बिलासपुर : रानीतराई से एक किलोमीटर दूर स्थित ग्राम डिड़गा मे रविवार को सुबह करीब 9.30बजे नहाने के लिए बच्चे ने तालाब में जैसे ही छलांग लगाई वह बिजली करंट की चपेट में आ गया। बच्चे कि मौके पर ही मौत हो गई। रानीतराई पुलिस मर्ग कायम कर विवेचना मे लिया।
जानकारी के अनुसार 10 वर्षीय छबीलाल ठाकुर पिता सुशील ठाकुर अपने दोस्तों के साथ सुबह करीब 9बजे गांव के बांधा तालाब में नहाने के लिए गया था। जैसे ही बच्चे ने नहाने के लिए पानी में छलांग लगाई वह तालाब में लगाए गए मोटर पंप की बिजली की चपेट में आ गया। मोटर पंप से तालाब से पानी खिंचा जा रहा था। उसमें बिजली का करेंट प्रभाहित हो रहा था। बिजली के प्रवाह ने बच्चे को अपने ओर खींच लिया।
बच्चे को करेंट से छटपटाते देख पास मं मौजूद लोग दौड़े। बिजली के कनेक्शन को काट कर बंद किया गया। उसके बाद बच्चे को बाहर निकाला गया। तब तक बच्चे की मौत हो चुकी थी। गांव के लोगो ने इसकी सूचना रानीतराई पुलिस को दी गई।ग्रामीणों का आरोप, बच्चे की मौत बिजली कंपनी की घोर लापरवाही से गांव वालों का कहना हैं कि बिजली कंपनी की लापरवाही के चलते इस प्रकार की घटना हुई हैं। बिजली कंपनी द्वारा बिना मापदंड के इस किसान को बिजली कनेक्शन दिया गया हैं और किसान द्वारा अवैध रुप से इस तालाब मे मोटर लगाया गया हैं। इस पर ठोस कार्रवाई होनी चाहिए।प्रकाश कांत,थाना प्रभारी रानीतराई
10 वर्ष के बच्चे की तालाब मे डूबने से मौत हुई हैं। परिवार वालों ने आरोप लगाया है कि तालाब में लगे पंप के करेंट लगने से मौत हुई हैं, लेकिन पीएम रिपोर्ट आने के बाद ही पता चलेगा कि मौत किस कारण से हुई हैं। इसकी जांच की जा रही है। किसी कि गलती पाए जाने पर कार्रवाई की जाएगी।
आक्रोशित ग्रामीणों ने नहीं उठाने दिया बच्चे का शव
गांव के एक किसान द्वारा ही मोटर पम्प लगाया गया था। बिजली कंपनी द्वारा उस तालाब में मोटर पम्प के लिए बिजली प्रदान करने की गई थी, जिसे लेकर ग्रामीणों में भारी आक्रोश था। ग्रामीण अड़ गए कि जब तक जिम्मेदार अधिकारी नहीं पहुंचेंगे शव को उठाने नहीं दिया जाएगा। गांव वाले पीड़ित परिवार को मुआवजा प्रदान करने की मांग को लेकर करीब तीन घंटो तक तालाब के पास ही डटे रहे। इस तालाब मे मोटर पंप लगाने वाले किसान राधेरमन चंद्राकर मौके पर पहुंचे और गांव वालों के साथ बातचीत की। मांग पर सहमति बनने के बाद ग्रामीण शांत हुए।