राजस्थान में आयकर विभाग को सोने का अब तक का सबसे बड़ा खजाना मिला है. यह खजाना उदयपुर के एक ट्रांसपोर्ट कारोबारी के पास मिला है. कारोबारी के करीब 2 दर्जन ठिकानों पर हुई छापामारी में आयकर विभाग को आधा क्विंटल सोना मिला है. कारोबारी के ठिकानों पर चार दिन तक चले सर्च ऑपरेशन में पांच करोड़ की नगदी मिली है. आयकर विभाग ने इनमें से 45 किलो सोना और 4 करोड़ कैश जब्त कर लिया है. इस छापामारी में कारोबारी के पास कुल करीब 137 करोड़ की अघोषित संपत्ति मिली है.
आयकर विभाग के सूत्रों के अनुसार उदयपुर गोल्डन ट्रांसपोर्ट लॉजिस्टिक्स प्राइवेट लिमिटेड के मालिक टीकम सिंह राव के 23 ठिकानों पर छापामारी की गई थी. 28 नवंबर से 1 दिसंबर तक चार दिन चला सर्च ऑपरेशन अब पूरा हो गया है. यह सर्च ऑपरेशन राव के उदयपुर सहित जयपुर, बांसवाड़ा, गुजरात और महाराष्ट्र के ठिकानों पर किया गया था. इस पूरी कार्रवाई में राव के ठिकानों से 50 किलो सोना, पांच करोड़ की नगदी और करीब 97 करोड़ रुपये से अधिक के नकद आय के दस्तावेज भी मिले हैं. उदयपुर में इस कार्रवाई को आयकर विभाग के संयुक्त निदेशक जेएस राव के निर्देशन में पूरा किया गया.
सर्च ऑपरेशन में ढाई सौ से ज्यादा कर्मचारी शामिल रहे
आयकर विभाग के सूत्रों का दावा है कि कारोबारी के ठिकाने से जो सोना जब्त किया गया है वह राजस्थान में विभाग इतिहास में अब तक की सबसे बड़ी जब्ती है. इस कार्रवाई को अंजाम देने के लिए ढाई सौ से ज्यादा कर्मचारी शामिल रहे. यह कार्रवाई राव के तीन घर, एक गोदाम और विभिन्न शहरों में स्थित कार्यालयों में की गई है. इनके अलावा राव के भाई के बांसवाड़ा स्थित तीन ठिकानों पर भी सर्च ऑपरेशन चलाया गया था. राव का यह भाई वहां उसका कारोबार देखता है.
लॉकर्स में भरा था 28 किलो सोना और सोने की जूलरी
राव के पास आठ लॉकर्स मिले थे. इन लॉकर्स से 28 किलो सोना और सोने की जूलरी बरामद की गई है. शेष 22 किलो सोना और जूलरी उनके घर तथा अन्य ठिकानों से बरामद की गई है. वहीं नगदी घर और अन्य ठिकानों पर दबाई हुई थी. इस कंपनी के खिलाफ बिना बिल और बिल्टी के नकद में सामान ट्रांसपोर्ट करने की सूचना थी. इसलिए वहां छापामारी की गई है. अब आईटी विभाग की टीमें जब्त किए गए कागजातों को खंगालने में जुटी है.