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Heart attack : इन 5 अजीब कारणों से भी बढ़ता है दिल का खतरा

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हार्ट अटैक की बीमारी 30 साल की उम्र में तेजी से बढ़ने लगी है। इस बीमारी से बचाव के लिए खानपान का ख्‍याल रखा जाता है। लाइफस्‍टाइल बेहतर हो, नियमित व्यायाम,योग करना जरूरी है। तब इस बीमारी से बच सकते हैं। हालांकि शरीर में कभी-कभी ऐसी प्रतिक्रिया भी होती है जो हार्ट के लक्षण होते हैं लेकिन हम जागरूक नहीं होते हैं तो कई बार हमे अंदाजा भी नहीं होता है कि यह हार्ट की बीमारी के लक्षण है। आइए जानते 5 हार्ट अटैक के कारण हो सकते हैं –

1. तेज गुस्सा – गुस्सा करने से अध्ययन के मुताबिक 5 गुना अधिक बढ़ जाता है हार्ट अटैक का खतरा। रिसर्च के मुताबिक 2 घंटे तक हार्ट स्ट्रोक, हार्ट अटैक का खतरा बना रहता है। ऐसा 40 से अधिक उम्र वाले व्यक्ति में अधिक होता है।

2.दांतों से हार्ट को खतरा – सुनकर अजीब लग सकता है लेकिन आपको बता दें कि दांत और हार्ट का संबंध होता है। जी हां, मसूड़ों के बैक्टीरिया खून में पहुंचकर दिल के रोगों का कारण बन सकते हैं। बैक्टीरिया के कारण रक्त प्रवाह प्रभावित होती है। इसलिए 6 महीने में दांतों का टेस्ट करा लेना चाहिए।

3. अकेलापन – जो लोग बहुत अधिक अकेलापन महसूस करते हैं उनमें हार्ट अटैक का खतरा अधिक होता है। 2018 साइंस डेली में छपे एक शोध के मुताबिक अकेलापन से हार्ट की बीमारी का खतरा अधिक बढ़ता है।

4.लंबे वक्‍त तक काम करना – अधिक पैसा कमाने के लिए लोग 10 से 12 घंटे काम कर रहे हैं। लेकिन अब सावधान हो जाएं। जी हां, ‘द लैंसेट’ में एक शोध में सामने आया है कि सप्ताह में 55 घंटे से अधिक काम करने से हार्ट अटैक का खतरा बढ़ जाता है। जिसका प्रमुख कारण है लंबे वक्‍त तक बैठे रहना, अधिक तनाव, अल्कोहल का सेवन करना। सप्ताह में 45 घंटे या इससे कम काम करना दिल की सेहत के लिए अच्‍छा माना जाता है।

5.मोटापा – मोटापा तेजी से लोगों में बढ़ रहा है। वक्‍त रहते हैं वजन कम करना हार्ट अटैक से बचाना है। जी हां, मोटापा बढ़ने से हार्ट का क्‍या संबंध है यह आश्चर्य की बात है लेकिन बता दें कि हार्ट अटैक के लक्षण दिखने पर डॉक्टर मोटापा कम करने के लिए कहते हैं।

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सुबह उठते ही क्यों बढ़ जाता है ब्‍लड शुगर लेवल, डायबिटीज के मरीज जान लें कैसे करें बचाव?

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सुबह ब्लड शुगर बढ़ने से शरीर में कई तरह की परेशानियां पैदा होने लगती हैं। आपको बहुत थकान महसूस होती है और शरीर एक्टिव नहीं रह पाता है। सुबह ब्‍लड शुगर लेवल हाई होने के कई कारण हो सकते हैं। मॉर्न‍िंग ब्‍लड शुगर का मतलब जब आप सोकर उठते हैं और फास्टिंग के जरिए जो ब्लड शुगर की जांच होती है। इससे पता चलता है कि रात में आपके शरीर ने ब्‍लड शुगर को क‍ैसे कंट्रोल क‍िया है। सुबह के समय जिन लोगों का शुगर लेवल हाई होता है उसके पीछे की वजह डाइट और लाइफस्टाइल को भी माना जाता है।

ऐसे लोगों के शरीर में ज्यादा तनाव पैदा होता है जिसकी वजह से स्‍ट्रेस बढ़ाने वाला हार्मोन कोर्टि‍सोल ज्यादा पैदा होने लगता है। ऐसी स्थिति में सुबह ब्‍लड शुगर लेवल हाई रहता है। कई बार समय पर डायब‍िटीज की दवाएं न लेने से भी ब्‍लड शुगर हाई हो जाता है। अच्छी नींद न आए तो सुबह ब्‍लड शुगर लेवल बढ़ सकता है। इसके अलावा कई दूसरे कारण भी हो सकते हैं जानिए इनसे कैसे बचा जा सकता है?

