Connect with us

क्राइम

गोपालपुर के इंडियन ऑयल से निकलने वाली टैंकरों में होता है बड़ा खेल , मुख्य मार्ग का अहाता बना डीजल पेट्रोल निकालने का अड्डा

Published

on

SHARE THIS

*भागवत दीवान* कोरबा :-एक तरफ एसटीएफ टीम शिकायत मिलने पर प्रदेश भर के पेट्रोल पम्पों पर छापेमारी कर रही है। तो वहीं दूसरी ओर ऑयल कंपनी के नाक के नीचे ही अवैध तेल का काला कारोबार तेल टैंकर संचालक कर रहे हैं। यह पूरा गोरखधंधा गोपालपुर स्थित बने ऑयल कंपनी से निकलने वाली टैंकरों में चल रहा है, जिसका कुल कारोबार लाखों में चल रहा है। इस अवैध कारोबार के हिस्सेदार क्षेत्र में फैले ढाबा संचालक समेत टैंकर माफिया हैं। करीब प्रत्येक टैंकर से रोजाना 100 से 200 लीटर पेट्रोल और डीजल-पेट्रोल पम्प पहुंचने से पहले ही रास्ते में ही टैंकर ड्राइवर एक गैलन में निकाल कर बाजार में कम कीमत में बेच देते हैं।आपको बता दें कि गोपालपुर इंडियन ऑयल के पास दोनों ओर इंडियन ऑयल के टैंकर खड़े दिख जायेंगे, लेकिन तेल से भरे टैंकर का रास्ते में रोकने का टैंकर ड्राइवरों ने नायब तरीका निकाला है। जिसका तोड़ ऑयल कंपनी के अधिकारियों के पास भी नहीं है। वहीं नाम न छापने की शर्त पर ऑयल कंपनी के एक कर्मचारियों ने बताया कि इंडियन आयल कंपनी के गेट से कुछ दूरी पर ही टीनशेड नुमा मुख्य मार्ग मैं एक बड़ा सा गेट लगा हुआ बाउंड्री वाल बना हुआ है। जिसे टैंकर रिपेयरिंग सेंटर का नाम देकर टैंकरो से गैलन में 100 से 200 लीटर पेट्रोल और डीजल निकालने का खेल चलता है। जिसे क्षेत्र में सक्रिय तेल माफिया पवन अग्रवाल के द्बारा बाजार में सस्ते दामों में बेच देते हैं।

रोजाना करीब सैकड़ों टैंकर अंबिकापुर रायगढ़ मार्ग सहित अलग-अलग दिशा के लिए रवाना होती है। जिसमें से तेल बीच में ही निकाल कर बेच दिया जाता है। वहीं इस पूरे मामले में ऑयल कंपनी के किसी भी अधिकारी ने बात करने से इंकार कर दिया है। उनका कहना है कि ऐसा कोई भी मामला उनके संज्ञान में नहीं है। और न ही इस तरह कोई भी टैंकर चालक चोरी कर सकता है।

*बाउंड्री वॉल के अंदर डीजल पेट्रोल निकालने की*
*अड्डा पर मिल जायेगा चोरी का तेल*

टैंकर ड्राइवर चोरी का तेल क्षेत्र में बने ढाबा पर बेच देते हैं, जिसे बाद में ढाबा संचालक कटघोरा कोरबा क्षेत्र में छोटी-छोटी दुकानों पर बेच देते हैं। इसके बाद यह पेट्रोल और डीजल कोरबा बाल्को क्षेत्र में बने राखड् डेम में चलने वाले हाईवा ट्रेलर के मालिक खरीद लेते हैं। चोरी का तेल बिकने वाली दुकान को क्षेत्र के लोग अड्डा नाम से जानते है, लेकिन इस पूरी चोरी के खेल में टैंकर मालिक पेट्रोल आम जनता को चुना लगा रहे हैं।

 

*इन गांवों में होता है तेल का खेल* बालको नगर क्षेत्र के

रूमगड़ा, कटघोरा क्षेत्र के पोड़ी उपरोड़ा गुर्सियां चोटिया दर्री जमनीपाली समेत कई और अन्य गांव में तेल की चोरी की कहानी खुलेआम जग जाहिर है। जिसे रोक पाना बहुत कठीन है। इस गांव के लोगों का कहना है। कि, क्षेत्र में फैले ज्यादातर छोटी दुकानों में पेट्रोल और डीजल बाजार से कम कीमत पर मिल जाता है।

