लखनऊ:- यूपी की राजधानी लखनऊ में चारबाग और लखनऊ जंक्शन पर ट्रेनों की संख्या को देखते हुए यात्रियों को आवाजाही में कोई दिक्कत ना हो इसके लिए रेलवे बड़ा कदम उठाने जा रहा है. लखनऊ में जिस तरह से शहर से बाहर जाने के लिए आउटर रिंग रोड बनाया गया है उसी के तर्ज पर रिंग रेल बनाने की तैयारी है. लखनऊ के चारबाग और लखनऊ जंक्शन के परिधि आने वाले शहर से बाहर 10 छोटे स्टेशनों को विकसित कर इन स्टेशनों पर चारबाग और लखनऊ जंक्शन की ट्रेनों चलाने की तैयारी है.लखनऊ के गोमती नगर,बादशाह नगर, मल्हौर, उतरेटिया, ट्रांसपोर्ट नगर, मानक नगर, आलमनगर, ऐशबाग, सिटी स्टेशन और डालीगंज स्टेशन को रिंग रेल सैटेलाइट स्टेशन के तौर पर विकसित किया जाएगा. इसके लिए पूर्वोत्तर रेलवे के अफसर से भी बैठक होगी.
ट्रैफिक से मिल जाएगा 80 प्रतिशत छुटकारा:- सैटेलाइट स्टेशन बनने से चारबाग में ट्रेनों की वजह से लगने वाले ट्रैफिक और जाम से 80 प्रतिशत छुटकारा मिल जाएगा. साथ ही ट्रेनों के सही समय पर चलाने में मदद मिलेगी. अक्सर ट्रेनों को स्टेशन पर ट्रक खाली न होने आउटर स्टेशन पर रोक दिया जता है, जिससे ट्रेनें लेट होती हैं और यात्रियों को दिक्कतों का सामना करना पड़ता हैं.जानकारी के मुताबिक इन स्टेशनों को विकसित करने करीब 4500 करोड़ का खर्चा आएगा. इसके लिए रेलवे नए साल जनवरी में सर्वे शुरू करेगा.
चारबाग इलाके में जाम की समस्या:- उत्तर रेलवे चारबाग जंक्शन और पूर्व उत्तर रेलवे के लखनऊ जंक्शन से रोज 250 से अधिक ट्रेनों का आवागन होता हैं. इसके चलते चारबाग इलाके में जाम की समस्या होती है. उत्तर रेलवे प्रशासन ने इन स्टेशन पर ट्रैफिक भार कम करने के लिए इस परियोजना को तैयार किया है. रिंग रेलवे को इस तरह विकसित किया जाएगा, जिससे यात्रियों को स्टेशन आने -जाने में असुविधाओ का सामना न करना पड़े.
कब काम हो जाएगा शुरू:- लखनऊ में उत्तर रेलवे छह महीने में इस काम को शुरू कर देगा. उत्तर रेलवे परिचालन से जुड़े एक अधिकारी ने बताया कि आउटर रिंग रोड की तर्ज पर लखनऊ में सेटेलाइट रेलवे स्टेशन बनाने की योजना है. इसकी रूपरेखा तैयार कर ली गई है महाप्रबंधक ने प्रस्ताव को सहमति देती है जल्दी सर्वे किया जाएगा. इसके लिए लखनऊ में ट्रैफिक सुगम आसान हो जाएगा। जिससे यात्रियों को राहत मिलेगी.