Home स्वास्थ्य इम्यूनिटी बढ़ाए, ब्लड प्रेशर घटाए, वजन कम करने में भी फायदेमंद..

इम्यूनिटी बढ़ाए, ब्लड प्रेशर घटाए, वजन कम करने में भी फायदेमंद..

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ग्रीन टी, जिंजर टी, मिल्क टी, मिंट टी जैसी कई चाय के बारे में आपने सुना होगा, लेकिन एक ऐसी भी चाय आती है जो बिल्कुल शरबत की तरह दिखती है. लाल रंग की इस चाय को पीने के कई फायदे हैं. यह चाय गुड़हल से बनती है. इस हर्बल चाय को पीने से सर्दी  तो दूर भागती ही है लेकिन कई तरह की बीमारियां भी परेशान नहीं करती हैं. गुड़हल की चाय को गर्म और ठंडा दोनों तरीके से पिया जा सकता है. यह नेचुरल चाय कैफीन फ्री होती है और इसमें कई एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं.

कम कैलोरी के साथ कैल्शियम भी
गुड़हल का पेड़ गर्म प्रदेशों में उगता है और इस पर लाल रंग के फूल आते हैं जिसे calyx कहते हैं. इसी से चाय बनती है. दुनिया के कई देशों में इसे ड्रिंक के अलावा दवा की तरह इस्तेमाल किया जाता है. यूएस डिपार्टमेंट ऑफ एग्रीकल्चर के अनुसार 237 ग्राम गुड़हल की चाय में कम कैलोरी के साथ ही कैल्शियम, मैग्नीशियम, फास्फोरस, पोटेशियम और पॉलीफेनोल होता है. पॉलीफेनोल नाम के केमिकल से ही यह चाय एंटीऑक्सीडेंट गुणों से भरपूर होती है.

हर मौके को खास बनाती गुड़हल की चाय
गुड़हल की चाय सबसे पहले अफ्रीका में बनाई गई. यह पश्चिमी अफ्रीका के देश रिपब्लिक ऑफ सेनेगल नाम के देश की नेशनल ड्रिंक है. इसे मिंट या जिंजर फ्लेवर में पिया जाता है. घाना में इसे सोबोलो कहते हैं जबकि नाइजीरिया में इसे जोबो कहा जाता है. इसे गर्म या बर्फ डालकर दिया जाता है. मिस्र और सूडान में शादी के जश्न में गुड़हल की चाय ही खुशी में बांटी जाती है. सूडान में इसका इस्तेमाल दवा के तौर पर भी होता है. जमैका में इसे क्रिसमस के दिन फ्रूट केक या स्वीट पोटैटो पुडिंग के साथ सर्व किया जाता है. चाइनीज न्यू ईयर के दिन इसे खासतौर पर पिया जाता है. यही नहीं त्रिनिदाद और टोबैगो में इस चाय को बियर के साथ मिक्स करके सर्व किया जाता है.

इम्यूनिटी को करें बूस्ट
एंटीऑक्सीडेंट गुणों की वजह से जो व्यक्ति सर्दी में इस चाय को पीता है, उसकी रोग प्रतिरोधक की क्षमता बढ़ती है. ऐसे में उसे सर्दी, खांसी, जुकाम, बुखार जैसी दिक्कत नहीं होती. इसे पीने से आलस भी दूर होता है. इस हर्बल चाय से फंगल और बैक्टीरियल इंफेक्शन नहीं होते.

तनाव नहीं सताता
इस चाय का रंग लाल होता है. इसे देखते ही शरीर में डोपामाइन नाम का हैप्पी हार्मोन रिलीज होता है जिससे व्यक्ति खुश हो जाता है. जब थकान दूर होती है और खुशी का एहसास होता है तो तनाव भी छूमंतर हो जाता है. दिन में 2 बार से ज्यादा गुड़हल की चाय नहीं पीनी चाहिए.

इन लोगों को नहीं पीनी चाहिए यह चाय
गुड़हल की चाय हर किसी के लिए फायदेमंद नहीं है. इसके कुछ साइड इफेक्ट भी हैं. इस चाय को पीने से पेट  में दर्द या गैस की समस्या हो सकती है. जिनका लिवर ठीक तरीके से काम नहीं करता, उन्हें इससे बचना चाहिए. जो महिलाएं प्रेग्नेंट हैं या बेबी को ब्रेस्टफीडिंग करा रही हों, उन्हें भी गुड़हल की चाय से तौबा करनी चाहिए.

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