Connect with us

रमजान महिना

रमजान माह क्यों माना जाता है पवित्र? मौलाना से जानें वो 3 अशरे…

Published

on

SHARE THIS

अलीगढ़: इस्लाम में रमजान माह (Ramadan 2024) को पवित्र महीना मानते हैं. इस माह में लोग सभी प्रकार की बुराइयों से दूर रहते हैं. मुस्लिम रमजान माह को अल्लाह से अपनी नजदीकियों को बढ़ाने का अवसर मानते हैं. इस माह में रोजा रखकर खुदा की इबादत की जाती है. वहीं, अल्लाह अपने बंदों को रहमत और बरकत देते हैं. सूरज निकलने से लेकर सूरज के ढलने तक रोजा रखा जाता है. रमजान के पाक महीने की जानकारी देते हुए अलीगढ़ के मौलाना ज़ाहिद साहब बताते हैं कि इस साल रमजान का पवित्र म​हीना 11 मार्च 2024 से शुरू हो रहा है. वहीं, 12 मार्च 2024 से रोजा रखा जाएगा. साथ ही उन्होंने बताया कि रमजान का चांद दिखने के अगले दिन से रोजा शुरू होता है.

रमजान माह क्यों माना जाता है पवित्र
लोकल 18 से बात करते हुए मौलाना ज़ाहिद अली ने कहा, ‘इस्लामिक मान्यता है कि इस माह में खुदा से मोहम्मद साहब को कुरान की आयतें मिली थीं. तब से इस्लामी कैलेंडर के 9वें माह रमजान को पवित्र मानते हैं.’ साथ ही उन्होंने बताया कि इसमें खुदा की इबादत के लिए रोजा रखते हैं. करीब 30 दिन तक रोजा रखा जाता है और अंतिम दिन ईद-उल-फितर मनाते हैं. रमजान माह के 30 दिन 3 अशरों यानी हिस्सों में बंटे हुए हैं. रमजान के तीन अशरे रहमत, बरकत और मगफिरत है.

रमजान के हैं 3 अशरें
मौलाना ज़ाहिद अली के मुताबिक, रमजान के पहले 10 दिन रहमत के होते हैं. इसमें खुदा की इबादत, नमाज और दान करते हैं. यह पहला अशरा होता है. रमजान का दूसरा अशरा भी 10 दिन का होता है. इसमें जाने-अनजाने में की गई गलतियों के लिए माफी मांगी जाती है. नेक बंदों को खुदा रहमत और बरकत देते हैं. रमजान के आखिरी 10 दिन तीसरा अशरा होता है. इसमें लोग खुदा से दुआ करते हैं कि उनको उनके किए पापों से मुक्ति मिले और मृत्यु के बाद उन्हें अल्लाह की पनाह मिले.

रमजान में रोजा खोलने का समय
रमजान में सहरी और इफ्तार पर मौलाना ज़ाहिद अली ने बताया कि रमजान माह में रोजा रखने वाले बंदे सूरज निकलने से पूर्व भोजन, फल आदि खाते हैं. इसे सहरी कहते हैं. सहरी करने के बाद पूरे दिन कुछ भी खाना या पीना मना होता है. बढ़ती गर्मी रोजेदारों के लिए एक चुनौती होती है. ऐसे में खुदा अपने बंदों की परीक्षा लेते हैं. शाम के समय नमाज पढ़ी जाती है और सूरज ढलने के बाद इफ्तार किया जाता है. रोजा रखने का मकसद स्वयं के अंदर झांकने का मौका होता है. वह अपनी बुराइयों को दूर करता है और एक नेक इंसान बनने के लिए इबादत करता है. नेक बंदों पर ही खुदा की रहमत और बरकत होती है.

