सेहत
पथरी, एलर्जी, बीपी-शुगर…, हर बीमारी के इलाज की यहां मिलेगी दवा…
29 जनवरी 2024:- अक्सर हमारे शरीर में होने वाली बीमारियों से हम परेशान रहते हैं. मगर कई बार उनका उचित उपाय हमें मिल नही पता होता है. लेकिन क्या आपको पता है, नेचुरोपैथी में आपकी हर परेशान का समाधान है. कहते हैं ना, प्रकृति से ही जीवन है. इस प्रकृति में आपको आपकी सारी समस्याओं का हल मिल जायेगा. राजधानी भोपाल में लगे वन मेले में सुपरकला से आए वैद्य मुन्ना लाल राठौड़ ने रोज़ मर्रा की जिंदगी में होने वाली बीमारियों का प्राकृतिक उपचार बताया है. प्रकृति से उपजी चीजों से किस प्रकार आप अपनी बड़ी से बड़ी बीमारियों का निजात पा सकते हैं.वन मेले में ऐसी बहुत सी प्राकृतिक औषधियां आई हुई हैं, जो आपको अलग-अलग रोगों से मुक्त करती हैं. अगर आप बीपी और शुगर से परेशान हैं, तो आप अर्जुन की छाल को पानी में गला कर उसका पानी पी सकते हैं. इसके अलावा जोड़ों के दर्द के लिए आप काला गोंद सबसे ज्यादा कारगर माना जाता है. अगर आपको किसी भी प्रकार की एलर्जी हुई है तो आप उसके लिए आडुंसा का इस्तेमाल कर सकते हैं. इसके साथ ही अगर आप इसे शहद के साथ खाते हैं तो आपकी खासी खत्म हो जायेगी.
पत्थरों और किलों से ढूंढ कर निकलते हैं इस जड़ी बूटी को
मोरपंखी एक प्रकार का छोटा पौधा होता है जो की पत्थरों और पुराने किलों में पाया जाता है. ये पौधा पथरी जैसी बीमारियों के लिए बहुत ही फायदेमंद होता है. शाम के समय इसको पानी में गला कर सुबह इसका सेवन करने से 10 दिन अंदर पथरी गिर जाती है. इसके अलावा मोरपंखी आप अपने वृद्धि और सुरक्षा के लिए अपने पास भी रख सकते है. मोरपंखी का वर्णन करते हुए वैद्य जी ने बताया कि इसे सर पर बस 2 ही प्राणी सजा सकता हैं. एक है श्री कृष्ण और दूसरी गौ माता. दिवाली के समय गौ माता को मोरपंखी पहनाई जाती है. इसके अलावा कोई भी इसे धारण नही कर सकता है.
सेहत
गर्मियों में इस तरह करें एलोवेरा का यूज, ठंडक के साथ सेहत को मिलेंगे कई फायदे…
17 मई 2024:- गर्मी का मौसम है. इस समय लोगों को कई परेशानियों का सामना करना पड़ता है. बढ़ती गर्मी में शरीर को ठंडा रखना भी जरूरी है. इसके लिए एलोवेरा का यूज किया जा सकता है. एलोवेरा सिर्फ एक पौधा नहीं बल्कि प्राकृतिक खजाना है. त्वचा और बालों के लिए इसके फायदे तो हम सब जानते हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि गर्मियों में एलोवेरा आपको स्वस्थ और ठंडा रख सकता है. एलोवेरा (घृत कुमारी) औषधीय गुणों से भरपूर पौधा होता है. पुराने समय से इसको स्वास्थ्य के लिए सबसे लाभदायक माना जाता है. खासकर हमारी त्वचा के लिए यह बहुत बढ़िया होता है. लेकिन इसके अलावा एलोवेरा के इस्तेमाल से आप गर्मियों में ठंडक और राहत भी पा सकते हैं. अमरता का पौधा के नाम से मशहूर एलोवेरा एक रसीला पौधा होता है जो सूरज की तेज धूप में भी खुद को ठंडा रखता है. इसलिए इसका सेवन करने से यह हमारे शरीर के तापमान को सामान्य रखता है. आइए जानते हैं एलोवेरा के किस तरह इस्तेमाल से आप गर्मियों में खुद को ठंडा रख सकते हैं.
एलोवेरा के कुछ कमाल के फायदे
एलोवेरा जेल को त्वचा पर लगाने से यह ठंडक प्रदान करता है. गर्मियों में धूप से जलन होने पर एलोवेरा जेल का लेप राहत देता है. एलोवेरा जेल में एंटी-बैक्टीरियल और एंटीफंगल गुण होते हैं जो पसीने की बदबू को दूर करते हैं. सुबह खाली पेट एलोवेरा के सेवन से पाचन क्रिया बेहतर होती है और कब्ज से भी आराम मिलता है. एलोवेरा रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है और बीमारियों से लड़ने में मदद करता है. एलोवेरा मेटाबोलिज्म को बढ़ाने और वजन घटाने में मदद करता है.
