26 दिसम्बर 2024:- भारत में डायबिटीज की बीमारी एक बड़ा खतरा है. ऐसा इसलिए क्योंकि हर साल इस डिजीज के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं. आईसीएमआर के मुताबिक, भारत में 10 करोड़ से ज्यादा मरीजों डायबिटीज के हैं. ये संख्या लगातार बढ़ रही है. डायबिटीज से पीड़ित 50 से 70 फीसदी मरीजों को हाई ब्लड प्रेशर की बीमारी भी हो जाती है. बीपी का बढ़ना हार्ट डिजीज और किडनी की बीमारियों का कारण बनता है. ऐसे में आपके लिए यह जानना जरूरी है कि डायबिटीज में हाई बीपी क्यों हो जाता है और इसको होने से कैसे रोंके. डायबिटीज की बीमारी में शरीर में शुगर का लेवल बढ़ जाता है. अगर शुगर लेवल कंट्रोल न रहे तो इसका असर हार्ट, किडनी, आंखें, स्किन और ब्लड प्रेशर पर भी पड़ता है. मेडिकल जर्नल द लैंसेट के मुताबिक, डायबिटीज होने के बाद 50 से 70 फीसदी लोगों को हाई बीपी की समस्या हो जाती है. हाई बीपी के कारण हार्ट अटैक और स्ट्रोक तक का रिस्क रहता है. डायबिटीज एक ऐसी बीमारी है जो शरीर के लगभग हर अंग पर गंभीर असर करती है.
डायबिटीज मरीजों को क्यों हो जाती है हाई बीपी की बीमारी
डायबिटीज में इंसुलिन रजिस्टेंस होता है, जिससे शरीर में इंसुलिन की मात्रा सही तरह से नहीं बन पाती है. ये बीपी को बढ़ा सकता है. डायबिटीज मरीजों में वजन बढ़ना आम है, जो ये भी हाई बीपी का कारण बन सकता है. शुगर लेवल बढ़ने से नसों की क्षति हो सकती है, जिससे बीपी बढ़ सकता है. डायबिटीज में शुगर लेवल बढ़ता है तो इससे शरीर की नसों को नुकसान पहुंचने लगता है. इसकी वजह से नसें संकरी होने लगती हैं. जिससे ब्लड सर्कुलेशन सही से नहीं हो पाता है. जो हाई बीपी का कारण बनता है.ब्लड प्रेशर बढ़ने से हार्ट अटैक आने का रिस्क रहता है. ऐसे में डायबिटीज को कंट्रोल करना जरूरी है. नहीं तो ये कई गंभीर बीमारियों का कारण बन सकता है.
डायबिटीज से कैसे बचें
खानपान का ध्यान रखें
रोजाना एक्सरसाइज करें
मोटापा बढ़ने न दें
ज्यादा मीठा न खाएं
मानसिक तनाव न लें
बीपी को कंट्रोल में कैसे रखें
डाइट में हरी सब्जियां शामिल करें
रोज एक्सरसाइज करें
ज्यादा नमक न खाएं
शराब और धूम्रपान से बचें