एशिया :- एशिया के दिग्गज कारोबारी मुकेश अंबानी ने टाटा और HUL को टक्कर देने के लिए बड़ी शॉपिंग कर डाली है. उनकी कंपनी RCPL पिछले कुछ समय से एक के बाद एक कंपनी खरीद रही है. फिर चाहें वो कोका कोला को टक्कर देने के लिए कैम्पा सॉफ्ट ड्रिंक्स हो या रस्किक बेवरेज. वो एक के बाद एक धड़ाधड़ डील कर रहे हैं. अब हाल ही में मुकेश अंबानी की कंपनी RCPL ने सूप, सॉस, जैम, मेयोनीज और चटनी समेत कई पैकेज्ड फूड बनाने वाले SIL फ़ूड ब्रांड को खरीद लिया है.
आगे बढ़ते रहना है मकसद:- रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी हाल ही में कई कंपनियों को खरीद रहे हैं. डिज्नी+ हॉटस्टार से लेकर नवी मुंबई इंटरनेशनल एयरपोर्ट (एनएमआईए), कैंपा सॉफ्ट ड्रिंक्स और रस्किक बेवरेज के स्ट्रीमिंग अधिकार हासिल करने से लेकर, उनका ध्यान ऊर्जा, पेय पदार्थ और एफएमसीजी सहित विभिन्न क्षेत्रों पर है.एसआईएल ब्रांड अधिग्रहण रिलायंस की एफएमसीजी बाजार में अपनी उपस्थिति का विस्तार करने की रणनीति के अनुरूप है, जहां यह हिंदुस्तान यूनिलीवर लिमिटेड (एचयूएल), टाटा कंज्यूमर और क्रेमिका जैसी दिग्गजों के साथ सीधे प्रतिस्पर्धा करेगा.
क्या है SIL फ़ूड ब्रांड:- आरसीपीएल के हवाले से मीडिया रिपोर्ट्स में बताया गया कि एसआईएल का अधिग्रहण प्रतिष्ठित भारतीय विरासत ब्रांडों को पुनर्जीवित करने और बढ़ाने के लिए इसकी प्रतिबद्धता को दर्शाता है. एसआईएल फूड्स की उत्पाद श्रृंखला में सॉस, सूप, चटनी, जैम, कुकिंग पेस्ट, मेयोनेज़ और बेक्ड बीन्स शामिल हैं. आरसीपीएल के सीओओ केतन मोदी ने एसआईएल की क्षमता पर भरोसा जताते हुए कहा, “रिलायंस कंज्यूमर प्रोडक्ट्स भविष्य के लिए व्यवसाय का निर्माण करते हुए भारत की समृद्ध सांस्कृतिक और विरासत विरासत को संरक्षित करने पर केंद्रित है.
कंपनी के COO ने आगे कहा कि हमारा मानना है कि हम एसआईएल फूड्स की पूरी क्षमता को अनलॉक कर सकते हैं और इसे आज के तेजी से विकसित हो रहे बाजार में और अधिक प्रासंगिक बना सकते हैं.” इस अधिग्रहण में केवल एसआईएल ब्रांड शामिल है, पुणे और बेंगलुरु में इसके विनिर्माण संयंत्रों को छोड़कर. आरसीपीएल का लक्ष्य इस कदम के साथ एफएमसीजी क्षेत्र पर अपनी पकड़ मजबूत करना है. हालांकि, सौदे की वित्तीय शर्तों का खुलासा नहीं किया गया है.
70 साल पुरानी है कंपनी:- SIL फूड्स एक प्रसिद्ध भारतीय ब्रांड है. यह 70 साल से ज्यादा पुराना है. इसकी शुरुआत मूल रूप से जेम्स स्मिथ एंड कंपनी के नाम से हुई थी. बाद में यह ब्रांड कई बार बिका. साल 2021 से इसकी कमान फूड सर्विस इंडिया के पास रही.