दिल्ली में विधानसभा चुनाव की तैयारियां जोरों पर है। भाजपा और आम आदमी पार्टी इस दौरान आमने-सामने आ चुकी हैं और दोनों एक दूसरे के खिलाफ मोर्चा खोले हुए हैं। इस बीच आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने भाजपा के सोशल मीडिया हेड अमित मालवीय और भाजपा सांसद मनोज तिवारी को लीगल नोटिस भेजा है। बता दें कि अमित मालवीय और मनोज तिवारी ने संजय सिंह पर एक से अधिक वोटर कार्ड होने का आरोप लगाया था। इस मामले पर संजय सिंह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि दिल्ली में किसी भी पूर्वांचली का वोट कटने नहीं देंगे। दिल्ली में 30-40 साल से बिहार, यूपी, पूर्वांचल के लोग रह रहे हैं, जिन्होंने अपने श्रम और परिश्रम से दिल्ली को बनाया। आप चाहते हैं कि आप उनका वोट कटवा लोगे, आम आदमी पार्टी यह काम नहीं होने देगी। जब हमने इसे एक्सपोज कर दिया तो आप आरोप लगा रहे हैं कि आम आदमी पार्टी वाले वोट बढ़वा रहे हैं और वोट कटवा रहे हैं।
पूर्वांचल के लोगों का वोट नहीं कटने देंगे: संजय सिंह
संजय सिंह ने आगे कहा कि झूठ फैलाने में मास्टर पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष और कृषि मंत्री ने झूठ फैलाने की कोशिश की है। बीजेपी के सभी नेता कान खोलकर सुन लें किसी भी पूर्वांचल के लोगों का वोट नहीं काटने देंगे। दिल्ली की अलग-अलग विधानसभा में बीजेपी के नेताओं ने हजारों वोट कटवाने के लिए आवेदन दिया है। बीजेपी के कुकर्मों का लेखा-जोखा हैं मेरे पास। हमारे पूर्वांचल के भाईयों को बांग्लादेशी, रोहिग्या, बाहरी कहकर भाजपा ने वोट कटवाने के लिए आवेदन दिया है। आप पूर्वांचल के हमारे भाईयों को बांग्लादेशी, रोहिंग्या कहोगे और उनका वोट कटवाओगे और सोचोगे कि हम चुप हो रहेंगे तो ऐसा नहीं होगा। सड़क पर और सदन में आपसे लड़ूंगा। पता नहीं ये लोग योगी जी से क्यों नाराज है। अपनी ही पार्टी की सरकार के खिलाफ आज बोल रहे हैं।
संजय सिंह बोले- सुल्तानपुर की वोटर लिस्ट में मेरा नाम नहीं
उन्होंने कहा कि भाजपाईयों तुम्हें कोई जानकारी नहीं है। तुम्हें सुबह उठकर एक ही चीज सिखाई जाती है कि झूठ कैसे बोलना है और काम कैसे करना है। मेरी पत्नी ने अपना वोट कटवाने का आवेदन 4 जनवरी 2024 को जिला निर्वाचन कार्यालय सुल्तानपुर को दिया। वीरेंद्र सचदेवा, उनकी पार्टी और मोदी जी जाओ और सुल्तानपुर का जो वोटर लिस्ट है, उसमें चेक करिए कि उस वोटर लिस्ट में ना मेरा नाम है और ना मेरी पत्नी का नाम है। मैंने खुद 2013 में अपने वोट को कटवाने का आवेदन दिया था। मैंने जिला निर्वाचन अधिकारी को लिखकर दिया कि मेरा वोट काट दिया जाए। जब मैंने सूचना दे दी कि आप हमारा नाम काट दीजिए, तो मैंने अपनी जिम्मेदारी पूरी कर दी। अब किसी नगर पालिका की वोटर लिस्ट में मेरा नाम था, तो वह देखना उसकी निगरानी करना कर्मचारी की होती है, जो कि योगी जी के सरकार के कर्मचारी हैं।