  1. एक्‍सरसाइज- जो लोग फिजिकली एक्टिव नहीं रहते हैं सुबह उनका ब्लड शुगर लेवल बढ़ सकता है। वहीं एक्‍सरसाइज करने वाले का ब्‍लड शुगर लेवल कंट्रोल रहता है। इसलिए आपको नियमित रूप से वॉक, रनिंग, जॉगिंग या किसी भी तरह की कार्डियो एक्सरसाइज जरूर करनी चाहिए। इससे फास्‍ट‍िंग ब्‍लड शुगर लेवल कंट्रोल में रहता है।
  2. देर रात खाना- जो लोग देर रात तक खाना खाते हैं या फिर रात में उठकर कुछ भी खा लेते हैं उनका ब्‍लड शुगर लेवल सुबह हाई हो सकता है। वहीं जिन लोगों को रात में देर तक जागने की आदत होती है उन्हें देर से खाने की भी आदत हो जाती है। ऐसे लोगों में सुबह ब्‍लड शुगर लेवल बढ़ने की संभावना ज्यादा रहती है। ब्‍लड शुगर काबू में रखना है तो रात में 8-9 बजे तक ड‍िनर जरूर कर लें।
  3. खाने और सोने के बीच अंतर- ज्‍यादातर लोग खाना खाने के तुरंत बाद सो जाते हैं। जो सेहत के लिए हानिकारक है। खाने और सोने के बीच आपको कम से कम 2-3 घंटे का अंतर जरूर रखना चाहिए। कोशिश करें कि डिनर के बाद कुछ देर वॉक करें। रात में ज्यादा मीठी चीजों को खाने से बचना चाह‍िए।
  4. वजन कंट्रोल करें- सुबह के वक्त ब्‍लड शुगर लेवल को कंट्रोल रखना है तो इसके लिए वजन को काबू करना जरूरी है। वेट कंट्रोल के लिए हार्मोन्‍स का सही बैलेंस करना जरूरी है। इससे ब्‍लड ग्‍लूकोज का लेवल भी काबू में रहता है। हार्मोन्‍स के बिगड़ने से शुगर, ब्लड प्रेशर और स्‍ट्रेस लेवल बढ़ने लगता है।

(ये आर्टिकल सामान्य जानकारी के लिए है, किसी भी उपाय को अपनाने से पहले डॉक्टर से परामर्श अवश्य लें)

 

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सेहत

सरसों का तेल और मेथी बालों में लगाने से क्या होता है? जान लेंगे तो इस समस्या में हमेशा करेंगे इस्तेमाल

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आजकल बालों से जुड़ी समस्याएं बढ़ गई हैं। स्थिति ऐसी है कि हर कोई झड़ते बाल, डैंड्रफ और स्कैल्प इंफेक्शन से परेशान है और इसकी बड़ी वजह बालों में गंदगी और सफाई की कमी है। इसके अलावा ड्राई स्कैल्प की वजह से भी लोगों को ये दिक्कत हो सकती है। ऐसे में बालों की कई समस्याओं के लिए आप सरसों का तेल और मेथी का इस्तेमाल कर सकते हैं। उसके पीछे सिर्फ इन समस्याओं से छुटकारा पाना ही कारण नहीं है बल्कि, ये दोनों मिलकर बालों के लिए कई प्रकार से काम भी कर सकते हैं। तो, जानते हैं बालों के लिए सरसों का तेल और मेथी लगाने के फायदे।

बालों के लिए सरसों का तेल और मेथी लगाने के फायदे

1. डैंड्रफ कम करने में मददगार

बालों के लिए सरसों का तेल और मेथी दोनों ही मिलकर कारगर तरीके से काम करते हैं। सरसों का तेल जहां एंटीबैक्टीरियल है वहीं मेथी, क्लींनजर की तरह काम करते हुए भी बालों को पोषण देने में मददगार है। जब आप इन दोनों को मिलाकर बालों में लगाते हैं तो एक डैंड्रफ का सफाया करता है और दूसरा, बालों को बढ़ाने में मदद करता है। इस प्रकार से बालों के लिए ये दोनों कारगर तरीके से काम करते हैं।

