सेहत
कॉस्मेटिक सर्जरी के बाद स्किन का कैसे रखें ध्यान…
इंसान यंग और खूबसूरत दिखने के लिए तरह-तरह की कोशिशें करता है. घरेलू नुस्खे से लेकर ब्यूटी ट्रीटमेंट तक, लोग कई तरह की चीजें फॉलो करते हैं. इन्हीं में से एक नाम कॉस्मेटिक सर्जरी का भी आता है. स्किन एक्सपर्ट की मानें तो झुर्रियों से लेकर लकीरों और पेट से लेकर नाक तक सभी में करेक्शन का काम इस सर्जरी से किया जाता है.जॉन हॉपकिंस मेडिसिन के मुताबिक, कॉस्मेटिक प्लास्टिक सर्जरी चेहरे या को री-डिजाइन करने के लिए की जाती है. कॉस्मेटिक सर्जरी भी कई तरह की होती है. हालांकि जाने-माने स्किन एक्सपर्ट डॉ. अमित गुप्ता का कहना है कि कॉस्मेटिक सर्जरी के लिए मेंटली और फिजीकल तौर पर तैयार होना बेहद जरूरी है. लेकिन गर्मियों में कॉस्मेटिक सर्जरी के बाद स्किन का ख्याल रखना थोड़ा सा चैलेंजिंग हो जाता है. हीट और ह्यूमिडिटी के कारण रिकवरी प्रोसेस स्लो हो जाता है. आइए एक्सपर्ट से जानते हैं कि कॉस्मेटिक सर्जरी के बाद त्वचा का ध्यान कैसे रखें.
केमिकल प्रोडक्ट से बचें
कॉस्मेटिक सर्जरी के बाद स्किन पर कई तरह के कट लग सकते हैं. हालांकि, स्किन इसे अपने आप हील भी कर देती है. स्किन में कट लगने के चलते इसमें रेडनेस आ जाती है. अगर आप सर्जरी के बाद आपकी स्किन भी रेड हो गई है तो इस पर किसी भी तरह के केमिकल और खुशबू वाले प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल न करें.
सीधी धूप से बचें
डॉ. अमित कहते हैं कि गर्मी का मौसम कॉस्मेटिक सर्जरी के लिए मुश्किल भरा हो सकता है. इसलिए जितनी सावधानी बरती जाए, उतनी ही कम है. धूप में स्किन का सीधा संपर्क होने से सूजन या डैमेज होने का खतरा रहता है. इसलिए सर्जरी के बाद ज्यादा धूप से बचें. कहीं, भी अगर आप धूप में जा रहे हैं तो सनस्क्रीन जरूर लगाएं.
पसीना न हो ज्यादा
ज्यादा पसीना भी स्किन के लिए नुकसानदायक है. सर्जरी के बाद ज्यादा पसीना आने से चेहरे के कट भरने में देर हो सकती है. ज्यादा हीट वाली जगह पर न रहें. एक्सपर्ट के मुताबिक, पसीना हीलिंग प्रोसेस को धीमा करता है.
हेल्दी डाइट
सर्जरी से रिकवर होने के लिए जरूरी है कि हेल्दी डाइट के साथ-साथ खुद को हाइड्रेट रखें. इससे हीलिंग प्रोसेस भी जल्दी होती है. गर्मियों के दिनों के दौरान पर्यापत मात्रा में पानी पिएं.
