नया साल 2025 शुरू होने में कुछ दिन है. नए साल के साथ व्रत, त्योहार, पर्व का सिलसिला शुरू होगा. ऐसे ही ग्रहण लगेंगे. सबसे पहले चंद्र ग्रहण लगेगा. यह हमेशा पूर्णिमा के दिन लगता है. उसके बाद सूर्य ग्रहण लगेगा. सूर्य ग्रहण हमेशा अमावस्या को लगता है. नए साल में 2 चंद्र ग्रहण और 2 सूर्य ग्रहण लगेंगे
नए साल का पहला चंद्र ग्रहण 2025
नववर्ष 2025 का पहला चंद्र ग्रहण फाल्गुन पूर्णिमा को 14 मार्च दिन शुक्रवार को लगेगा. उस दिन सुबह 9 बजकर 29 मिनट से चंद्र ग्रहण का पहला स्पर्श होगा यानी इसकी शरूआत होगी. चंद्र ग्रहण का समापन दोपहर 3 बजकर 29 मिनट पर होगा. इस समय उपच्छाया से अन्तिम स्पर्श होगा. यह एक आंशिक चंद्र ग्रहण होगा.
चंद्र ग्रहण का सूतक काल ग्रहण के प्रारंभ समय से 9 घंटे पहले ही शुरू हो जाता है. यह चंद्र ग्रहण एशिया के अधिकांश हिस्सों, पूरे यूरोप, ऑस्ट्रेलिया, अफ्रीका और अमेरिका में दिखाई देगा, लेकिन भारत में दृश्य नहीं होगा. इस वजह से इसकर सूतक काल मान्य नहीं होगा
नए साल का दूसरा चंद्र ग्रहण 2025
नववर्ष 2025 का दूसरा चंद्र ग्रहण 7 सितंबर दिन रविवार को रात 9 बजकर 58 मिनट पर लगेगा. इस दिन भाद्रपद पूर्णिमा है. इस ग्रहण का समापन देर रात 01 बजकर 26 मिनट पर होगा. चंद्र ग्रहण की कुल अवधि 03 घंटे 28 मिनट 2 सेकण्ड की है. इस चंद्र ग्रहण का सूतक काल दोपहर में 12 बजकर 19 मिनट पर शुरू हो जाएगा. यह चद्र ग्रहण भारत में दिखाई देगा.
नए साल का पहला सूर्य ग्रहण 2025
नए साल में पहला सूर्य ग्रहण 29 मार्च को दोपहर 2 बजकर 20 मिनट पर लगेगा. इस सूर्य ग्रहण का समापन शाम को 6 बजकर 13 मिनट पर होगा. यह एक आंशिक सूर्य ग्रहण होगा, जो यूरोप, एशिया, अफ्रीका, उत्तरी अमेरिका, दक्षिण अमेरिका, अटलांटिक महासागर, आर्कटिक महासागर के क्षेत्रों में दिखाई देगा. पहला सूर्य ग्रहण भी भारत में दृश्य नहीं होगा. इस कारण से इसका सूतक काल मान्य नहीं होगा.
नए साल का दूसरा सूर्य ग्रहण 2025
साल 2025 का दूसरा सूर्य ग्रहण 21 सितंबर को रात 10 बजकर 59 मिनट पर लगेगा. उस दिन आश्विन अमावस्या होगी. यह भी एक आंशिक सूर्य ग्रहण होगा. इस सूर्य ग्रहण का समापन अगले दिन 22 सितंबर को तड़के 3 बजकर 23 मिनट पर होगा. यह सूर्य ग्रहण ऑस्ट्रेलिया, अंटार्कटिका, प्रशांत महासागर, अटलांटिक महासागर के क्षेत्रों में दिखाई देगा. दूसरा सूर्य ग्रहण भी भारत में दिखाई नहीं देगा.