सर्दियों में बथुआ का खूब सेवन किया जाता है। यह हर हरी पत्तियों वाला साग सेहत के लिए बेहद लाभकारी माना जाता है। इस सीज़न में यह साग हर मार्केट में आसानी से मिल जाता है। इस मौसम में बथुआ का रायता, सब्जी, चीला और पराठा लोग खूब चाव से खाते हैं। आप भी बथुआ का सेवन करते होंगे लेकिन क्या आप जानते हैं इसकी तासीर क्या है? और यह किन परेशानियों में कारगर है। चलिए हम आपको बताते हैं।
बथुआ की तासीर ठंडी है या गर्म?
बथुआ साग का सेवन सर्दियों के मौसम में किया जाता है। बता दें, इस साग की तासीर ठंडी प्रवृति की होती है। इसमें विटामिन ए और सी, आयरन और कैल्शियम से भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं। इसमें कई तरह के थनिज और लवण पाए जाते हैं। अगर आप कम मसाले के साथ बथुआ का सेवन करेंगे, तो यह आपके लिए काफी फायदेमंद हो सकता है। बथुआ सर्दियों में पाचन तंत्र को स्वस्थ रखता है। इस पत्तेदार सब्जी में मौजूद फाइबर की मात्रा, पत्तियों में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट और मिनरल सेहत के लिए फायदेमंद हैं।
इन समस्याओं में लाभकारी है बथुआ:
यूरिक एसिड: यूरिक एसिड से ग्रसित रोगियों को बथुए को उबालकर खाना चाहिए। इससे उन्हें काफी लाभ मिलता है। ठंड में आप बथुआ का नियमित रूप से सेवन कर सकते हैं।
कब्ज में दिलाए आराम: अगर आपका खाना नहीं पचता या आपको गैस की बहुत ज़्यादा समस्या होती है तो उसे कंट्रोल करने के लिए आप बथुआ का इस्तेमाल कर सकते हैं। कब्ज से राहत दिलाने में, भूख में कमी आने पर, खाना देर से पचने पर या खट्टी डकार आने पर बथुआ की पत्तियों को उबालकर उसका पानी पीना चाहिए।
मौसमी बीमारियों में फायदेमंद: सर्दियों में लोग सर्दी खांसी की चपेट में बहुत ज़्यादा आते हैं। ऐसे में बथुआ आपके इम्यून सिस्टम को मजबूत करने में असरदार है। बथुआ के साग में सेंधा नमक मिलाकर, इसका सेवन छाछ के साथ किया जाता है तो इससे आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत होगी।
स्किन के लिए फायदेमंद: बथुए का रस पीने से स्किन से जुड़ी बीमारी, फोड़े-फुंसी से आराम मिलता है। स्किन से जुड़ी बीमारियों से छुटकारा पाने के लिए बथुए के पत्तों को पीसकर इसका रस निकालें और फिर इसको पिएं। इससे स्किन से जुड़ी सभी बीमारिया खत्म हो जाती हैं।