सेहत
किस विटामिन की कमी से लगती है सर्दी? शरीर में गर्माहट पैदा करने के लिए अपनाएं ये तरीके
सर्दियों के मौसम में सभी को ठंड महसूस होती है। लेकिन जहां कुछ लोगों को कम सर्दी लगती है, तो वहीं कुछ लोगों को ज्यादा सर्दी महसूस होती है। अगर आपको भी सर्दी का एहसास बाकी लोगों की तुलना में ज्यादा होता है, तो हो सकता है कि आपके शरीर में एक जरूरी पोषक तत्व की कमी पैदा हो गई हो। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि एक विटामिन की डेफिशिएंसी की वजह से आपको हर समय ठंड महसूस हो सकती है।
सर्दी लगने का कारण
अगर आपके शरीर में विटामिन बी12 की कमी है, तो आपको सर्दी लग सकती है। विटामिन बी12 रेड ब्लड सेल्स के प्रोडक्शन में और ऑक्सीजन के ट्रांसपोर्ट में अहम भूमिका निभाता है। इस विटामिन की कमी की वजह से हमारी बॉडी रेड ब्लड सेल्स का प्रोडक्शन नहीं कर पाती है। यही वजह है कि इस विटामिन की डेफिशिएंसी से एनीमिया हो सकता है। विटामिन बी12 की कमी से अक्सर ठंड भी लग सकती है।
विटामिन बी12 के लक्षण
विटामिन बी12 की कमी की वजह से आपको अक्सर थकान या फिर कमजोरी महसूस हो सकती है। मतली, उल्टी या फिर दस्त जैसी समस्याएं भी इस विटामिन की डेफिशिएंसी के लक्षणों की तरफ इशारा कर सकते हैं। विटामिन बी12 की कमी आपके नर्वस सिस्टम और आपकी गट हेल्थ को बुरी तरह से प्रभावित कर सकती है।
जरूरी है जांच करवाना
अगर आपको इस तरह के लक्षण एक साथ दिखाई दे रहे हैं तो आपको तुरंत सावधान हो जाना चाहिए। समय रहते अपनी जांच करवाने और अच्छे डॉक्टर से कंसल्ट करने में ही समझदारी है। लंबे समय तक विटामिन बी12 की कमी आपकी ओवरऑल हेल्थ के लिए खतरनाक साबित हो सकती है।
शरीर में गर्माहट पैदा करने के लिए यानी विटामिन बी12 की कमी को दूर करने के लिए आप इस विटामिन से भरपूर खाने की चीजों का सेवन कर सकते हैं।
सेहत
हर रोज खाएं प्रोटीन से भरपूर भुने हुए चने, सेहत को मिलेंगे एक से बढ़कर एक जबरदस्त फायदे
हेल्थ एक्सपर्ट्स अक्सर भुने हुए चने को डाइट प्लान का हिस्सा बनाने की सलाह देते हैं। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि भुने हुए चने में पाए जाने वाले तमाम पौष्टिक तत्व आपकी ओवरऑल हेल्थ को काफी हद तक बूस्ट कर सकते हैं। अगर आप सही मात्रा में और सही तरीके से भुने हुए चने खाते हैं, तो आपकी सेहत पर ढेर सारे पॉजिटिव असर पड़ सकते हैं। भुने हुए चने में प्रोटीन, फाइबर, एंटी ऑक्सीडेंट, फैटी एसिड और फोलेट जैसे तत्व अच्छी खासी मात्रा में पाए जाते हैं।
वेट लॉस में कारगर
अगर आप अपनी वेट लॉस जर्नी को आसान बनाना चाहते हैं, तो प्रोटीन और फाइबर रिच भुने हुए चने खाना शुरू कर दीजिए। भुने हुए चने खाकर आपका पेट लंबे समय तक भरा हुआ महसूस करेगा। इतना ही नहीं, भुने हुए चने की मदद से हार्मोन के स्तर को भी कंट्रोल किया जा सकता है।
गट हेल्थ के लिए फायदेमंद
