
राधेश्याम सोनवानी ,गरियाबंद : जिले के पाँच प्रमुख महाविद्यालयों—शासकीय वीर सुरेन्द्रसाय पीजी महाविद्यालय , शासकीय नवीन कन्या महाविद्यालय , बीएड/डीएड गुरुकुल महाविद्यालय, आईटीएस कॉलेज और शासकीय आईटीआई महाविद्यालय में रामकृष्ण मिशन विवेकानंद आश्रम रायपुर द्वारा व्यक्तित्व विकास शिविर आयोजित किया गया। इस शिविर का उद्देश्य युवाओं में राष्ट्रसेवा, देशप्रेम और आध्यात्मिक विचारधारा को जागृत करना था। कार्यक्रम के मुख्य वक्ता विवेकज्योति मासिक पत्रिका के संपादक स्वामी प्रपत्यानंद जी महाराज ने युवाओं को बताया कि एक सफल व्यक्तित्व के निर्माण के लिए मन, बुद्धि, शरीर और इंद्रियों पर नियंत्रण आवश्यक है। उन्होंने कहा कि सकारात्मक सोच, संयम और आत्मअनुशासन से ही चरित्र निर्माण संभव है। अन्य वक्ताओं में डॉ. बी.एल. सोनकर (प्रोफेसर, अर्थशास्त्र विभाग, पं. रविशंकर विश्वविद्यालय रायपुर), डॉ. विनित कुमार साहू (सहायक प्राध्यापक, शासकीय कचना धुरवा महाविद्यालय छुरा) एवं समाजसेवी शीतल ध्रुव ने अपने विचार साझा किए।
डॉ. सोनकर ने स्वामी विवेकानंद के जीवन से प्रेरणादायक घटनाएँ साझा करते हुए कहा कि चरित्रवान बनने के लिए अनुशासन और आत्मनिर्भरता जरूरी है। डॉ. विनित कुमार साहू ने व्यक्तित्व विकास शिविर के उद्देश्य पर विस्तार से प्रकाश डाला। इस अवसर पर रामकृष्ण मिशन विवेकानंद आश्रम रायपुर द्वारा निःशुल्क विवेकज्योति मासिक पत्रिका और शक्तिदायी विचार पुस्तक का वितरण किया गया। शिविर में वीर सुरेन्द्रसाय पीजी कॉलेज के प्राचार्य डॉ. आर.के. तलवरे, श्री सी एल तारक, डॉ नीलांबर पटेल, डॉ. सत्यम कुंभकार (रा.से.यो. कार्यक्रम अधिकारी), श्री प्रेमानंद महिलांग, श्री भुनेश्वर कुर्रे, गुरुकुल महाविद्यालय के संरक्षक धर्मेंद्र ओझा, आईटीएस कॉलेज के प्राचार्य डॉ. सत्येंद्र तिवारी, शासकीय नवीन कन्या महाविद्यालय गरियाबंद के प्राचार्य एवं शिक्षकगण समेत बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएँ उपस्थित रहे।