Home देश बहुसंख्यक लामबंदी से पार होगी भाजपा की नैया

बहुसंख्यक लामबंदी से पार होगी भाजपा की नैया

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लोकसभा चुनाव में शिकस्त खाने के बाद भाजपा पश्चिम बंगाल में अपने कार्यकर्ताओं में जोश भरने में जुट गई है. खुद केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने पश्चिम बंगाल का दौरा किया. उनका यह दौरा उस वक्त हो रहा है जब राज्य की मुख्यमंत्री और टीएमसी प्रमुख ममता बनर्जी अपनी राजनीति जीवन के एक मुश्किल दौर से गुजर रही हैं. कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज में डॉक्टर बिटिया के साथ रेप और उसकी हत्या मामले में राज्य में भयंकर विरोद प्रदर्शन हुए. डॉक्टरों ने लंबे समय तक हड़ताल किया. सुप्रीम कोर्ट ने पश्चिम बंगाल सरकार को कड़ी फटकार लगाई. इस घटना ने कहीं न कहीं दीदी की साख में बट्टा लगाया. ऐसे में ‘उचित’ मौका देख भाजपा अपने कैडर में जोश भरने में जुट गई है. वह अभी से 2026 की तैयारी में जुट गई है.

2026 का टोन सेट
इसी क्रम में रविवार को भाजपा के सभी दिग्गज एक मंच पर आए. अमित शाह की मौजूदगी में सभी ने एक तरह से 2026 के चुनाव का टोन सेट करने का काम किया. गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि जब तक बंगाल में घुसपैठ होगी तब तक बंगाल का विकास नहीं हो सकता, 2026 में भाजपा आयी तो घुसपैठ बंद होगा. इस सभा में बॉलीवुड सुपर स्टार मिथुन चक्रवर्ती ने बेहद आक्रामक भाषण दिया. उन्होंने कहा कि उनके एक नेता ने कहा था कि हम यहां 70 प्रतिशत हैं और हिन्दू 30 प्रतिशत, हिन्दुओं को काटकर भागिरथी में बहा देंगे, मैं कहता हूं कि हम तुम्हें काटकर भागिरथी में तो नहीं बहायेंगे लेकिन तुम्हें तुम्हारी जमीन पर फेंक देंगे.

फिर बारी आई शुभेंदु अधिकारी की. उन्होंने कहा कि उनके वोट हमें नहीं मिलते हैं, अगर हम 80 प्रतिशत हिन्दू वोटों को एक कर लें तो 2026 में सरकार बना सकते हैं. शुकांत मजूमदार ने कहा कि हमलोगों को बांग्लादेश से सबक सीखने और सचेत रहने की जरूरत है. केवल 3-4 प्रतिशत वोट शेयर बढ़ा तो हम 2026 में सत्ता में आ जायेंगे.

अमित शाह ने तय की पार्टी की ‘लाइन एंड लेंथ’
रविवार को कोलकाता पहुंचे गृह मंत्री अमित शाह ने भाजपा के सदस्यता अभियान में भाग लिया और 2026 में होने वाले विधानसभा चुनाव की रूपरेखा तय की. हाल ही में लोकसभा चुनाव में 18 से 12 पर आने के बाद पार्टी कार्यकर्ताओं में उत्साह भरते हुए शाह लंबे समय तक आंदोलन का मार झेल चुकी ममता सरकार पर जमकर बरसे और 2026 के चुनाव के लिए पार्टी की ‘लाइन एंड लेंथ’ तय कर दी.

अमित शाह ने घुसपैठ, भ्रष्टाचार, महिला सुरक्षा का मुद्दा भी उठाया लेकिन प्रमुखता से उन्होंने हिन्दू लामबंदी की बात कही, जिसके बाद पार्टी के सभी नेता एक ही सुर में ‘बंटोगे तो कटोगे’ की धुन में बयान देते नजर आए. हरियाणा चुनाव में ‘बंटोगे तो कटोगे’ की जीत की गूंज अब देश भर में फैल रही है, और साफ है कि बंगाल में भी भाजपा यही फॉर्मूला लगाने जा रही है.

टीएमसी नेता हुमायूं कबीर ने दिया था 70-30 वाला बयान
एक तरफ मिथुन चक्रवर्ती ने लोकसभा चुनाव के दौरान टीएमसी नेता हुमायूं कबीर के 70-30 वाले बयान पर गरजते हुए कहा कि उनके एक नेता ने कहा था कि हम यहां 70 प्रतिशत हैं और हिन्दू 30 प्रतिशत, हिन्दुओं को काटकर भागिरथी में बहा देंगे, मैं कहता हूं कि हम तुम्हें काटकर भागिरथी में तो नहीं बहायेंगे लेकिन तुम्हें तुम्हारी जमीन पर फेंक देंगे. चक्रवर्ती ने कहा कि अब से वे महीने में 20 दिन पार्टी को और 10 दिन अपने अभिनय को देंगे, साथ ही उन्होंने कहा कि वे ‘खून’ की राजनीति से नहीं डरते.

वहीं लोकसभा में इच्छित परिणाण नहीं मिलने के बाद शुभेंदु अधिकारी ने कहा था कि ‘सबका विकास सबका साथ’ की जरूरत नहीं है बल्कि ‘जो हमारे साथ हैं हम उनके साथ हैं’ की नीति चलनी चाहिए. शुभेंदु अधिकारी ने गृह मंत्री की मौजूदगी में कहा कि 80 प्रतिशत हिन्दू वोटों को एक कर लें तो 2026 में सरकार बना सकते हैं. पार्टी प्रदेशाध्यक्ष सुकांत मजुमदार भी इसी सुर में नजर आए. संकेत साफ है कि भाजपा बंगाल में 2026 की तैयारी में जुट गई है. वह अब भ्रष्टाचार, महिला सुरक्षा से बड़ा मुद्दा हिन्दू लामबंदी को बनाएगी.