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि लिमिट में रहकर भुने हुए चने का सेवन करने से आपकी गट हेल्थ पर पॉजिटिव असर पड़ सकता है। पेट से जुड़ी समस्याओं से छुटकारा पाने के लिए भी भुने हुए चने को डाइट में शामिल किया जा सकता है। इसके अलावा भुने हुए चने आपकी हड्डियों और मांसपेशियों को मजबूत बनाने में भी कारगर साबित हो सकते हैं।कंट्रोल करे ब्लड प्रेशर
क्या आप हाई ब्लड प्रेशर की समस्या से जूझ रहे हैं? अगर हां, तो आप भुने हुए चने खाकर अपने ब्लड प्रेशर को काफी हद तक कंट्रोल कर सकते हैं। अगर आप अपने इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाना चाहते हैं, तो हर रोज भुने हुए चने का सेवन करना शुरू कर दीजिए। कुल मिलाकर भुने हुए चने आपकी ओवरऑल हेल्थ के लिए फायदेमंद साबित हो सकते हैं।
सेहत
रोज एक शकरकंद खाने के फायदे, इन बीमारियों में करती है असरदार काम
सर्दियों में शकरकंद का सीजन होता है। स्वाद मीठा और आलू जैसा स्वाद देने वाली शकरकंद पोषक तत्वों का भंडार है। शकरकंद स्वास्थ्य के लिए बहुत फायदेमंद होती है। शकरकंद में भरपूर फाइबर, विटामिन ए, सी, और बी 6 पाया जाता है। इसके अलावा पोटेशियम और मैंगनीज जैसे मिनरल भी होते हैं।
एंटीऑक्सीडेंट्स से भरपूर शकरकंद त्वचा को जवान बनाए रखने में मदद करती है। ये स्किन को फ्री रेडिकल्स से होने वाले नुकसान से बचाती है। कई पुरानी बीमारियों को भी ठीक करने में शकरकंद मदद करती है। आप उबालकर या भूनकर शकरकंद खा सकते हैं।
शकरकंद में विटामिन ए अच्छी मात्रा में होता है। ये आंखों के लिए फायदेमंद है। शकरकंद में बीटा-कैरोटीन पाया जाता है जिससे स्ट्रेस कम होता है। पाचन में सुधार लाने और ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करने में भी शकरकंद मदद करती है।
भले ही शकरकंद स्वाद में हल्की मीठी होती है लेकिन फाइबर कंटेंट ज्यादा होने के कारण और लो ग्लाइसेमिक इंडेक्स होने के कारण डायबिटीज के मरीज भी शकरकंद खा सकते हैं। शकरकंद खाने से एकदम से ब्लड शुगर शूट नहीं होता और एनर्जी भी मिलती रहती है।
वजन घटाने में भी शकरकंद मदद करती है। आप इसे वेट लॉस डाइट में शामिल कर सकते हैं। शकरकंद खाने से इम्यूनिटी मजबूत बनती है। इसमें पाए जाने वाले विटामिन सी और ई आपकी स्किन को हेल्दी रखने और कोलेजन का उत्पादन बढ़ाने में योगदान देते हैं।
- खबरे छत्तीसगढ़2 days ago
जन समस्या निवारण शिविर में पहुंचे आदिवासी फरियादियो पर भड़के जिला पंचायत सीईओ
- खबरे छत्तीसगढ़4 days ago
एनएमडीसी के एसपी थ्री में एलएंडटी कल्पतरु कंपनी द्वार दूसरे प्रदेश से हजारों मजदूरों को लाकर करवाया जा रहा हैं काम
- खबरे छत्तीसगढ़5 days ago
महापौर चुनाव के नियमों में बदलाव को लेकर अधिसूचना जारी
- खेल6 days ago
टीम इंडिया के स्टार खिलाड़ी ने किया संन्यास का ऐलान
- खबरे छत्तीसगढ़6 days ago
रायपुर लौट रहे मंत्री का काफिला हादसे का शिकार
- खबरे छत्तीसगढ़3 days ago
बैकुंठपुर विधायक भईया लाल राजवाड़े द्वारा स्वास्थ विभाग में की गई प्रतिनिधियों की नियुक्ति
- आस्था6 days ago
छठ पूजा में सूप का क्यों किया जाता है इस्तेमाल, कैसे शुरू हुई इसकी परंपरा?
- खबरे छत्तीसगढ़1 day ago
लापरवाही के चलते दो पटवारी नपे