SHARE THIS

देश-विदेश

राजनीति से संन्यास नहीं लेंगे चंपई सोरेन, बोले- एक हफ्ते में करेंगे फैसला

Published

on

SHARE THIS

झारखंड की सियासत में बीते कुछ दिनों से लगातार उतार-चढ़ाव देखने को मिल रहा है। राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री चंपई सोरेन अपनी ही पार्टी झारखंड मुक्ति मोर्चा और हेमंत सोरेन के खिलाफ हो गए हैं। चंपई ने पार्टी पर अपमान का आरोप लगाया है। बीते दिनों चंपई ने घोषणा की थी कि उनके पास तीन रास्ते हैं जो कि राजनीति से संन्यास लेना या अपना अलग संगठन खड़ा करना या फिर राह में अगर कोई साथी मिले, तो उसके साथ आगे का सफर तय करना है। हालांकि, अब चंपई सोरेन ने साफ कर दिया है कि वह राजनीति से संन्यास नहीं लेंगे।

क्या बोले चंपई सोरेन?

जानकारी के मुताबिक, चंपई सोरेन ने कहा है कि वह राजनीति से संन्यास नहीं लेंगे। अधूरे कार्यों को पूरा करने के लिए उनका राजनीति में बने रहना जरूरी है। चंपई सोरेन ने एक हफ्ते के भीतर राजनीतिक भविष्य पर फैसला लेने की बात कही है। आपको बता दें कि चंपई के कहे अनुसार अब उनके पास दो रास्ते हैं, पहला अलग संगठन खड़ा करना या फिर कोई साथी मिले, तो उसके साथ आगे का सफर तय करना।

बीजेपी में शामिल होने के सवाल पर क्या बोले?

चंपई सोरेन मंगलवार शाम दिल्ली से कोलकाता पहुंचे और वहां से सड़क मार्ग होकर जमशेदपुर आवास के लिए निकले हैं। उनके देर रात तक पहुंचने की संभावना है। दिल्ली से फ्लाइट पकड़ने के पहले हवाई अड्डे पर पत्रकारों ने उनसे भाजपा में शामिल होने के बारे में पूछा तो उन्होंने कहा, “दिल्ली में मेरी किसी भाजपा नेता से मुलाकात नहीं हुई और मुझे यह भी नहीं पता कि मेरे भाजपा में जाने की बात कौन कह रहा है?”

SHARE THIS
Continue Reading

देश-विदेश

‘नारीशक्ति वंदन विधेयक’ पर सोनिया गांधी के बाद राहुल गांधी ने भी मोदी सरकार का किया समर्थन

Published

on

SHARE THIS

कांग्रेस सांसद राहुल गांधी लोकसभा में महिला आरक्षण विधेयक पर चर्चा के दौरान बोल रहे हैं। इस दौरान राहुल ने कहा कि महिला आरक्षण को हमारा समर्थन है। राहुल गांधी ने कहा कि महिला आरक्षण एक बहुत बड़ा कदम है। इस दौरान राहुल ने कहा कि मैं चाहता हूं कि ओबीसी महिलाओं को भी आरक्षण मिलना चाहिए। राहुल ने कहा कि महिला आरक्षण तुरंत लागू होना चाहिए।

महिला आरक्षण में ओबीसी की हिस्सेदारी पर घेरा

लेकिन इस दौरान राहुल गांधी ने मोदी सरकार पर भी हमला बोला। उन्होंने कहा कि नई संसद के प्रवेश में राष्ट्रपति को क्यों नहीं बुलाया गया। इतना ही नहीं इस दौरान राहुल गांधी ने जाति जनगणना की भी मांग की। राहुल ने कहा कि महिलाएं 7,8,9 साल तक क्यों इंतजार करें। राहुल ने कहा कि भारत सरकार के 90 सचिवों में से सिर्फ 3 ओबीसी समुदाय से हैं। इस दौरान राहुल गांधी ने कहा कि महिला आरक्षण में ओबीसी का शामिल ना करना अपमानजनक है।

SHARE THIS
Continue Reading

खबरे अब तक

WEBSITE PROPRIETOR AND EDITOR DETAILS

Editor/ Director :- Rashid Jafri
Web News Portal: Amanpath News
Website : www.amanpath.in

Company : Amanpath News
Publication Place: Dainik amanpath m.g.k.k rod jaystbh chowk Raipur Chhattisgarh 492001
Email:- amanpathasar@gmail.com
Mob: +91 7587475741

Trending