अनिता गर्ग अमन पथ ब्यूरो,रायगढ़ /हाटी : दिनांक 12 /1 /2025 वन मंडल धर्मजयगढ़ , छाल वन परिक्षेत्र अंतर्गत हाटी रेंज में हाथियों और मानव के बीच में चल रहे द्वंद्व को लेकर सरगुजा से आय हाथी विशेषज्ञ एवं राष्ट्रीय प्रशिक्षक प्रभात दुबे के द्वारा उपस्थित जनप्रतिनिधि ग्रामीण एवं वन अम्लों को वन एवं वन्य जीवन के साथ कैसे तालमेल बना कर रहना चाहिए इसकी विस्तृत जानकारी दी गई। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित हुए तारा सिंह राठिया विशिष्ट तिथि के रूप में पधारे बेहरामार सरपंच हाटी सरपंच और अगल-बगल पंचायतो के सरपंच जनप्रतिनिधियो के द्वारा मां सरस्वती का धूप दीप और माल्यार्पण कर कार्यक्रम प्रारंभ किया गया इस कार्यक्रम में उपस्थित सभी सम्माननीय का पुष्प पूछा पुष्प पहाड़ से अभिनंदन किया गया। कार्यक्रम में माइक संचालन बनहर डिप्टी रेंजर सुखदेव राठिया द्वारा किया गया ।छाल वन परिक्षेत्र प्रभारी रेंजर चंद्र विजय के द्वारा संबोधित करते हुए प्रशिक्षण पधारे सभी मुख्य अतिथियों और प्रशिक्षण दुबे जी का हार्दिक स्वागत करते किए, और ग्रामीणों को जंगल और जंगली जानवरों की सुरक्षा को लेकर जागरूक किए।
वहीं मुख्य अतिथि भाजपा नेता तारा सिंह जी के द्वारा भी किसानों की चिंता जताते हुए अपने उद्बोधन में बताया कि उनके द्वारा जब हाथियों के द्वारा उनकी फसलों को खराब कर दिया जाता है तो प्रति एकड़ ₹9000 की राशि बहुत कम हो जाती है। इसलिए अपनी सरकार को प्रति एकड़₹50000 के लिए मांग की बात बताई गई। और वन विभाग के कार्यों की सक्रियता की तारीफ की । और कहां की जंगलों की सुरक्षा की जिम्मेदारी न केवल वन विभाग की है अपितु हम सबकी है।
और मास्टर ट्रेनर दुबे जी के द्वारा जंगली जानवरों के बारे में कई चकित कर देने वाली जानकारी विधि जिसे उपस्थित लोगों ने पड़ेगी गौर से सुना और कुछ जवाब और सवालों का सिलसिला भी चला दुबे जी के द्वारा यह भी बताया गया 1440 में राजा महाराजाओं और ब्रिटिशों के द्वारा छत्तीसगढ़ राज्य से अपनी अपनी सेना में शामिल करने के लिए यहां से हाथी ले जाया करते थे।
हाथियों के बारे में उनके रहने वातावरण व्यवहार और अन्य विभिन्न प्रकार की जानकारी दी गई। और कार्यक्रम के अंत में हाटी डिप्टी रेंजर छोटेलाल मरकाम के द्वारा कार्यक्रम में उपस्थित लोगों का भार व्यक्त किया गया। कार्यक्रम में मुख्य रूप से कुड़ेकेला डिप्टी रेंजर सोहन राठिया , द्रोण कुमार डनसेना, और बीट गार्ड , हाथी मित्र दल की टीम एवं अन्य वन अमले उपस्थित रहे।