संभल: संभल की शाही जामा मस्जिद बनाम हरिहर मंदिर विवाद को लेकर बड़ी खबर आ रही है। एडवोकेट कमिश्नर रमेश सिंह राघव ने अपनी सर्वे रिपोर्ट चंदौसी की अदालत में पेश कर दी है। सुप्रीम कोर्ट के आदेश के मुताबिक सीलबंद लिफाफे में यह रिपोर्ट पेश की गई है।
साढ़े चार घंटे की वीडियोग्राफी
सूत्रों के मुताबिक इस रिपोर्ट में शाही जामा मस्जिद को लेकर बड़ा खुलासा हुआ है। सूत्रों के मु्ताबिक मस्जिद में मंदिर होने के प्रमाण मिले हैं। सूत्रों ने बताया कि पहले दिन (19 नवंबर) के सर्वे में करीब डेढ़ घंटे की वीडियोग्राफी हुई। जबकि दूसरे दिन करीब तीन घंटे की वीडियोग्राफी हुई। सर्वे को दौरान साढ़े चार घंटे की वीडियोग्राफी की गई। करीब 1200 फोटो लिए गए। सूत्रों का कहना है कि मस्जिद के अंदर दो वट वृक्ष हैं। अमूमन हिंदू धर्म में वट वृङ की पूजा होती है। मस्जिद में कुआं है, जो आधा अंदर और आधा बाहर है। बाहर वाले हिस्से को ढंक दिया गया है जबकि कुआं का आधा हिस्सा मस्जिद के अंदर है।
पुराने कंस्ट्रक्शन को बदलने के सबूत मिले-सूत्र
सूत्रों के मुताबिक सर्वे के दौरान 50 से ज्यादा फूल के निशान मिले हैं। गुम्बद के हिस्से को प्लेन कर दिया गया है। पुराने कंस्ट्रक्शन को बदलने और नए कंस्ट्रक्शन के भी सबूत मिले हैं। मंदिर के शेप पर प्लास्टर लगाकर पेंट कर दिया गया है। मस्जिद में अंदर जहां बड़ा गुम्बद है उस गुम्बद पर झुमूर को तार से बांध कर एक चेन से लटकाया गया है। वैसे चैन का इस्तेमाल मंदिर के घंटों में किया जाता है।