हिंदू धर्म में सभी शुभ कार्यो की शुरुआत शुभ मुहूर्त को देखकर की जाती है. चाहे वह शादी-ब्याह हो मुंडन हो या फिर गृह प्रवेश आदि सभी कार्य शुभ मुहूर्त देखे बिना नहीं किए जाते हैं. कहते हैं कि शुभ मुहूर्त को देखकर किए गए कार्य बिना किसी विघ्न से संपन्न हो जाते है. वहीं हिंदू धर्म में खरमास के दौरान शुभ कार्यों जैसे, गृह प्रवेश आदि की मनाही होती है. लेकिन खरमास खत्म होते ही शुभ कार्यों की शुरुआत हो जाती है. इस बार खरमास की शुरुआत 15 दिसंबर से हुई जिसका समापन अगले साल यानी 14 जनवरी 2025 को खत्म होगा. जिसके बाद से ही सभी शुभ कार्यों की शुरुआत हो जाएगी.
कैसे देखे जाते हैं शादी-ब्याह के मुहूर्त:- ज्योतिष शास्त्र में विवाह का मुहूर्त तब बनता है. जब ग्रहों की स्थिति विवाह के अनुकूल होती है. हिंदू वैदिक पंचांग के अनुसार, हर दिन के साथ एक विशेष तिथि जुड़ी होती है. जिनमें से कुछ तिथियां विवाह के लिए बहुत ही शुभ मानी जाती हैं. जैसे कि द्वितीया, तृतीया, पंचमी, सप्तमी, एकादशी, त्रयोदशी. इसके साथ ही कुछ विशेष नक्षत्रों को भी विवाह के लिए शुभ माना जाता है. जैसे रोहिणी, मृगशिरा, मघा आदि. इस सभी तिथि और नक्षत्रों को वर और वधू की कुंडलियों का मिलान किया जाता है. जिसके बाद राशियों, नक्षत्रों और ग्रहों की स्थिति को ध्यान में रखते हुए तुलनात्मक अध्ययन किया जाता है. जिसके बाद विवाह की तिथि निश्चित की जाती है.
जनवरी 2025 विवाह मुहूर्त:- हिंदू पंचांग के अनुसार, साल 2025 के जनवरी माह में विवाह के शुभ मुहूर्त कुछ इस प्रकार हैं. 16 जनवरी, 2025, बृहस्पतिवार 17 जनवरी , 2025, शुक्रवार 18 जनवरी , 2025, शनिवार 19 जनवरी, 2025, रविवार 20 जनवरी , 2025, सोमवार 21 जनवरी , 2025, मंगलवार 23 जनवरी 2025, बृहस्पतिवार 24 जनवरी, 2025, शुक्रवार 26 जनवरी, 2025, रविवार 27 जनवरी, 2025, सोमवार
फरवरी 2025 में विवाह मुहूर्त:- साल 2025 में विवाह के लिए कुल 14 शुभ मुहूर्त हैं. जो कि इस प्रकार हैं- 2 फरवरी, 2025 रविवार 3 फरवरी, 2025 सोमवार 6 फरवरी, 2025 गुरुवार 7 फरवरी, 2025 शुक्रवार 12 फरवरी, 2025 बुधवार 13 फरवरी, 2025 गुरुवार 14 फरवरी, 2025 शुक्रवार 15 फरवरी, 2025 शनिवार 16 फरवरी, 2025 रविवार 18 फरवरी, 2025 मंगलवार 19 फरवरी, 2025 बुधवार 21 फरवरी, 2025 शुक्रवार 23 फरवरी, 2025 रविवार और 25 फरवरी, 2025 मंगलवार
विवाह में शुभ मुहूर्त देखना क्यों है जरूरी:-हिंदू धर्म में विवाह से के लिए मुहूर्त देखना बहुत ही महत्वपूर्ण होता है. कहते हैं कि अगर किसी की शादी गलत मुहूर्त में हो तो पति-पत्नी को वैवाहिक जीवन में बहुत सी परेशानियां और दुख का सामना करना पड़ता है. वहीं सही मुहूर्त में शादी की जाए तो जीवन सुख और शांति के साथ बितता है.