दुर्ग : भिलाई के खुर्सीपार इलाके में उधार के 3 हजार रुपए नहीं देने पर युवक ने अपने ही दोस्त को मार डाला। आरोपी अजय यादव उर्फ टंगिया ने प्लानिंग के तहत लोकेश्वर बंजारे को शराब पीने के लिए वीरांगना अवंती बाई भवन के पास नहर किनारे बुलाया। दोनों ने मिलकर शराब पी। अजय ने फिर लोकेश्वर से उधार की रकम मांगी। लोकेश्वर ने रकम देने से मना कर दिया, जिसके बाद उसने पास पड़े पत्थर को उठाकर लोकेश्वर के सिर में पटक दिया। इससे भी वो नहीं मरा तो पत्थर से उसके सिर में कई वार किए, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। इसके बाद से अजय फरार था। 6 दिसंबर की रात हुई वारदात के बाद बुधवार देर शाम अजय को गिरफ्तार कर लिया गया। अजय को घटनास्थल पर लेजाकर क्राइम सीन रिक्रिएट करवाया। नहर किनारे खून से लथपथ लाश मिलने की खबर के बाद से पुलिस जांच में जुटी थी। संदेह के आधार पर दो आरोपियों को पहले ही हिरासत में लिया गया था। पूछताछ में दोनों ने बताया कि घटना वाले दिन उन्होंने लोकेश्वर को अजय के साथ जाते देखा था। पुलिस ने जब आसपास लगे सीसीटीवी खंगाला तो इसकी पुष्टि हो गई। अजय और लोकेश्वर दोनों साथ में जाते हुए नजर आए। जिसके बाद से पुलिस उसकी तलाश में जुटी थी।
इसी दौरान पुलिस को सूचना मिली की अजय उर्फ टंगिया कवर्धा में छिपा हुआ है। पुलिस की टीम वहां पहुंची और टंगिया को हिरासत में लिया। पूछताछ में उसने बताया कि लोकेश्वर ने उससे 3 हजार रुपए उधार लिया था, लेकिन दे नहीं रहा था। इसलिए उसने उसको मारने का प्लान बनाया। पुलिस अजय उर्फ टंगिया को काफी दिनों से खोज रही थी, अजय मोबाइल इस्तेमाल नहीं करता था इसलिए वो पुलिस की पकड़ में नहीं आ रहा था। इसी दौरान टंगिया ने अपने एक परिचित के मोबाइल से भिलाई में एक मित्र को फोन करके पूछा कि क्या पुलिस उसे खोज रही है। इसी कॉल से वो ट्रेस हो गया। पुलिस ने उसकी लोकेशन ट्रेस किया और कवर्धा से गिरफ्तार कर लिया।