हिजबुल्लाह के टॉप लीडर शेख मुहम्मद अली हमादी की उसके घर में गोली मारकर हत्या कर दी गई. मंगलवार (21 जनवरी, 2025) को पूर्वी लेबनान के बेका घाटी इलाके में अज्ञात बंदूकधारियों ने हमादी पर हमला किया. हिजबुल्लाह के स्थानीय कमांडर को पश्चिमी बेका जिले के मचघरा में 6 बार गोली मारी गई. हमादी को नजदीक के अस्पताल ले जाया गया, जहां कुछ देर पर उनकी मौत हो गई.
टाइम्स ऑफ इजरायल के मुताबिक, लेबनानी अधिकारियों को संदेह है कि हमादी का सालों पुराना पारिवारिक झगड़ा था, जिसकी वजह से इस घटना को अंजाम दिया गया. हमादी पर हमले के बाद हमलावर मौके से फरार हो गए. फिलहाल मामले की जांच की जा रही है. हमादी अमेरिकी एजेंसी एफबीआई की मोस्ट वांटेड आतंकवादियों की सूची में भी शामिल था. उसने एथेंस से रोम जा रहे 153 यात्रियों और चालक दल के सदस्यों के साथ एक विमान हाईजैक किया था.
इजरायल-हिजबुल्लाह सीजफायर के दौरान दिया गया घटना को अंजाम
इस घटना को अंजाम इजरायल और हिजबुल्लाह के बीच शुरुआती 60-दिनों के युद्धविराम समझौते के खत्म होने के कुछ दिन पहले दिया गया है. समझौते के मुताबिक, इजरायल को 26 जनवरी तक दक्षिणी लेबनान से अपने सैनिकों को वापस बुलाना है. इस बीच हिजबुल्लाह को इजरायल की सीमा से लिटानी नदी के उत्तर में पीछे हटना होगा.
इजरायल और हिजबुल्लाह के बीच संघर्ष ने ली हजारों जानें
इजरायल और हिजबुल्लाह के बीच संघर्ष की वजह से लगभग 1.2 मिलियन से ज्यादा लेबनानी और 50,000 इजरायलियों को विस्थापित होना पड़ा है. इन सब के बीच लेबनानी अधिकारियों की अगर मानें तो इजरायल की बमबारी की वजह से 3,700 से अधिक लोग मारे गए इनमें से ज्यादातर नागरिक हैं, जबकि इजरायल में 130 से ज्यादा लोग मारे गए.