
रंग और टेक्सचर देखें
असली एलोवेरा जेल हल्का ट्रांसपेरेंट या हल्का हरा होता है। अगर कोई जेल बहुत ज्यादा गाढ़ा हरा या सफेद दिख रहा है, तो वह नकली हो सकता है। साथ ही, असली जेल का टेक्सचर लाइट और वॉटरी होता है, जबकि नकली जेल चिपचिपा या बहुत गाढ़ा हो सकता है।
इंग्रीडिएंट लिस्ट को ध्यान से पढ़ें
जब भी एलोवेरा जेल खरीदें, उसकी इंग्रीडिएंट लिस्ट जरूर पढ़ें। अगर उसमें एलोवेरा के अलावा बहुत सारे केमिकल्स और प्रिजर्वेटिव्स (जैसे पैराबेन, आर्टिफिशियल फ्रेग्रेंस) मिलाए गए हैं, तो वह शुद्ध एलोवेरा जेल नहीं है। असली एलोवेरा जेल में एलोवेरा की मात्रा 90% से ज्यादा होनी चाहिए।
खुशबू से करें पहचान
असली एलोवेरा जेल की खुशबू हल्की और नेचुरल होती है। अगर जेल में बहुत स्ट्रॉन्ग और आर्टिफिशियल खुशबू आ रही है, तो यह नकली हो सकता है। बाजार में कई नकली जेल तेज महक वाले होते हैं, जो असली एलोवेरा जेल से बिल्कुल अलग होते हैं।
पैकेजिंग और ब्रांड
हमेशा किसी अच्छी और भरोसेमंद कंपनी का ही एलोवेरा जेल खरीदें। लोकल ब्रांड्स या अनजान कंपनियों के जेल से बचें, क्योंकि उनमें अशुद्धियां हो सकती हैं। साथ ही, पैकेजिंग पर ‘100% Pure Aloe Vera’ या ‘No Added Chemicals’ लिखा हो, तब भी उसके इंग्रीडिएंट्स को जरूर पढ़ें।
स्किन पर करें पैच टेस्ट
अगर आपने एलोवेरा जेल खरीदा है, तो इसे इस्तेमाल करने से पहले स्किन टेस्ट जरूर करें। थोड़ा सा जेल हाथ पर लगाएं, अगर उसमें जलन, खुजली या चिपचिपाहट महसूस हो, तो इसका मतलब है कि वह प्योर नहीं है। असली एलोवेरा जेल को लगाने पर हल्की ठंडक मिलती है और यह त्वचा में जल्दी समा जाता है।
असली और नकली एलोवेरा जेल की पहचान करना बहुत जरूरी है, ताकि आपकी स्किन को किसी भी तरह का नुकसान न हो। हमेशा अच्छी क्वालिटी का जेल खरीदें और ऊपर बताए गए टिप्स को ध्यान में रखें। अगर संभव हो, तो घर पर ही फ्रेश एलोवेरा जेल निकालकर इस्तेमाल करें, ताकि आपको शुद्ध और केमिकल-फ्री जेल मिले।