21 जनवरी 2025:- मानसिक तनाव से आज हर कोई परेशान है. घर से लेकर बाहर तक लोग आज इस समस्या से जूझ रहे हैं. काम का अधिक बोझ और अधिक उम्मीदें तनाव का सबसे बड़ा कारण बनता जा रहा है. यह लोगों की जिंदगी का एक हिस्सा बन चुका है. यह ना सिर्फ मानसिक स्वास्थ्य को खराब कर रहा है बल्कि शारीरिक स्वास्थ्य पर भी बुरा असर डाल रहा है. तनाव के कारण आज कई तरह की बीमारियां भी लोगों में घर कर रही हैं.
मानसिक तनाव की वजह से आज कई घर भी टूट रहे हैं. छोटी-छोटी बातों को लेकर पति पत्नी आपस में भिड़ जाते हैं. इसका असर बच्चों पर भी दिखता है. ऐसे में तनाव से बचने की जरूरत है. तनाव कम करने के लिए हमें कुछ प्रणायाम और एक्सरसाइज करने की आवश्यकता है. इसके जरिए तनाव पर काबू पाया जा सकता है. इस लेख के माध्यम से हम आपको स्ट्रेस को कम करने के कुछ टिप्स बताने जा रहे हैं. जिसे अपनाकर आप स्वस्थ जीवन जी सकते हैं.
तनाव अगर लंबे समय तक बना रहता है तो यह कई बीमारियों को जन्म दे सकता है. आज तनाव के कारण ही ज्यादातर लोग हाई बीपी, डिप्रेशन और हार्ट डिजीज का शिकार हो रहे हैं. अपने जीवन में सही रुटीन, योग, प्रणायम और ध्यान करके आप तनाव पर नियंत्रण पा सकते हैं. तनाव से बचने के लिए योग के कुछ आसन हैं जिसे तनाव को काबू में कर सकते हैं.
कपालभाति प्रणायाम:- कपालभाति हमारे शरीर के लिए बहुत ही फायदेमंद प्रणायाम है. इसे पद्मासन में बैठकर दोनों हाथों से चित्त मुद्रा बना लें. गहरी सांस अंदर की ओर लेते हुए झटके से सांस छोड़ें. इस दौरान पेट को अंदर की ओर खींचें रोजाना कपालभाति का अभ्यास 5-10 मिनट करना चाहिए. इस प्रणायाम से तनाव कभी आपके आसपास नहीं भटकेगा.
अनुलोम विलोम प्राणायाम:- अनुलोम-विलोम प्राणायाम, श्वास लेने और छोड़ने की एक तकनीक है. इसे नाड़ी शोधन भी कहा जाता है. यह प्राणायाम शरीर और मन दोनों के लिए फ़ायदेमंद होता है. अनुलोम-विलोम श्वास लेने और छोड़ने की एक तकनीक है. इसे नाड़ी शोधन और ब्रीदिंग एक्सरसाइज भी कहते हैं, इसे रोज़ाना करने से तनाव कम होता है, ब्लड प्रेशर नियंत्रित रहता है और इम्यूनिटी बढ़ती है. इसमें एक बार दाहिनी नाक से सांस लेते हैं और बाएं से छोड़ते हैं. फिर बाएं नाक से सांस लेते और दाहिनी नाक से छोड़ते हैं. यह प्राणायाम दिमाग और नर्वस सिस्टम के लिए काफी फायदेमंद है.
भ्रामरी प्राणायाम:- भ्रामरी प्राणायाम से मानसिक तनाव को कम किया जा सकता है. इससे ना केवल मानसिक शांति मिलती है बल्कि शरीरिक शांति भी प्राप्त होती है. गहरी सांसें लेते हुए भौरे की आवाज जैसी ध्वनि निकालनी चाहिए, जिससे मानसिक स्थिति को स्थिर करती है.
सूर्य नमस्कार:- सूर्य नमस्कार से संपूर्ण शरीर को तंदरुस्त बनाया जा सकता है. इससे शरीर और मानसिक शांति मिलती है. यह शारीरिक ऊर्जा को बढ़ाता है और मानसिक थकान को दूर करता है.
सर्वांगासन:- यह आसन शरीर में ब्लड सर्कुलेशन को सही करता है और मानसिक तनाव को कम करता है.
बालासन:- बालासन तनाव को काफी हद तक कम करता है. यह एक विश्राम मुद्रा है जो शरीर और दिमाग को शांत रखने में मदद करता है. इससे मांसपेशियों का तनाव कम होता है.