टर पी. एस. एल्मा सहित सी.ई.ओ. जिला पंचायत लीना मंडावी, अपर कलेक्टर अनिल बाजपेयी. एम. मारकण्डे, अरविंद मिश्रा जिला शिक्षा अधि. भूपेन्द्र उपाध्याय नगर पालिका अधिकारी नागेश्वर तिवारी प्र.खेल अधि. सहित जिले के व्यायाम शिक्षक मनोज बख्शी, अजय शर्मा, राजपूत एवं अन्य खेल प्रेमियों ने सभी प्रतिभागियों को शुभकामनाएं प्रेषित किए।

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अखबारी कागज, पेपर का उपयोग फूड पार्सल के लिए ना करें   : खाद्य औषधि प्रशासन विभाग

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अखबार प्रिंट करने वाले स्याही में हानिकारक रसायन एवं कई तरह के हानिकारक रंजक होते हैं, जो स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है

बेमेतरा(खिलेश्वर घृतलहरे)   : समाचार पत्र दैनिक जीवन में सूचना के महत्वपूर्ण स्त्रोत है, न्यूनतम लागत होने के कारण खाद्य पदार्थों को लाने ले जाने के लिए अक्सर छपाई के लिए उपयोग किए जाने वाली अखबारी कागजध्पेपर का उपयोग किया जाता है। फूड पार्सल लाने के लिए आमतौर पर फूड्स को अखबार में लपेटा जाता है, जिसका इस्तेमाल ज्यादातर स्ट्रीट फूड के लिए किया जाता है। विक्रेता भोजन पैक करने के लिए और घर पर भी गहरे तले हुए भोजन से अतिरिक्त तेल निकालने के लिये अक्सर छपाई के लिए उपयोग किए जाने वाले अखबारी कागजध्पेपर का उपयोग किया जाता है।

पर्यावरणीय परिस्थितियों से भोजन को संदूषण से बचाने के लिए खाद्य पैकेजिंग आवश्यक है, लेकिन अखबार के उपयोग किए जाने से भोजन में स्याही का स्थानांतरण होता है, जो भोजन की गुणवत्ता और सुरक्षा को प्रभावित करता है। यह मानव स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है। अखबार, पेपर को प्रिंट करने के लिए उपयोग की जाने वाली स्याही में डाई आइसोब्यूटाइल फटालेड, डाइएन आईसोब्यूटाइलेट जैसे हानिकारक रसायन एवं कई तरह के हानिकारक रंजक होते हैं, जो तेल के साथ मिल जाते हैं और खाने के जरिये हमारे शरीर में प्रवेश कर जाते हैं जिससे हमारे शरीर में पाचन संबंधी विकार, टॉक्सिसिटी, विभिन्न कैंसर, महत्वपूर्ण अंगों की विफलता तथा प्रतिरक्षा तंत्र का कमजोर होना जैसे विभिन्न प्रकार की बीमारियां होने की संभावना रहती है। अतएव खाद्य एवं औषधि प्रशासन छत्तीसगढ़ सामान्य जन एवं खाद्य कार्यकर्ताओं से अपील करता है कि खाने के स्टॉल से खाने पीने की चीजें लेने देने के लिए अक्सर छपाई के लिए उपयोग किए जाने वाले अखबारी कागजध्पेपर का उपयोग ना करे और यदि कोई खाद्य कारोबार कर्त्ता ऐसा करता है तो उसको इसके दुष्प्रभाव की जानकारी देवे, उससे होने वाले नुकसान के बारे में बताएं और उसे ऐसा न करने की सलाह दे यदि कोई खाद्य कारोबार करता बार-बार समझाइश के बाद भी ना माने तो कार्यालय खाद्य एवं औषधि प्रशासन, सिग्नल चैक, जिला बेमेतरा, छ.ग. को सूचित करें।

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