सेंसर चिप से होती है टैंकर की मॉनिटरिंग
इंडियन ऑयल कंपनी टैंकर ड्राइवरों पर नजर रखने के लिए ज्यादातर टैंकरों में एक डीटीएच चिप लगा रखा है। जिससे टैंकर ड्राइवरों की पल-पल की खबर कंपनी के पास रहती। जबकि ऑयल अधिकारी डाल-डाल तो टैंकर ड्राइवर उनकी आंखों में धुल झोंकने के लिए पात-पात चलते हैं। हालांकि इस पूरी चोरी में किन-किन लोगों की संलिप्तता है, यह जांच का विषय है। वहीं इस चिप से टैंकर की स्पीड तक पर नजर रखी जाती है, क्योंकि 50 से ऊपर स्पीड से चलने पर टैंकर में एक एयर प्रेशर बनता है, जिससे आग लगने का खतरा भी हो सकता है।

कटघोरा क्षेत्र में फैले कई ढाबा संचालक तेल कोड वर्ड में बेचते हैं, जिसे उन्होंने अधिकारियों की नजरों से बचने के लिए सादा पानी कोड वर्ड दिया है। इस कोड वर्ड को केवल क्षेत्र के ग्रामीण जानते हैं या तेल माफिया। चोरी किये हुये पेट्रोल को करीब 61 से 62 रुपए प्रति लीटर में बेचा जाता है और डीजल करीब 50 रुपए प्रति लीटर में बेचा जाता है, जो बाजार मूल्य से कम पर पड़ता है।


*तेल चोरी के कई साधनों का प्रयोग किया जा रहा है*।
*पुलिस की नाक के नीचे हो रहा पूरा खेल*

इस पूरे काले खेल में साफ जाहिर होता है। कि इसमें स्थानीय पुलिस की मिलीभगत है। क्योंकि इंडियन ऑयल कंपनी के कुछ दूरी पर ही दर्री थाना है। जहां से यह टैंकर ड्राइवर होकर गुजरते हैं। और थाना से कुछ दूरी पर ही ड्राइवर तेल टैंकर से तेल निकासी का काम करते हैं। जबकि पुलिस इस पूरे खेल को शायद देखने के बावजूद भी अपनी आंखें बंद कर पूरे खेल को अनदेखा कर देती है। वहीं सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार इस पूरे चोरी में संबंधित थाने को भी महीना जाता है। बाकी यहां पूरे टैंकरों से तेल चोरी का कार्य किया जाता है।

एस पी ने कहा दोषियों पर होंगी  कार्यवाही

इस पूरे मामले पर  पुलिस अधीक्षक अभिषेक मीणा कोरबा ने कहा कि  मामले की जानकारी मिली है। जिस पर दर्री सीएसपी खोमन लाल सिन्हा को पूरे मामले की जांच के लिए कहा  गया है जांच में जो भी व्यक्ति चाहे पुलिस की मिलीभगत हो या टैंकर चालकों की उन पर कार्रवाई की जाएगी।

*टंकी चाबी का खेल*
इंडियन ऑयल से टैंकर निकलने पर पूरा तेल माप कर टैंकर के चैंबर को ताला लगा दिया जाता है। जिसकी चाबी या तो ऑयल कंपनी के अधिकारी के पास या तो पेट्रोल पम्प मालिक के पास होता है। फिर भी इसका भी तोड़ निकाल डाला है। टैंकर ड्राइवरों ने  सूत्रों की माने तो चैंबर की दूसरी चाभी क्षेत्र में महज सौ से दौ सौ रुपए में बन जाते हैं।

*केमिकल के कारण पकड़ में नहीं आती चोरी*
टैंकर की गाड़ी चाहे 12000 लीटर की हो या 20000 हजार लीटर की, फिर भी पेट्रोल पम्प पर यह टैंकर पहुंचने पर तेल का माप करने पर उतना ही तेल निकलता है। इस पूरी चोरी को छुपाने के लिए टैंकर ड्राइवर एक कैमिकल का इस्तेमाल करते है, जिससे टैंकर में भरे तेल हाई प्रेशर बन जाता है। जो पेट्रोल पम्प मैनेजर द्धारा मापने पर उतना ही तेल होता है। जितना पम्प मालिक डिमांड करता है। इस पूरे का मामले का मास्टर माइंड तेेेल माफिया  पवन अग्रवाल का बताया जा रहा ।

SHARE THIS

क्राइम

गबन : शासकीय उचित मूल्य दुकान में गबन का मामला, सचिव और विक्रेता गिरफ्तार….

