कांकेर: छत्तीसगढ़ के कांकेर जिले में भालू के हमले का एक खौफनाक वीडियो सामने आया है। एक खूंखार भालू ने डेप्युटी रेंजर पर हमला कर दिया। मौके पर मौजूद लोग भालू को भगाते रहे लेकिन भालू ने डेप्युटी रेंजर को दबोच लिया और नोंचता रहा। इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हो गया है। इस वायरल वीडियो को देखकर आप भी हैरान हो जाएंगे। भालू के हमले में डेप्युटी रेंजर नारायण यादव को गंभीर चोटें आई हैं। उन्हें इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती किया गया है।
भालू ने बाप-बेटे पर अटैक किया और उन दोनों की जान चली गई !!
भालू के बाप बेटे पर हमले का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से हो रहा वायरल !!
छत्तीसगढ़ के कांकेर से दर्दनाक खबर सामने आई है, यहां जंगल में एक भालू ने बाप-बेटे पर हमला किया, जिसमें दोनों की मौत हो गई है !!
आक्रामक भालू ने… pic.twitter.com/RGyzodEYmg
— MANOJ SHARMA LUCKNOW UP🇮🇳🇮🇳🇮🇳 (@ManojSh28986262) January 20, 2025
दरअसल, मामला राज्य के कांकेर जिले के भानुप्रतापपुर क्षेत्र के डोंगरकट्टा गांव के पास जंगल का है। शनिवार जंगल में तीन लोग लकड़ी काटने के लिए गए थे। इस दौरान एक खूंखार भालू ने एक युवक पर हमला कर दिया। भालू को हमला देख वहां मौजूद पिता-पुत्र उसे बचाने के लिए पहुंचे। जब भालू ने दोनों को अपने पास आते देखा तो दोनों पर हमला कर दिया। भालू के हमले में शंकर और उसके बेटे की मौत हो गई। जबकि घायल युवक किसी तरह से अपनी जान बचाकर वहां से भागा।
गांव में जाकर दी जानकारी
घायल युवक ने गांव में जाकर हमले की जानकारी दी। उसके बाद ग्रामीणों ने पूरे मामेल की जानकारी वन विभाग की टीम को दी। ग्रामीणों के साथ वन विभाग की टीम मृतकों का शव लेने जंगल पहुंची थी। टीम जैसे ही दंगल पहुंची वहां भालू ने फिर से हमला कर दिया। भालू के हमले में डेप्युटी रेंजर गंभीर रूप से घायल हो गए। डेप्युटी रेंजर नारायण यादव को दबोचकर भालू नोंचता रहा।
शव के लिए घंटों करना पड़ा इंतजार
भालू के हमले में शंकर और उसके बेटे सुकलाल दर्रो की मौत हो गई। वन विभाग की टीम ने घंटों इंतजार के बाद भालू के कब्जे से पिता-पुत्र के शव को मुक्त कराया। शंकर दर्रो और सुकलाल दर्रो के शव क्षत-विक्षत हालत में मिला है। पोस्टमार्टम करवाकर शव परिजनों को सौंप दिए गए हैं।
वन विभाग की टीम ने पिंजरा लगाकर किया रेक्स्यू
भालू के खतरे को देखते हुए वन विभाग की टीम ने लोगों को गांव से बाहर जाने से मना किया। लोगों को घरों के बाहर आग जलाने को कहा गया। वहीं वन विभाग की टीम भालू का रेस्क्यू करने के लिए जगह-जगह में पिंजरे लगाए। ड्रोन की मदद से भालू की निगरानी की गई। जिसके बाद भालू को पकड़ा गया।