महतारी वंदन से उद्यमिता की ओर कदम बढ़ाती महिलाएं
अनीता गर्ग अमनपथ ब्यूरों रायगढ़, 30 दिसम्बर 2024/ उद्यमिता के लिए कैपिटल फंड बेहद जरूरी होता है। यह उद्यमी के व्यवसाय को आगे बढ़ाने के लिए जरूरी आर्थिक जरूरतों को पूरा करता है। अमूमन उद्यमी यह राशि बैंकों या कर्ज देने वाली संस्थाओं, इन्वेस्टर से लेते हैं। जिसमें या तो ब्याज अदायगी अथवा प्रॉफिट शेयरिंग (लाभ बांटना) जैसी शर्तें जुड़ी होती हैं।महिलाओं के आर्थिक सशक्तिकरण के लिए मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय के नेतृत्व में शुरू की गई महतारी वंदन योजना माताओं बहनों को प्रतिमाह 1 हजार रूपये की जो राशि दे रही है, इससे दैनिक आवश्यकताओं के पूर्ति के साथ ही अब महिलाओं ने एकजुट होकर इस राशि से अपने कदम अपनी उद्यमिता को यात्रा को आगे बढ़ाने में कर रहे हैं। लैलूंगा की 10 महिलाएं समूह के माध्यम के सब्जी उगाने और बेचने का काम शुरू किया है। इसमें महतारी वंदन योजना से मिल रही राशि का उपयोग अपने काम को आगे बढ़ाने में कर रही हैं। महतारी वंदन से मिली राशि जो कैपिटल फंड के रूप में इन महिलाओं के काम आ रही हैं, उसकी सबसे खास बात यह है कि इसमें किसी प्रकार की देनदारी और लाभ वितरण जैसी शर्तें नहीं जुड़ी हैं। यह महिलाओं का अपना पैसा है जो वे अपने व्यवसाय को आगे बढ़ाने में लगा रही हैं।
अपने काम के बारे में समूह की सदस्य फुलमनी मुंडा बताती हैं कि उन लोगों ने 1.5 एकड़ जमीन लीज पर लेकर साग-सब्जी की खेती कर रहे हैं। वे पालक, मेथी, लाल भाजी, मूली, मटर, आलू वगैरह उगाती हैं। सभी महिलाएं मिलकर खेतों में मेहनत करती हैं और पास के बाजारों में सब्जियों को बेचा जाता है। उन्होंने बताया कि पहले खेती-किसानी से मिलने वाले पैसे से काम आगे बढ़ाते थे जिससे कई तरीके की परेशानी होती थी। काम का दायरा भी नहीं बढ़ पा रहा था। अब महतारी वंदन से सभी महिलाओं को हर माह पैसे मिलते हैं, इससे लगने वाले खर्चों को वहन करना आसान हो गया है। ट्रैक्टर से खेत की जुताई करवाने, खाद बीज खरीदना जैसे कामों का भुगतान तुरंत कर दिया जाता है। इससे हमारा लाभ भी बढ़ा है। दिसंबर में ही लगभग 35 हजार की सब्जी बेच चुके हैं। फुलमनी कहती हैं कि सरकार की महतारी वंदन योजना ने हम महिलाओं को बड़ा संबल दिया है। हर महीने मिलने वाले पैसों से हमें हमारे सोच को साकार करने की ताकत मिल रही है।