Published

on

SHARE THIS

अनिता गर्ग अमनपथ ब्यूरों ,रायगढ़ : दिनांक 04.09.2024 को थाना घरघोड़ा में खाद्य निरीक्षक श्रीमती प्राची सिन्हा (35 वर्ष) ने एक आवेदन प्रस्तुत कर ग्राम पंचायत बैहामुड़ा की शासकीय उचित मूल्य दुकान में गबन का मामला दर्ज कराया। दुकान जिसका संचालन सचिव अशोक चौहान और विक्रेता गजानंद पटेल द्वारा किया जाता है, शासकीय उचित मूल्य दुकान में बड़े पैमाने पर अनियमितताएं पाई गईं।

शिकायतकर्ता संतोष कुमार राठिया निवासी बैहामुडा की शिकायत पर खाद्य निरीक्षक श्रीमती प्राची सिन्हा द्वारा दिनांक 02.08.2024 को उचित मूल्य दुकान का जांच किया गया । जांच के दौरान, श्रीमती सिन्हा ने पाया कि दुकान से 94.28 क्विंटल चावल, 15.04 क्विंटल चना, 9.25 क्विंटल शक्कर, और 22.14 क्विंटल नमक, जिसका बाजार मूल्य लगभग 5,20,003.57 रुपए है, का वितरण लाभार्थियों को नहीं किया गया और उसे गबन कर लिया गया। इसके अतिरिक्त, राशन कार्ड धारक स्वर्गीय साधमोती के राशन कार्ड का उपयोग उनकी मृत्यु के 6 महीने बाद तक किया गया।

पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ धारा 316(5) बी.एन.एस. 3,7 ई.सी. एक्ट के तहत अपराध क्रमांक 258/2024 में मामला दर्ज किया और जांच के बाद आरोपियों अशोक चौहान (52 वर्ष) और गजानंद पटेल (43 वर्ष) को आज दिनांक 05.09.2024 को गिरफ्तार कर रिमांड पर भेज दिया। दोनों आरोपियों ने अपराध स्वीकार कर लिया है, और उनके खिलाफ पर्याप्त साक्ष्य मिलने के बाद उन्हें गिरफ्तार किया गया। मामले की आगे की जांच जारी है ।

SHARE THIS
Continue Reading

क्राइम

प्रेम-प्रसंग में 2 बेटियों और पिता की हुई मौत,इस IPS अफसर ने 50वें दिन दिलाया इंसाफ..

Published

on

SHARE THIS

पटना. बिहार देश का पहला राज्य बन गया है, जिसने भारत के नए आपराधिक कानून (BNS) के तहत गुनहगारों को सजा दिलाई है. बिहार की सारण पुलिस द्वारा नए BNS कानून के तहत दर्ज की गई एफआईआर और अनुसंधान के बाद एक ट्रिपल मर्डर केस में सभी आरोपियों को उम्रकैद की सजा हुई है. अदालत ने ट्रिपल मर्डर केस में दो किशोर गुनहगारों को उम्रकैद और 25 हजार का जुर्माना लगाया है. यह मामला प्रेम प्रसंग से जुड़ा हुआ था, जिसमें दो लड़कों ने दो नाबालिग लड़कियों और उनके पिता की धारदार हथियार से हत्या कर दी थी. अपराधियों ने रात के अंघेरे में घर की छत पर सो रहे बाप और उसकी दो नाबालिग बेटियों की बड़ी निर्दयता से हत्या कर दी थी. स्पीडी ट्रायल के बाद गुरुवार को 50वें दिन दोनों किशोर आरोपियों को उम्रकैद की सजा हुई है.भारतीय न्याय संहिता के 1 जुलाई से लागू होने के बाद देश में पहली बार इस नए कानून के तहत किसी को सजा सुनाई गई है. न्यूज18 हिंदी ने सारण के एसपी डॉ. कुमार आशीष से इस वारदात को लेकर विस्तार से बात की. सारण के एसपी डॉ. कुमार आशीष कहते हैं, ‘बिहार और बिहार पुलिस दोनों के लिए आज का दिन एतिहासिक है. बीएनएस के तहत दर्ज मामलों में सजा दिलाने में सारण देश का पहला जिला और बिहार पहला राज्य बन गया है. बीती 17 जुलाई को रात 2 बजे डायल 112 नंबर से हमें सूचना मिली थी कि एक ही परिवार के तीन सदस्यों की धारदार हथियार से हत्या कर दी गई है. मरने वालों में पिता और दो नाबालिग बेटियां शामिल थीं. घटना के एक घंटे के अंदर ही हमने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया.’

