रिपोर्टर मुन्ना पांडेय,सरगुजा लखनपुर : स्थानीय सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में कई सालों से डाक्टरों की कमी बनी हुई है। फकत चार डाक्टरों के भरोसे किसी तरह से खींचतान कर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का काम चल रहा है। साथ ही महिला डॉक्टर की भी कमी बनी हुई है। कहना अतिश्योक्ति नहीं होगी कि अस्पताल प्रबंधन पूरी से चरमराई हुई है। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में पदस्थ मात्र चार डाक्टर कार्यालयीन कार्य के अलावा मरीजो की तिमारदारी कर रहे हैं। डाक्टरों के अभाव में लखनपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र खुद बिमार होकर रह गया है। जबकि अस्पताल में महिला डाक्टर सहित 8- 9 की नितांत आवश्यकता है। दरअसल अस्पताल में पदस्थ डॉ पी0 एस0 मार्को की पदोन्नति के बाद से वह जिला में सीएमएचओ के पद पर आसीन हो गये हैं। इस तरह से अस्पताल में पदस्थ कुल 5 डाक्टरों में से एक निकल गये । शेष बचे चार डाक्टरो के उपर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का दारोमदार टीका हुआ है। किसी तरह से संतुलन बना कर व्यवस्था चल रहा है। पूर्व स्वास्थ्य मंत्री टी0 एस 0 सिंह देव ने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लखनपुर में अनुभवी विशेषज्ञ डाक्टरों की नियुक्ति किये कराये जाने बात कही थी। लेकिन प्रदेश में सता परिवर्तन होने के साथ ही पूर्व अम्बिकापुर विधायक एवं स्वास्थ्य मंत्री सिंह देव का कथन अधुरा रह गया।
बाद इसके कुछ महीने पहले वर्तमान अम्बिकापुर विधायक राजेश अग्रवाल ने दौरान जीवन दीप समिति के बैठक में बात को दोहराते हुए क्षेत्र की जनसंख्या के अनुपात में लखनपुर अस्पताल में डाक्टरों की संख्या बढ़ाते हुए नियुक्त कराये जाने के आश्वासन दिये हैं। लेकिन सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में डाक्टरों की नियुक्ति नहीं हो पाने कारण पर्याप्त चिकित्सकिय व्यवस्था उपलब्ध नहीं हो पा रही है। अस्पताल में डाक्टरों की कमी के वजह से अस्पताल की तत्कालिन व्यवस्था चरमरा गई है। डाक्टरों की कमी को देखते हुए क्षेत्र वासियों ने शासन प्रशासन का ध्यानाकर्षण कराया है ताकि बिमार मरीजों को अनुभवी डाक्टरों का सलाह के साथ ईलाज मिल सके।