गौरेला-पेण्ड्रा-मरवाही : पेंड्रारोड रेलवे स्टेशन के गोरखपुर रेल्वे फाटक के पास एक 40 वर्षीय युवक दुर्गेश यादव की ट्रेन से टकराकर मौत हो गई। घटना के वक्त रेलवे फाटक बंद था, इसी दौरान दुर्गेश ट्रैक पार करने लगा और मेमू ट्रेन की चपेट में आ गया। घटना के बाद मौके पर RPF पेंड्रा रोड और गौरेला पुलिस कार्रवाई में जुट गई है। वहीं, इस घटना के बाद स्थानीय लोगों का रेलवे प्रशासन के खिलाफ आक्रोश भड़क उठा और मौके भीड़ इकठ्ठा हो गई। स्थानीय नागरिकों ने चेतावनी दी है कि यदि अगले 15 दिनों के भीतर रेलवे प्रशासन ने उनकी समस्याओं का समाधान नहीं किया, तो वे अनिश्चितकालीन रेल रोको आंदोलन शुरू करेंगे। भाजपा के किसान नेता बृज लाल राठौर ने बिलासपुर कटनी रेल मार्ग पर स्थित पेंड्रारोड स्टेशन के पास गोरखपुर गांव के रेलवे फाटक की स्थिति को लेकर गंभीर चिंता जताई। उन्होंने बताया कि यहां रेलवे के रिकार्ड में दो अंडरब्रिज बने हुए हैं, लेकिन उनमें पानी भरा रहता है और आवागमन के लिए कोई उचित साधन नहीं है।
हर दो घंटे में इस क्षेत्र में लगभग एक किलोमीटर लंबा जाम लग जाता है। जिससे स्थानीय लोगों को भारी असुविधा होती है। राठौर ने कहा कि आवागमन की यह समस्या न केवल आम जनजीवन को प्रभावित कर रही है, बल्कि मेडिकल आपातकाल के दौरान कई दुर्घटनाओं का कारण बन चुकी है। आज एक 40 वर्षीय युवक की मृत्यु भी हो गई, जो रेलवे फाटक के बंद होने के कारण समय पर अस्पताल नहीं पहुंच सका। उन्होंने ने यह भी बताया कि कई बार सांसद, विधायक और रेल मंत्री के नाम ज्ञापन दिए गए हैं, लेकिन रेलवे प्रशासन की ओर से कोई सुनवाई नहीं हो रही है। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि अगले 15 दिनों में इस समस्या का समाधान नहीं हुआ, तो ग्रामवासी अनिश्चितकालीन रेल रोको आंदोलन करेंगे और तब रेलवे प्रशासन की पूरी जिम्मेदारी होगी।
स्थानीय नागरिक संतोष तिवारी ने भी अपनी बात रखते हुए बताया कि बिलासपुर से कटनी तक सभी छोटे फाटकों पर अंडरब्रिज और ओवरब्रिज का निर्माण हो चुका है, लेकिन गोरखपुर फाटक के मामले में रेलवे प्रबंधन ने अब तक कोई कदम नहीं उठाया। उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र में स्कूल, यूनिवर्सिटी और अन्य सुविधाएं हैं, जिससे यह मार्ग अत्यंत महत्वपूर्ण है। बावजूद इसके, रेलवे द्वारा ज्ञापन लेने को तैयार नहीं है और स्थानीय लोग लगातार समस्याओं का सामना कर रहे हैं। संतोष तिवारी ने एंबुलेंस के जाम में फंसने की वजह से मरीजों की मृत्यु का भी उल्लेख किया, जो समय पर अस्पताल नहीं पहुंच सके। उन्होंने कहा कि अगर इस समस्या का समाधान जल्द नहीं निकाला गया, तो वे आंदोलन करने को मजबूर होंगे।