14 दिन में चार्जशीट
डॉ आशीष कहते हैं, ‘हमने रसूलपुर थाने में धारा 103 (1), 109(1), 329- 4/3 ( 5 ) के तहत केस दर्ज कर जांच शुरू की. इसमें फॉरेंसिक एक्सपर्ट्स की भी मदद ली. भारत के तीन नए कानून बीएनएस, बीएनएसएस और बीएनएसए इन सभी के अनुदेशों का पालन करते हुए 14 दिनों में ही यानी 31 जुलाई को स्पीडी चार्जशीट दाखिल कर दी थी. इसके बाद माननीय न्यायालय से स्पीडी ट्रायल कराने का हमने आग्रह किया था. कोर्ट ने संज्ञान लेते हुए 13 अगस्त से स्पीडी ट्रायल शुरू कर दिया. 22वें दिन 3 सितंबर को दोनों को दोषी ठहराया और घटना के 50वें दिन आज दोनों को सजा सुनाई गई है. कोर्ट ने 48 दिनों के अंदर दोनों आरोपी सुधांशु कुमार उर्फ रोशन और अंकित कुमार को दोषी माना था.

48वें दिन अदालत ने माना दोषी
कुमार कहते हैं, ‘शुरू से ही हमने फैसला कर लिया था कि इस मामले को स्पीडी ट्रायल से जल्दी सुलझाएंगे. हमारी पूरी टीम इसमें दिन-रात लगी रही, क्योंकि मामला एक ही गांव का था और वह भी प्रेम प्रसंग का, तो मुझे लगा कि कहीं मामला और बड़ा न हो जाए. लड़का इसलिए नाराज था कि लड़की ने उससे बात करनी बंद कर दी थी. इसके बाद लड़कों ने बगल की हाट से चाकू खरीदा और दीवार के सहारे छत पर चढ़कर दोनों लड़कियों और उसके पिता की हत्या कर दी. हमने डीएनए, एफएसएल और सिरोलॉजिकल रिपोर्ट के साक्ष्य अदालत को दिए, जिसे अदालत ने सही पाया और आज फैसला सुनाया.

50वें दिन हो गई सजा
आपको बता दें कि आईपीएस अधिकारी डॉ. कुमार आशीष 2012 बैच के बिहार कैडर के अधिकारी हैं. आशीष ने पिछले साल ही जेएनयू से डॉक्टरेट की डिग्री हासिल की है. आशीष को पढ़ने के साथ-साथ पढ़ाने का भी शौक है. मुजफ्फरपुर रेल एसपी रहते उन्होंने स्टेशन पर घूमने वाले लावारिस बच्चों के लिए रेल पुलिस पाठशाला की शुरुआत की थी. इस पाठशाला में लावारिस बच्चों को फ्री में शिक्षा दी जाती है. पिछले साल 15 अगस्त के दिन रेल पुलिस ने इस पहल की शुरुआत की थी. इस अनोखी पहल में प्लेटफ‌‌ॉर्म पर भटकने वाले लावारिस और जरूरतमंद बच्चों को अभी भी फ्री में शिक्षा दी जा रही है.

SHARE THIS
Continue Reading

क्राइम

शराब पीकर करती है बहू पर टॉर्चर, ससुर ने दी जान से मारने की धमकी…

Published

on

SHARE THIS

नैनीताल : उत्तराखंड के हल्द्वानी में लगातार महिलाओं के साथ अभद्रता के मामले सामने आ रहे हैं. आए दिन महिलाओं की सुरक्षा के साथ खिलवाड़ हो रहा है. ऐसा ही एक अनोखा मामला फिर सामने आया है .दरअसल हल्द्वानी क्षेत्र में दो विवाहित महिलाओं ने अपने ससुराल पक्ष पर प्रताड़ित करने का आरोप लगाते हुए पुलिस थाने पर केस दर्ज करवाया है. हल्द्वानी के गणपति विहार निवासी एक महिला की शिकायत पुलिस को महिला हेल्पलाइन नंबर में प्राप्त हुई है. महिला का कहना है उसका विवाह मुरादाबाद मिलक चांदपुर निवासी युवक के साथ हुआ था. जिसके बाद निरंतर उसके पति द्वारा उसे परेशान किया जा रहा था.

