
बलौदा बाजार : छत्तीसगढ़ की बलौदा बाजार पुलिस ने आम आदमी पार्टी के नेता सहित तीन आरोपियों को आगजनी मामले में गिरफ्तार किया है. तीनों आरोपी पिछले 9 महीने से फरार थे.
तीनों आरोपियों को पुलिस ने कोर्ट में पेश कर दिया है. बता दें कि इस गिरफ्तारी के साथ अब तक बलौदा बाजार आगजनी हिंसा मामले में 191 लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी हैं. मामले में जल्द ही ट्रायल शुरू होने वाला है.
क्या है पूरा मामला?
बलौदा बाजार पुलिस को 10 जून 2024 को हुए आंदोलन के दौरान आगजनी, तोड़फोड़, हिंसा मामले में बड़ी सफलता मिली हुई है. सतनामी पंथ के प्रदर्शन में शामिल लोगों ने बलौदा बाजार में आगजनी, तोड़फोड़ और हिंसा की घटना को अंजाम दिया था. इस घटना से सरकारी संपत्ति का 12.53 करोड़ रुपये के नुकसान होने का अनुमान किया गया था. इसी तरह 240 सरकारी और निजी वाहन क्षतिग्रस्त हुई थी, जिनमें से 99 वाहनों को उपद्रवियों ने जलाकर खाक कर दिया था. इस मामले में अब तक पुलिस ने 188 लोगों को गिरफ्तार की थी.
एसपी अभिषेक सिंह ने दी जानकारी
हिंसा के दौरान जिला मुख्यालय में तहसील कार्यालय, संयुक्त जिला कार्यालय और पुलिस अधीक्षक कार्यालय में आगजनी और तोड़फोड़ की गई थी. तीनों आरोपियों की गिरफ्तारी पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अभिषेक सिंह ने कहा कि मामले में आगे की कानूनी कार्रवाई जारी है. इस मामले में और भी गिरफ्तारियां हो सकती हैं. आम आदमी पार्टी के नेता की गिरफ्तारी की गई है. शासन के तरफ से विशेष लोक अभियोजक मुकुंद देशपांडे ने पैरवी करते हुए शासन का पक्ष रखा.
क्या थी आगजनी की घटना
सतनामी समाज के प्रवर्तक गुरु बाबा गुरु घासीदास की तपोभूमि गिरौदपुरी के नजदीक ग्राम महकोनी के अमरगुफा में 15-16 मई की रात सतनामी समाज के धार्मिक प्रतीक चिन्ह जैतखाम को तोड़ने की घटना सामने आई थी. इस घटना के बाद सीबीआई जांच की मांग को लेकर बलौदा बाजार के दशहरा मैदान में 10 जून को आंदोलन हुआ. इसमें शामिल हजारों लोग उग्र हुए और उपद्रवी तत्वों ने बलौदा बाजार शहर, तहसील और जिला मुख्यालय के संयुक्त जिला कार्यालय में तोड़फोड़ कर आगजनी की घटना को अंजाम दिया था. इसके बाद पुलिस ने कार्रवाई करते हुए 13 FIR दर्ज कर आरोपियों को गिरफ्तार किया है.