कांकेर:- 14 नवम्बर से प्रदेश में धान खरीदी का कार्य अनवरत रूप से जारी है जो कार्य 31 दिसम्बर 2025 तक जारी रहेगा इस वर्ष सरकार ने लगभग 16 मिलियन टन खरीदी का लक्ष्य रखा गया है जहाँ किसान अपना धान बेच सकते है.प्रदेश में जारी धान खरीदी कार्य के साथ-साथ लापरवाही और मनमानी के भी कई मामले सामने आये है जहाँ किसानों से रिश्वत की मांग के साथ-साथ सूखती के नाम पर किसानों से 2-3 किलों अतिरिक्त धान किसानों से माँगे जाने की शिकायतें भी सामने आई है.कांकेर जिले में भी धान खरीदी कार्य जारी है जहाँ धान के उठाव का काम पूरा होना तो छोडिये खरीदी में अभी लगभग 10 दिन शेष है लेकिन धान के कई बोरे उठाव से पहले ही अंकुरित हो धान खराब चुके है.
धान खरीदी केंद्र में उठाव से पहले धान के अंकुरित होने का ताजा मामला कांकेर ब्लाक के मरकाटोला धान खरीदी केंद्र का है जहाँ अभी भी किसानों से धान खरीदी का कार्य जारी है और उसी खरीदी केंद्र में रखे हुए धान के कुछ बोरियों के धान अंकुरित भी हो चुके है जो धान खरीदी केंद्र के जिम्मेदारों की लापरवाही को उजागर करता है.जबकि धान खरीदी केन्द्रों में खरीदी पहले से पहले सुरक्षा और बचाव के लिए शासन पहले ही तमाम इन्तिजाम के राशि उपलब्ध करवाया जाता है ताकि खरीदे गए धानों को सुरक्षित रखा जा सकें.
मरकाटोला धान खरीदी केंद्र में बरती गई गम्भीर लापरवाही के मसले पर जब जिला कलेक्टर को अवगत करा जानकारी चाही तो जिला कलेक्टर ने बताया की जिले के हर धान खरीदी केन्द्रों धान के रख-रखाव और सुरक्षा के लिए शासन ने खरीदी प्रारम्भ से पहले ही राशि उपलब्ध कराई है लेकिन मरकाटोला धान खरीदी केंद्र से सामने आई लापरवाही पर धान खरीदी केंद्र के ज़िम्मेदारों पर कार्यवाही कर नुकसान की भरपाई की जावेगी.मरकाटोला धान खरीदी केंद्र से उजागर हुई लापरवाही और कार्यवाही के इंतिजार में अब देखना शेष होगा की इस तरह की लापरवाही और कितने केन्द्रों में बरती जा रही है