राजनांदगांव : छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव जिले में चल रही पुलिस भर्ती में गड़बड़ी का मामला सामने आया है. इस पूरे मामले में पुलिस के द्वारा लालबाग थाने में अज्ञात आरोपियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है. आरोप है कि भर्ती प्रक्रिया में कुछ लोगों को लाभ पहुंचाने के लिए नंबरों की बढ़ोतरी की गई है. पुलिस की ओर से एफआईआर दर्ज करने के बाद मामले की जांच शुरू कर दी गई है. वहीं इस पर विधानसभा अध्यक्ष डॉ रमन सिंह ने भी बड़ा बयान दिया है.
गौरतलब है कि राजनांदगांव जिले में 16 नवंबर से पुलिस आरक्षक भर्ती प्रक्रिया चल रही है. इस बीच भर्ती प्रक्रिया में कुछ गड़बड़ी सामने आई है. भर्ती प्रक्रिया के कई इवेंट्स में कुछ लोगों के नंबर बढ़ाने का मामला सामने आया है. हैदराबाद की एक कंपनी से टेक्निकल टीम के रूप में यहां काम किया जा रहा है. पूरे मामले में अज्ञात आरोपियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई गई है.
क्या बोले एसपी?
पुलिस अधीक्षक मोहित गर्ग ने बताया कि 16 नवंबर से पूरे राज्य भर में आरक्षक भर्ती प्रक्रिया चल रही है, जिसमें राजनांदगांव रेंज की जो भर्ती है वह राजनंदगांव आठवीं बटालियन में चल रही है. उन्होंने बताया, “हमने भर्ती का डाटा देखा तो हम लोगों ने उसमें पाया कि बहुत सारी एंट्री यहां ऐसी है जो गलत तरीके से दर्ज की गई है. हमने जब डाटा चेक किया तो उसमें विसंगति पाई गई. सीसीटीवी फुटेज भी चेक किए गए जिसमें भी विसंगति पाई गई है. इसमें इवेंट एक ही कराया जा रहा है लेकिन डाटा ऑपरेटर के द्वारा फर्जी तरीके से उसमें मल्टीपल एंट्री डाली जा रही है, जो कि टाइमिंग टेक्नोलॉजी हैदराबाद की जो कंपनी है उसे यहां टेक्निकल के लिए भेजा गया है, उसके ऑपरेटर के द्वारा यह किया गया है. पूरी भर्ती की जांच की जा रही है और अज्ञात आरोपियों के खिलाफ लालबाग थाने में एफआईआर दर्ज की गई है. जांच जारी है.”
रमन सिंह ने कही ये बात
छत्तीसगढ़ विधानसभा के अध्यक्ष डॉ रमन सिंह एक दिवसीय प्रवास पर जिले के दौरे पर थे, जहां शहर के पेंड्री में उन्होंने गुरु घासीदास सतनाम भवन का लोकार्पण किया. इस दौरान आरक्षक भर्ती में गड़बड़ी के मामले में पूछे गए सवाल पर उन्होंने कहा कि कोई भी प्रकार की गड़बड़ी होती है तो उसमें एफआईआर भी करें और कार्रवाई भी करें.