2. स्कैल्प इंफेक्शन में कारगर

स्कैल्प इंफेक्शन में सरसों का तेल और मेथी लगाने के फायदे कई हैं। जैसे कि सरसों का तेल और मेथी दोनों एंटीबैक्टीरियल गुणों से भरपूर हैं और स्कैल्प इंफेक्शन को कम करने में मदद कर सकते हैं। ये स्कैल्प में जमा गंदगी को साफ करता है, फंगल और बैक्टीरियल इंफेक्शन को कम करता है और फिर ड्राई स्किन की समस्या को कम करके डैंड्रफ से बचाव में मदद करता है।

बालों के लिए कैसे करें मेथी और सरसों तेल का इस्तेमाल 

बालों के लिए आप मेथी और सरसों के तेल का व्यापक तरीके से इस्तेमाल कर सकते हैं। पर सबसे आसान तरीका है मेथी के बीजों को पीस लें और इसमें सरसों का तेल मिला लें। अब इसे अपने बालों पर लगाएं और इसे ऐसे ही छोड़ दें। फिर अपने बालों को शैंपू करके वॉश कर लें। इससे स्कैल्प की सफाई तो होगी ही बल्कि बालों की चमक भी बढ़ जाएगी।

 

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गर्मी से पाना है छुटकारा तो इन चीज़ों को अपनी डाइट में करें शामिल, बॉडी रहेगी हमेशा कूल

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अभी मार्च का महीना खत्म भी नहीं हुआ है और दिल्ली समेत एनसीआर में ज़ोरो की गर्मी पड़नी शुरू हो गयी है। ऐसे में इस मौसम में लोगों को अपने खाने-पीने का बहुत ज़्यादा ध्यान रखना पड़ता है। इस मौसम में गर्मी की मार से बचने के लिए ऐसे फल और संजीव का सेवन करें जिससे हमारे शरीर को ठंडक मिले। दरअसल, इस मौसम में लोग गर्मी से छुटकारा पाने के लिए कोल्ड ड्रिंक्स और आइसक्रीम खाना पसंद करते हैं। लेकिन इन चीज़ों का लगातार सेवन आपकी सेहत के लिए नुकसानदायक हो सकता है। चलिए जानते हैं गर्मियों में कौन सी चीजों का सेवन करें जिससे हमारे शरीर को ठंडक मिलती है।

कद्दू: कद्दू बहुत लोगो को नहीं पसंद होता है लेकिन आपको बता दें इस सब्जी में में पानी बहुत ज़्यादा होता है जो आपके शरीर को ठंडक पहुंचाता है। साथ ही आपके पाचन तंत्र को भी ठीक करता हैआंतों में बैठे टॉक्सिक पदार्थों को बाहर करने में मदद करता है।

प्याज: प्याज में शरीर को शीतलता पहुंचाने के बहुत से गुण होते हैं। किचन में पाए जाने वाले आम से प्याज के कई गुण हैं। यह आपको सनबर्न से बचाता है। लाल प्याज में क्वेरसेटिन की मात्रा अधिक होती है, जिसे प्राकृतिक एंटी-एलर्जेन माना जाता है।

खीरा: खीरा के ठंडे गुणों से सभी वाकिफ हैं। इसमें पानी की मात्रा ज्यादा होती है यह न केवल त्वचा को लाभ पहुंचाता है बल्कि पाचन को भी ठीक रखने में सहायक है।

लौकी: फाइबर के गुणों से भरपूर लौकी एक ठंडी तासीर वाली सब्जी है जिसमें पानी भरपूर मात्रा में पाया जाता है. लौकी की सब्जी पेट के लिए बेहद फायदेमंद है और पाचन को भी दुरुस्त रखती है. सब्जी के अलावा लौकी का रायता बनाकर भी पिया जा सकता है

दही: दही को खीरे के साथ रायता बनाकर या फिर छाछा बनाकर पीने से आपको काफ़ी फायदा होगा. इसमें मौजूद कूलिंग एजेंट आपको गर्मियों की लू से दूर रखता है.

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