गर्मियों में शरीर को ठंडा रखे
ताजे एलोवेरा के पत्ते से जेल निकालकर सीधे त्वचा पर लगा सकते हैं. आप बाजार में मिलने वाले एलोवेरा जेल का भी इस्तेमाल कर सकते हैं इससे आपको ठंडक मिलेगी. अगर आप खाने और चाय रूप में एलोवेरा का इस्तेमाल करते हैं तो इसकी पत्ती के अंदर की आंत को काम में लें.
सेहत
एसी में रहने वालों को हीट स्ट्रोक का खतरा ज्यादा,गर्मी में खुद को यूं रखें कूल…
17 मई 2024:- एयरकंडीशन में रहना वाकई अच्छा होता है. यह बाहरी तापमान और अंदर के तापमान के बीच बैरियर का काम करता है जिसे आप अपने हिसाब से कम-ज्यादा कर सकते हैं. पर इसका नुकसान भी कम नहीं है. एसी में रहने वाले लोग जब तपिश भरी गर्मी में बाहर निकलते हैं तो थोड़ी देर के अंदर शरीर में गर्मी से तिलमिलाहट निकलने लगती है. अगर ज्यादा देर तक बाहर रहा जाए तो ऐसे व्यक्तियों में हीट स्ट्रोक का खतरा कई गुना ज्यादा बढ़ सकता है. इतना ही नहीं इस दौरान अगर व्यक्ति के शरीर से पसीना न निकले तो यह और अधिक घातक हो सकता है.
तेज धूप में बॉडी में क्या होता है
भारत के राष्ट्रपतियों के फिजिशियन रह चुके और वर्तमान में सर गंगाराम अस्पताल के सीनियर कंसल्टेंट डॉ. एम वली कहते हैं कि तपिश भरी गर्मी अपने आप में घातक होती है. इसमें सामान्य लोगों में भी हीटस्ट्रोक का खतरा रहता है लेकिन जो लोग एसी में रहते हैं, उनके लिए गर्मी के दिनों में बाहर निकलना ज्यादा मुश्किल भरा काम है. ऐसे लोगों की बॉडी एक्सट्रीम हीट को सहन नहीं कर पाती है. यही कारण है कि जब आप एसी गाड़ी से धूप में अचानक बाहर निकलेंगे तो आपको ज्यादा गर्मी लगेगी और 5 मिनट के अंदर आपको हीटस्ट्रोक भी आ सकता है. डॉ. वली ने कहा कि एसी में रहने वाले लोग जब धूप में बाहर निकलेंगे तो उनका सामना तेज गर्मी से होगी. लेकिन जब ऐसे लोग तेज धूप में बाहर निकलते हैं तापमान एसी रूम से कई गुना ज्यादा होता है. इतने कम समय के अंदर बॉडी इस गर्मी के लिए एडजस्ट नहीं हो पाती है. इस स्थिति में शरीर खुद को ठंडा करने के लिए पसीना निकालेगा. लेकिन एसी में ज्यादा देर तक रहने के कारण स्किन ड्राई होने लगती है जिससे पसीना निकलने में परेशानी हो सकती है. अगर पसीना नहीं निकलता तो यह बेहद घातक स्थिति हो सकती है. इससे हीट स्ट्रोक का खतरा कई गुना बढ़ सकता है.
किडनी भी हो सकती है फेल
डॉ. एम वली ने बताया कि जब पसीना कम निकलेगा तो शरीर का वाष्पीकरण मैकेनिज्म फेल हो जाएगा. इससे कोल्ड टेंपरेचर बढ़ जाएगा. इससे खून गाढ़ा होने लगेगा. इसके बाद शरीर में कई तरह की परेशानियां बढ़ जाएगी. उन्होंने बताया कि इसमें मसल्स में जो प्रोटीन होते हैं, वे टूटने लगते हैं. इस कारण शरीर में बहुत अधिक थकान और कमजोरी होने लगती है. व्यक्ति को किसी भी तरह का काम करने में मन नहीं लगता. शरीर में पानी की कमी होने लगती है और दिमाग में कंफ्यूजन होने लगता है. एक्सट्रीम केस में किडनी फेल हो सकता है, हार्ट रेट कम हो जाती है और मेमोरी लॉस हो सकती है. अंततः व्यक्ति बेहोश होकर गिर सकता है. डॉ. वली ने बताया कि यही कारण है कि अगर कोई व्यक्ति एसी गाड़ी से उतर कर तेज धूप में 5 मिनट भी खड़ा हो जाता है तो उसका हाल बुरा हो जाता है. इसलिए एसी में रहने वाले व्यक्ति का शरीर ज्यादा देर तक धूप में रहने के काबिल नहीं होता और बाहर निकलते ही वह तिलमिलाने लगता है.
