
दिनेश नथानी,दुर्गूकोंदल : दुर्गूकोंदल में जल जीवन मिशन के अंतर्गत गांव-गांव में करोड़ों रुपए की लागत से जल जीवन मिशन योजना के अंतर्गत नल लगाए गए हैं, लेकिन ग्रामीणों को पानी नहीं मिल पा रहा है। घर के बाहर सिर्फ दिखने के लिए नल लगे हुए है पर उनमें पानी नहीं आता है। यह समस्या सिर्फ एक दुर्गूकोंदल की ही नहीं है,दुर्गूकोंदल ब्लॉक के अंतर्गत आने वाले सराधुघमरे के स्कूल पारा में भी एक टेंकर से 19 नल कनेक्शन है, उसमें सिर्फ 6 नल कनेक्शन में पानी आता है, बाकी 13 नल कनेक्शन में पानी नहीं आता है। यह समस्या ग्रामीणों के लिए बहुत बड़ी चुनौती है और उन्हें पानी की कमी का सामना करना पड़ रहा है। जो उनके लिए बहुत बड़ी चुनौती है। गांव गांव में पानी न आना यह समस्या जल जीवन मिशन की विफलता को दर्शाती है, जिसका उद्देश्य ग्रामीणों को स्वच्छ पेयजल मुहैया कराना है। यदि नलों में पानी नहीं आता है, तो जल जीवन मिशन का उद्देश्य पूरा नहीं हो पाएगा इस समस्या के पीछे ।
वर्ष बीत गया, नल लगे रहे, पानी नहीं आया: जीवन मिशन की विफलता का जीवंत उदाहरण
सराधुघमरे के निवासी नन्दकुमार गुरूवर ने बताया की उनके गांव में पिछले वर्ष 2024 में प्रधानमंत्री नल जल योजना के तहत 1 टंकी बनाई गई है जिसमें 19 नल कनेक्शन है उनमें सिर्फ 6 नल कनेक्शन में पानी आता है बाकी तेरा नल कनेक्शन में आज तक 1 बंद पानी नहीं आया जो की हमारे लिए एक बड़ी समस्या है। साथ ही उन्होंने सभी जनप्रतिनिधियों से आग्रह किया है कि वह एक बार उनके गांव पहुंच स्वयं देखें कि गांव में पानी आता है या नहीं ।
पानी की समस्या पर क्यों नहीं खुल रही जिलाधिकारी की जुबान?
कांकेर जिले के पीएचई विभाग के जिला अधिकारी बी.एन. भोयर से संपर्क किया गया तो उन्होंने इस बारे में कुछ भी कहने से इन्कार कर जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ लिया. यह दर्शाता है कि इस योजना को लेकर विभाग की गंभीरता न के बराबर है ।