राधेश्याम सोनवानी गरियाबंद : जिले के नगर पंचायत कोपरा में इस बार अध्यक्ष पद सामान्य वर्ग (मुक्त) के लिए आरक्षित किया गया है। रायपुर के साइंस कॉलेज में आयोजित लॉटरी प्रक्रिया के तहत इस आरक्षण का निर्धारण हुआ, जिसमें जिले के अन्य नगर पंचायतों और नगर पालिकाओं के अध्यक्ष पदों का आरक्षण भी तय किया गया।
सामान्य वर्ग के प्रत्याशियों में कौन बनेगा सबसे मजबूत?
नगर पंचायत कोपरा में अध्यक्ष पद पर दावेदारी के लिए कई प्रभावशाली नाम सामने आ रहे हैं। वरिष्ठ पत्रकार और सामाजिक कार्यकर्ता गोरेलाल सिन्हा को अब तक का सबसे मजबूत दावेदार माना जा रहा है। उनके अनुभव और सामाजिक कार्यों के कारण जनता में उनकी लोकप्रियता है।
इसके अलावा, रूप नारायण साहू और नोगेश्वर साहू जैसे प्रत्याशी भी प्रमुख दावेदारों के रूप में उभर रहे हैं। रूप नारायण साहू को उनके संगठनात्मक कौशल के लिए जाना जाता है, जबकि नोगेश्वर साहू अपनी सादगी और सक्रियता के लिए स्थानीय स्तर पर प्रसिद्ध हैं।
क्या कहती है जनता?
पिछले कुछ वर्षों से कोपरा में विकास कार्य ठप पड़े हैं। इस बार के चुनाव में जनता नए चेहरे पर दांव लगाने की तैयारी कर रही है। मतदाताओं का मानना है कि अब नेतृत्व में बदलाव और विकास की रफ्तार बढ़ाने का समय आ गया है।
स्थानीय युवा मतदाता कहते हैं, “हमें ऐसा नेतृत्व चाहिए जो शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार, और बुनियादी सुविधाओं जैसे मुद्दों पर ध्यान दे।” वहीं, बुजुर्ग मतदाताओं का मानना है कि नए नेतृत्व से क्षेत्र में ठोस बदलाव संभव है।
चुनाव का रोमांच और भविष्य की राह
नगर पंचायत कोपरा में अध्यक्ष पद के लिए सामान्य वर्ग (मुक्त) का आरक्षण राजनीति में नई संभावनाएं पैदा कर रहा है। चुनावी माहौल गरमाने के साथ-साथ, जनता की अपेक्षाएं भी बढ़ रही हैं।
इस बार का चुनाव केवल एक प्रतिनिधि चुनने तक सीमित नहीं रहेगा, बल्कि यह कोपरा के भविष्य और विकास की दिशा तय करेगा। सभी की निगाहें इस पर टिकी हैं कि कौन इस बार जनता का भरोसा जीतकर कोपरा के विकास की नई गाथा लिखेगा।