ऐसे लोगों को क्या करना चाहिए
डॉ. एम वली कहते हैं कि जो लोग एसी में रहते हैं, सबसे पहले तो एसी को 25 से उपर चलाना चाहिए. वहीं अगर आप बाहर निकलते हैं तो पहले कुछ देर बिना एसी में रहने की प्रैक्टिश कर लें. यानी एसी को बंद कर दें. यदि आप कार में हैं और आप बाहर निकल रहे हैं तो इससे पहले एसी बंद कर दें. इसके साथ ही आप गर्मियों के मौसम में पानी वाले फूड का ज्यादा सेवन करें. तरबूज, खीरा, ककड़ी आदि का सेवन बढ़ा दें. ताजे फल का सेवन बहुत फायदेमंद साबित होगा. बाहर निकलने के दौरान ढीले कपड़े पहनें. सूती और सफेद कपड़ा गर्मी में ज्यादा फायदेमंद है. दिन भर खूब पानी पीएं. अगर गर्मी ज्यादा महसूस हो तो गीले कपड़े सिर पर डाल लें. कोशिश करें कि तपिश भरी गर्मी में ज्यादा देर बाहर न रहना पड़े.
सेहत
चिलचिलाती धूप से आने के बाद तुरंत पानी पीना चाहिए या नहीं…
गर्मियों के मौसम में बाहर ने आने के बाद अक्सर लोग ठंडा पानी पी लेते हैं. गर्मी से राहत पाने के लिए ठंडा पानी पीना अच्छा लगता है, लेकिन कई लोग इसे सेहत के लिए नुकसानदायक मानते हैं. कहा जाता है कि धूप से आने के तुरंत बाद ठंडा पानी पीने से सेहत को गंभीर नुकसान होता है और इससे ब्रेन पर भी बुरा असर पड़ता है. क्या वाकई चिलचिलाती धूप से आने के बाद लोगों को ठंडा पानी नहीं पीना चाहिए. अगर कोई ऐसा करता है, तो इससे सेहत को कौन से खतरे हो सकते हैं. इन सभी सवालों के जवाब डॉक्टर से जानने की कोशिश करते हैं. तेज धूप से आने के बाद लोगों को नॉर्मल पानी पीना चाहिए. बाहर से आने के तुरंत बाद बहुत ठंडा पानी पीने से सभी लोगों को नुकसान नहीं होता है, लेकिन जो लोग डायबिटीज, अस्थमा, ब्रोंकाइटिस, गले की परेशानी या कमजोर इम्यूनिटी से जूझ रहे हैं, उन्हें कुछ दिक्कतें हो सकती है. सभी लोगों को धूप से आने के बाद कुछ मिनट रुककर ही पानी पीना चाहिए, ताकि बॉडी में अचानक टेंपरेचर चेंज न हो. हर व्यक्ति का शरीर अलग-अलग होता है और ठंडे पानी का असर भी अलग होता है.
डॉक्टर अनिल बंसन का कहना है कि भीषण गर्मी के मौसम में लोगों को ज्यादा देर धूप में नहीं रहना चाहिए, वरना इससे लोगों को हाइपरथर्मिया हो सकता है. ऐसी कंडीशन में शरीर का तापमान 103-104 डिग्री फॉरेनहाइट तक पहुंच सकता है और कई बार मौत भी हो सकती है. इससे बचने के लिए लोगों को धूप में ज्यादा देर रहने से बचना चाहिए. इस मौसम में लोगों को ज्यादा पसीना आता है, जिससे शरीर का हाइड्रेशन और इलेक्ट्रोलाइट बैलेंस बिगड़ सकता है. डिहाइड्रेशन से बचने और ब्लड सोडियम लेवल को सही रखने के लिए लोगों को बाहर से आने के बाद पानी में नींबू, नमक और चीनी मिक्स करके पीना चाहिए. इससे शरीर में सोडियम की कमी नहीं होगी. एक्सपर्ट का मानना है कि लोगों को गर्मी के मौसम में शरीर को हाइड्रेटेड रखने के लिए प्रतिदिन 3-4 लीटर पानी पीना चाहिए और हेल्दी डाइट लेनी चाहिए. इस मौसम में डिहाइड्रेशन से बचना बहुत जरूरी है. गर्मियों के मौसम में कई तरह के इंफेक्शन का खतरा बढ़ जाता है, जिससे बचने के लिए रोजाना एक्सरसाइज करनी चाहिए और हेल्दी लाइफस्टाइल अपनानी चाहिए. इसके अलावा किसी तरह की दिक्कत हो, तो खुद से इलाज नहीं करना चाहिए और डॉक्टर से मिलकर सलाह लेनी चाहिए.एक्सपर्ट का मानना है कि लोगों को गर्मी के मौसम में शरीर को हाइड्रेटेड रखने के लिए प्रतिदिन 3-4 लीटर पानी पीना चाहिए और हेल्दी डाइट लेनी चाहिए. इस मौसम में डिहाइड्रेशन से बचना बहुत जरूरी है. गर्मियों के मौसम में कई तरह के इंफेक्शन का खतरा बढ़ जाता है, जिससे बचने के लिए रोजाना एक्सरसाइज करनी चाहिए और हेल्दी लाइफस्टाइल अपनानी चाहिए. इसके अलावा किसी तरह की दिक्कत हो, तो खुद से इलाज नहीं करना चाहिए और डॉक्टर से मिलकर सलाह लेनी चाहिए.
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