पीड़िता ने बताया कि अब तक कई बार उसके पति द्वारा उन्हें जान से मारने का प्रयास किया गया है. पीड़िता का कहना है कि उसे इतना प्रताड़ित कर दिया गया कि उसे आत्मघाती कदम उठाने के लिए मजबूर होना पड़ सकता है. महिला का आरोप है कि उसका पति उसे आए दिन पीटता है. सास -ससुर उसकी बेटी होने पर उसे ताने मारते रहते हैं. पीड़िता ने अपने जेठ पर भी आपराधिक रिकार्ड होने का दावा करते हुए उसे जान से मारने का कई बार प्रयास करने का आरोप लगाया है.

पति के शादी के बाद भी अवैध संबंध
पीड़िता का कहना है कि उसका पति शादी के बाद भी लड़कियों और महिलाओं से संबंध रखने और अश्लीलता करने से बाज नहीं आ रहा है. महिला का आरोप है कि पति ने उसके गहने भी बेच दिए हैं. महिला ने पुलिस से उसकी सुरक्षा की गुहार लगाते हुए कहा कि यदि पति व ससुराल पक्ष की प्रताड़नाओं से उसे मुक्ति नहीं दिलाई गई तो वह आत्मघाती कदम उठाने को बाध्य होगी.

सास भी शराब पीकर देती है गालियां
इसके बाद ठीक इसी तरह का एक अन्य मामला भी हल्द्वानी से सामने आ रहा है. जिसमें शिकायतकर्ता महिला ने ससुराल वालों पर दहेज को लेकर बार बार उत्पीड़न का आरोप लगाया है. हल्द्वानी के गोरापड़ाव निवासी महिला ने बताया कि शादी से पहले उसके पति, सास व ससुर ने बोला था कि हमको शादी में कुछ नहीं चाहिए. लेकिन अब शादी के बाद बार बार उसके ससुराल पक्ष के लोग दहेज संबंधित बातें उसे सुनाकर प्रताड़ित करते हैं. पीड़िता का कहना है कि उसके पिता ने अपनी हैसियत के अनुसार सोने-चांदी के जेवरात, दान, उपहार उसके विवाह में दिया था जो उसके ससुराल वालों के पास है. बावजूद इसके लगातार ससुराल पक्ष के लोग उसपर दहेज का दबाव बना रहे हैं.

सास-ससुर ने दी जान से मारने की धमकी
पीड़ित महिला का कहना है कि उसका पति अपनी नौकरी के सिलसिले में बाहर रहता है. महिला ने आरोप लगाया कि बीते दिन सुबह सुबह उसके सास-ससुर ने उसके पति से फोन पर बात की, और उसके बाद दिन में पीछे के रास्ते से उसके कमरे में आकर उसे गन्दी-गन्दी गालियां दी और उसके साथ मारपीट की. इसके अलावा उसे डराने के लिए उसे जान से मारने की धमकी दी और उसे घर से निकल जाने को कहा.

ससुर ने किया ऑटो का पीछा
जिसके बाद पीड़िता बहुत डर गई और अपने पेपर व लैपटॉप लेकर दोपहर में लगभग 02:30 बजे घर से बाहर निकल गई, तब उसके ससुर ने अपनी स्कूटी से इसके ऑटो का पीछा किया और उसे तीनपानी के पास रोककर उसके सामान की चैकिंग की. और उसे भला बुरा बोलते हुए उससे अभद्रता की. जिसके बाद जान का खतरा होने कारण उसे मजबूरन अपने मायके जाना पड़ा. महिला की शिकायत पर सभी आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज करके छानबीन शुरू कर दी गई है.

SHARE THIS
Continue Reading

खबरे अब तक

WEBSITE PROPRIETOR AND EDITOR DETAILS

Editor/ Director :- Rashid Jafri
Web News Portal: Amanpath News
Website : www.amanpath.in

Company : Amanpath News
Publication Place: Dainik amanpath m.g.k.k rod jaystbh chowk Raipur Chhattisgarh 492001
Email:- amanpathasar@gmail.com
Mob: +91 7587475741

Trending