दुर्ग : पंडित रविशंकर स्टेडियम के दिन बदलने वाले हैं.क्योंकि बीसीसीआई ने इस स्टेडियम को 33 साल के लिए लीज पर लिया है.अब इस स्टेडियम को अंतरराष्ट्रीय लेवल पर संवारा जाएगा.जिसके बाद इस मैदान में टी-20,रणजी ट्रॉफी, कर्नल सीके नायडू,विजय हजारे, विजय मर्चेंट जैसे बड़े टूर्नामेंट के मैच हो सकेंगे.
बीसीसीआई का प्रस्ताव हुआ मंजूर : बीसीसीआई ने छत्तीसगढ़ क्रिकेट एसोसिएशन के माध्यम से जिला प्रशासन को इस स्टेडियम को लेकर प्रस्ताव भेजा था.जिसे बुधवार को जिला क्रीडांगन समिति ने स्वीकार कर लिया.अब इस स्टेडियम के कायाकल्प के लिए जिला प्रशासन और बीसीसीआई के बीच अनुबंध होगा. खास बात ये है कि बोर्ड पूरे स्टेडियम को अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुसार अपने एस्पर्ट्स से तैयार करवाएगी.
स्टेडियम के आसपास अवैध गतिविधियों को रोकने के निर्देश : कलेक्टर ऋचा प्रकाश चौधरी के मुताबिक रविशंकर स्टेडियम को 33 साल के लिए बीसीसीआई को लीज पर दिया जाएगा. बीसीसीआई स्टेडियम को अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुरूप विकसित करेगी. जिससे खेल के क्षेत्र में इसे नई पहचान मिलेगी. कलेक्टर ऋचा प्रकाश चौधरी ने अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि स्टेडियम में खेल के अतिरिक्त अन्य कार्यक्रम या स्टेडियम के आस-पास अन्य असामाजिक गतिविधियां ना हो. इस बात का विशेष ध्यान रखा जाए. स्टेडियम में जनवरी में प्रदेश स्तरीय कबड्डी प्रतियोगिता का आयोजन होना है. इसको देखते हुए जनवरी के पहले स्टेडियम में आवश्यक निर्माण कार्य एवं जीर्णोद्धार कार्य पूर्ण कराए जाएंगे.
कितनी है स्टेडियम की क्षमता ?: मौजूदा समय में रविशंकर स्टेडियम की दर्शक क्षमता 40 हजार है. इसे अब बढ़ाया जाएगा. इसके अलावा बाहरी क्षेत्र में दूसरे खेल बास्केटबॉल, फुटबॉल, बैडमिंटन, टेबल टेनिस, स्वीमिंग को प्रमोट करने की तैयारी है. विकसित होने के बाद रायपुर के शहीद वीर नारायण सिंह अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम के बाद ये प्रदेश का दूसरा अंतरराष्ट्रीय स्टेडियम बनेगा.इस बारे में विधायक गजेंद्र यादव ने कहा कि अब हम शहर के राजेंद्र प्रसाद चौक से लेकर एसपी बंगला चौक तक के क्षेत्र को खेल गांव बनाएंगे. सरकारी दफ्तरों को दूसरी जगह शिफ्ट कराएंगे.
आईटी हब भी बनेगा दुर्ग : दुर्ग में अंतरराष्ट्रीय स्तर के स्टेडियम के साथ ही अगले छह महीने में आईटी पार्क का काम भी शुरू हो जाएगा. 100 से ज्यादा आईटी कंपनियां यहां स्थापित होकर कारोबार करेंगी. इसमें दुर्ग सहित छत्तीसगढ़ के हजारों लोगों को रोजगार मिलेगा.आईटी पार्क के लिए आईआईटी भिलाई महत्वपूर्ण योगदान दे रहा है. इसके आलावा नालंदा परिसर का निर्माण किया जा रहा है. इसमें 500 से ज्यादा छात्रों को एक साथ फ्री कोचिंग की सुविधा मिलेगी. स्टूडेंट्स यहां पीएससी, यूपीएससी जैसी प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर सकेंगे.