बाजार में जो आप मीठा पेय पदार्थ पीते हैं, उनमें से अधिकांश में एडेड शुगर मिलाया जाता है. चाहे वह सॉफ्ट ड्रिक हो, जूस हो या एनर्जी ड्रिंक अधिकांश पर मीठापन लाने के लिए कॉर्न सिरप का इस्तेमाल किया जाता है. नेचर मेडिसीन जर्नल में प्रकाशित हालिया रिपोर्ट में कहा गया है कि इन एडेड शुगर मिली हुई चीजों को ज्यादा पीने के कारण हर साल 3.30 लाख लोगों की मौत हो जाती है. क्योंकि इनमें मिले एडेड शुगर से मोटापा, टाइप 2 डायबिटीज, हार्ट डिजीज, दांतों में सड़न यहां तक कि कैंसर तक की बीमारी हो जाती है. अधिकांश लोग आज इन मीठे पेय पदार्थों की पीते हैं और इनमें से कई लोगों की इसकी आदत लग गई है.
क्या होता है इसमें
दरअसल, मीठा पेय पदार्थ में जो केमिकल मिलाए जाते हैं वे बहुत खतरनाक होते हैं. इसे लक्विड कैंडी कहते हैं. किसी भी पेय पदार्थ को मीठा बनाने के लिए जिस केमिकल का इस्तेमाल किया जाता है वे हैं ब्राउन शुगर, कॉर्न स्वीटनर, कॉर्न सिरप, डेक्सट्रोज, फ्रुक्टोज, हाई फ्रुक्टोज कॉर्न सिरप, शहद, इनवर्टेट शुगर, सुक्रोज, ट्रेहेलोज, लेक्टोज, माल्ट सिरप, मालटोज, रॉ शुगर और टर्बिनाडो शुगर. ध्यान रखें कि कुदरती तौर पर जिस चीज से मीठा होता है वह एडेड शुगर की कैटगरी में नहीं आता. जैसे कि यदि किसी चीज में फल, दूध, गुड़, गन्ने का रस आदि मिलाया जाता है तो वह एडेड शुगर नहीं है. एडेड शुगर सिगरेट की लत की तरह है जिसे लग जाती है, उसे जल्दी छूटती नहीं है. जैसे अगर कोई लगातार सॉफ्ट ड्रिक पीता है तो उसे फिर आदत लग जाती है. जो लोग एक्सरसाइज नहीं करते हैं उनके लिए इन चीजों का ज्यादा सेवन और अधिक घातक हो सकता है. सामान्य तौर पर एक दिन में 5 ग्राम से ज्यादा एडेड शुगर खाने की सलाह नहीं दी जाती है. इससे ज्यादा खाने पर यह शरीर में जहर की तरह असर करता है
क्या ऑप्शन है इसका
जब भी इन ड्रिंक्स की तलब हो पानी ज्यादा पी लें. इसके अलावा मीठे की तलब हो तो पानी में फ्रुट्स का स्लाइस डालकर इसे पी जाएं. बिना चीनी वाली चाय या हर्बल टी पिएं. गुनगुने पानी और ब्लैक कॉफी भी भी इसका बेहतर विकल्प हो सकता है. नारियल पानी का भी सेवन कर सकते हैं. आप ड्राई फ्रूट्स मिक्स ड्रिंक्स बना सकते हैं. हॉट ड्रिंक बिना चीनी वाली काफी फायदेमंद हो सकता है. सूप पी सकते हैं. सेब और दालचीनी का मिक्स कर इसका ड्रिंक्स बना सकते हैं. गुड़ की चाय पी सकते हैं.